Kolkata Rape & Murder: तोड़ फोड़ की तस्वीरों ने खोली पुलिस की पोल, सेमिनार हॉल के अंदर घुसी भीड़?

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Kolkata Rape & Murder: तोड़ फोड़ की तस्वीरों ने खोली पुलिस की पोल, सेमिनार हॉल के अंदर घुसी भीड़?
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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अस्पताल परिसर में हरेक जगह पर तोड़फोड़

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पुलिस ने दर्ज किया उग्र भीड़ के खिलाफ मुकदमा 

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अफवाह फैलाने वालों को पुलिस ने दी चेतावनी

Kolkata News: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना के बाद गुस्सा उबाल मार रहा है। एक तरफ भीड़ अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है जबकि गुस्से से उबल रही भीड़ का एक हिस्सा तोड़फोड़ पर उतारू हो गया। लेकिन इस मामले में सबसे हैरानी वाली बात ये सामने आई कि कोलकाता पुलिस के कमिश्नर ने तो किसी भी तरह की तोड़फोड़ की वारदात की बात को सिरे से खारिज किया जबकि तस्वीरों ने सामने आकर पुलिस और उसके दावों की पोल खोल दी। कहा तो ये जा रहा है कि गुस्साई भीड़ ने उस सेमिनार हॉल को भी निशाना बनाया, जहां ट्रेनी डॉक्टर के साथ हैवानियत हुई। कोलकाता पुलिस ने इस बात को सिरे से खारिज करने पर आमादा है। यहां तक कि कोलकाता पुलिस ने यहां तक कहा है कि अगर कोई अफवाह फैलाएगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। 

भीड़ ने अस्पताल परिसर में हरेक जगह पर तोड़फोड़ की

लेकिन कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि अस्पताल परिसर के अंदर कई जगहों पर तोड़फोड़ हुई। उपद्रवियों ने कुर्सियां, पंखे, इमरजेंसी वॉर्ड के अंदर खिड़की, बेड, मेडिकल इक्विपमेंट सब कुछ तोड़ दिया। पुलिस बैरक को भी निशाना बनाया।

पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत

भीड़ ने पुलिस पर ईंटें और पत्थर फेंके। इस दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए। पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। भीड़ को तितर-बितर करने में पुलिस को कई घंटे लग गए। इस मसले पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर का बयान सामने आया है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने कहा - मैं बहुत नाराज हूं, जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। हमने वही किया जो सही है। अब मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है। मोटिवेटेड मीडिया कैंपेन चलाया जा रहा है, यह कोलकाता के लिए दुखद है। 

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गुस्साई भीड़ तोड़फोड़ पर उतारू

प्रदर्शन और तोड़फोड़ की कई वीडियो सामने आई है, जिसमें प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी जिसके कारण वह उग्र भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सकी। बाद में अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा। खुद पुलिस कमिश्रनर विनीत गोयल सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं।

पुलिस ने दर्ज किया उग्र भीड़ के खिलाफ मुकदमा 

सीबीआई मामले की जांच कर रही है। संजय रॉय गिरफ्तार हो चुका है। इस बीच पूरी कहानी भी साफ हो गई। उधर, पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिन्होंने उग्र प्रदर्शन किया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इस मामले में कुछ लोगों को पुलिस ने अरेस्ट भी किया है। कुछ और लोगों की गिरफ्तारियां इस केस में संभव है। कई ऐसी वीडियो भी सामने आई है कि जिसमें सैकड़ों प्रदर्शनकारी अस्पताल परिसर के अंदर भाग रहे हैं।

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पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पढ़ने का दावा

उधर, इस मामले में अखिल भारतीय सरकारी डॉक्टर संघ के अतिरिक्त महासचिव डॉ. सुवर्ण गोस्वामी ने ये कह कर सनसनी फैला दी थी कि उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पढ़ी है। उन्होंने कहा था कि पीएम रिपोर्ट में लिखा है कि महिला डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट से 151 ग्राम लिक्विड मिला है। उन्होंने दावा किया था कि इतनी ज्यादा मात्रा किसी एक शख्स की नहीं हो सकती। इससे कई सवाल खड़े हो गए थे।  

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दावा घटना का सीसीटीवी पुलिस के पास

घटना का सीसीटीवी भी पुलिस के पास है, जिसमें एक ही आरोपी नजर आ रहा है। ऐसे में डॉक्टर के बयान में कितनी सत्यता है, ये तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा, लेकिन डॉक्टर ने एक नई थ्योरी तो दे ही दी है। सीबीआई ने पुलिस ने सारे दस्तावेज और सबूत ले लिए हैं। टीम ने मौके का निरीक्षण भी किया है। कोलकाता पुलिस का दावा है कि आरोपी एक ही था और इसी ने ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप किया और बाद में उसकी हत्या कर दी, लेकिन इस केस को लेकर अभी भी कई सवाल बरकरार है। 

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सेमिनार हॉल में 8 अगस्त की देर रात रेप और हत्या की घटना हुई थी। 

सवाल ये उठ रहा है कि सेमिवार हॉल खुला क्यों था? 

उसके अंदर सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं था? 

जब डॉक्टर के साथ हैवानियत हुई तो किसी को पता क्यों नहीं चला

क्या है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में?

जूनियर डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है। ट्रेनी डॉक्टर के साथ हैवानियत हुई। उसके चश्मे का शीशा टूटा था, जिसके टुकड़े उसके आंखों में धंस गए थे। दोनों आंखों से खून आने की यही वजह थी। उसके चेहरे, नाक, मुंह पर जो जख्म थे वो इसलिए आए क्योंकि आरोपी लगातार उसे काबू करने की कोशिश कर रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक, प्राइवेट पार्ट पर जख्म के निशान तब आए जब जूनियर डॉक्टर बेहोश हो चुकी थी। 

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