कासगंज : पुलिस हिरासत में लड़के की रहस्यमयी मौत, ढाई फीट के नल से 5 फीट 6 इंच के लड़के ने कैसे लगाया फंदा ?

ADVERTISEMENT

कासगंज : पुलिस हिरासत में लड़के की रहस्यमयी मौत,ढाई फीट के नल से 5 फीट 6 इंच के लड़के ने कैसे लगा...
social share
google news

अमित राय, फर्रूख हैदर के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

UP KASGANJ CUSTODY DEATH CASE : कासगंज में हुई अल्ताफ की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो गए है। पुलिस का तर्क है कि अल्ताफ ने जैकेट की टोपी में लगी डोरी से फंदा बनाया और बाथरूम के नल से बांधकर फांसी लगा ली, लेकिन लोगों को पुलिस की ये कहानी समझ में नहीं आ रही है कि 5 फीट 6 इंच का आदमी ढाई फीट ऊंचे नल से कैसे लटक सकता है। क्या नल उसका भार सह लेगा? क्या जैकेट की डोरी अल्ताफ का वजन बर्दाश्त कर लेगी? सियासी तूफान बड़ा होने से पहले ही पांच पुलिसकर्मिर्यों को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन पुलिस सवालों के घेरे में है।

क्या हुआ था अल्ताफ के साथ ?

ADVERTISEMENT

अल्ताफ 22 साल का सजीला नौजवान था। उसके पिता का नाम चांद मियां और मां का नाम शबनम है। घर की आर्थिक हालात को देखते हुए वह टाइल्स लगाने का काम करने लगा। इन दिनों वो एक घर में टाइल्स लगा रहा था।

इसी दौरान उस घर की एक नाबालिग लड़की लापता हो गई। लड़की के परिवारवालों ने शक जताया कि अल्ताफ लड़की को भगा ले गया है। मामला पुलिस तक पहुंचा। सोमवार की रात करीब 8 बजे पुलिस ने नगला सैय्यद इलाके में अल्ताफ के घर दबिश दी और उसे घर से पूछताछ के नाम पर उठा लिया।

ADVERTISEMENT

पुलिस ने उसके घरवालों से कहा कि पूछताछ के बाद अल्ताफ को छोड़ देंगे। पिता चांद मियां ने बेटे को इस उम्मीद के साथ पुलिस को सौंप दिया कि बेटा गलत नहीं है, वह वापस आ जाएगा, लेकिन अगले दिन बेटे की मौत की ख़बर आई। पुलिस ने घरवालों को बताया कि अल्ताफ ने आत्महत्या की है।

ADVERTISEMENT

पुलिस की थ्योरी

पुलिस कहती है कि अल्ताफ ने वाशरूम जाने के लिए कहा। उसे रास्ता बता दिया गया। बहुत देर तक जब वह वापस नहीं आया तो पुलिसवालों ने जाकर देखा। अल्ताफ ने जैकेट की टोपी में लगी डोरी का फंदा बनाकर नल के पाइप से फांसी लगा ली थी।

जैसा पुलिस कहती है कि उसकी सांसें चल रही थीं। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। कासगंज के पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने कैमरे पर कहा कि युवक नाबालिग लड़की को भगाने में नामजद था, उसे पूछताछ के लिए लाया गया था।

जैकेट की डोरी से युवक ने शौचालय में फांसी लगाई है, लेकिन पुलिस की थ्योरी पर किसी को यकीन नहीं हो रहा है। पुलिस पर सवालों की झड़ी लग गई है। सिसायत भी गर्माने लगी है। कांग्रेस-सपा ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया।

दरअसल, कई सवाल है जिसका जवाब यूपी पुलिस को देना है

1. 5 फीट 6 इंच का आदमी ढाई फीट के नल से कैसे लटक सकता है?

2. उसने जैकेट से जुड़ी टोपी में लगी रस्सी के सहारे फंदा लगाया क्या वह डोरी इतनी मजबूत थी कि उसका भार सह ले?

3. हवालात और शौचालय में कुछ कदमों की दूरी है तो क्या उसकी आवाज बाहर नहीं आई होगी?

अल्ताफ के परिजनों का क्या है कहना?

जवान बेटे की मौत का मातम मनाने वाले परिवार का कहना है कि उन्हें अपने बेटे पर पूरा ऐतबार था। उन्हें यकीन था कि उनका बेटा गलत नहीं कर सकता। पुलिस जब उनके घर पहुंची तो उन्होंने अल्ताफ को उनके हवाले कर दिया। इस यकीन के साथ कि अगर बेटा गलत नहीं है तो उसके साथ कुछ गलत नहीं होगा, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि उनका बेटा लौटकर नहीं आएगा। जब रात को वह वापस नहीं आया तो पिता चांद मियां नरदई पुलिस चौकी पहुंचे। वहां बताया गया कि अल्ताफ को बड़े थाने ले जाया गया है। जब चांद मियां बड़े थाने यानी कोतवाली पहुंचे तो पुलिसवालों ने उनको डांटकर भगा दिया। परिवारवालों का आरोप है कि उनके बेटे को पुलिसवालों ने मारा है। अब आत्महत्या का मामला बनाने की कोशिश की जा रही है। चांद मियां कहते हैं कि उनका बेटा आत्महत्या कर ही नहीं सकता। मां फातिमा का रो-रोकर बुरा हाल है।

राजनीति शुरू

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिएय़। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कासगंज जाने का कार्यक्रम बना रही हैं। पूर्व सीएम मायावती ने भी जांच की मांग की है।

यूपी के माफिया डॉन सुशील मूंछ ने किया कोर्ट में सरेंडरबच्ची का रेप कर पेड़ से लटकाई लाश! यूपी में बेखौफ क्यों है बलात्कारी?

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜