Kolkata: भीड़ ने अस्पताल की ईंट से ईंट बजा दी, तोड़फोड़ और हंगामे के बाद पुलिस पर फेंके पत्थर, फिर पुलिस आई एक्शन में, देखें वीडियो

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Kolkata: भीड़ ने अस्पताल की ईंट से ईंट बजा दी, तोड़फोड़ और हंगामे के बाद पुलिस पर फेंके पत्थर, फिर पुलिस आई एक्शन में, देखें वीडियो
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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भीड़ ने अस्पताल के अंदर की तोड़फोड़

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पुलिस पर फेंके ईंटें-पत्थर

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पुलिस कमिश्नर मौके पर पहुंचे

इंद्रजीत कुंडू/सूर्याग्नि रॉय /ऋत्तिक मंडल की रिपोर्ट 

Kolkata News: कोलकाता में आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ जो कुछ हुआ, और उसके बाद जिस तरह से अस्पताल ने फिर सरकार ने मामले में लीपापोती की और मामले को ठंडे बस्ते में डालने की पूरी तैयारी की उसने उन तमाम लोगों को गुस्से से भर दिया जो उस ट्रेनी डॉक्टर के साथसाथ अस्पताल के सिस्टम और बंदोबस्त को लेकर बारबार आवाज उठा रहे थे। बुधवार को इसी सिलसिले में अस्पताल के बाहर जमकर प्रदर्शन हुआ। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो गई और उन्होंने अस्पताल के अंदर गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। भीड़ ने पुलिस पर ईंटें और पत्थर फेंके। इस दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए। पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।

पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले 

भीड़ को तितर-बितर करने में पुलिस को कई घंटे लग गए। उधर, इस मसले पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर का बयान सामने आया है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने कहा - मैं बहुत नाराज हूं, जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। हमने वही किया जो सही है। अब मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है। मोटिवेटेड मीडिया कैंपेन चलाया जा रहा है, यह कोलकाता के लिए दुखद है। 

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ये वाकया देर रात हुआ। बड़ी संख्या में लोग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे। अचानक भीड़ उग्र हो गई और बैरिकेडिंग को तोड़कर अस्पताल के अंदर घुस गई। इसके बाद तोड़फोड़ हुई। 

प्रदर्शन और तोड़फोड़ की कई वीडियो सामने आई

प्रदर्शन और तोड़फोड़ की कई वीडियो सामने आई है, जिसमें प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी जिसके कारण वह उग्र भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सकी। बाद में अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा। खुद पुलिस कमिश्रनर विनीत गोयल सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं। 

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इस मुद्दे को लेकर जम कर राजनीति भी हो रही है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में हुए महिला डॉक्टर रेप-मर्डर केस की जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में पुलिस आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर चुकी है। 

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असल में संजय रॉय कोलकाता पुलिस में एक वॉलेंटियर की तरह काम करता था। 2019 में संजय पहली बार कोलकाता पुलिस के आपदा प्रबंधन समूह में बतौर वॉलेंटियर शामिल हुआ था। उसे पगार भी मिलती थी। बाद में संजय रॉय आपदा प्रबंधन से पुलिस कल्याण डिपार्टमेंट में चला गया। कुछ वक्त के बाद उसे वहां से आरजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पुलिस चौकी में तैनाती दी गई। 

वो पुलिस बैरक में भी रुका करता था। 8 अगस्त की सुबह वो कोलकाता पहुंचा। कोलकाता आने के बाद वो सबसे पहले आरजी कर हॉस्पिटल गया। संजय अक्सर सरकारी अस्पताल में मरीजों को दाखिला दिलाने के नाम पर पैसे भी वसूलता था। 

8 अगस्त को भी उसने इसी तरह एक मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया। 8 अगस्त की ही रात करीब 11 बजे संजय वापस आरजी कर अस्पताल पहुंचा। यहां वो उसी मरीज से मिला, जिसे दिन में उसने भर्ती करवाया था। बाद में वो मरीज के एक तीमारदार के साथ अस्पताल की बिल्डिंग के पिछले हिस्से में गया। वहां दोनों ने शराब पी। रात के तीन बजे के आसपास उसने इस घटना को अंजाम दिया। उसने देखा कि सेमिनार हॉल में एक डॉक्टर सो रही है। इसके बाद उसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी।

संजय करीब 40 मिनट तक इस सेमिनार हॉल में रुका था। इसके बाद वो वहां से निकल जाता है। इसके बाद वो कोलकाता पुलिस के बैरक जाकर सो गया। सुबह जब मामले का पता चला तो पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच शुरू की। पहली बार उसी कैमरे में लड़खड़ाता संजय रॉय नजर आता है। बाद में पुलिस ने संजय को बैरक से गिरफ्तार कर लिया। 

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