एक कॉल से चाट वाले की हत्या का खुला राज, तो चौंक गया सारा शहर
police solve murder case in 48 hour: कानपुर में पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर सिर्फ एक कॉल की मदद से हत्या का एक केस सुलझा लिया।
ADVERTISEMENT
Kanpur Murder Case: कानपुर में पिछले हफ्ते एक हत्या की वारदात की इत्तेला पुलिस को मिलती है। हत्या हुई थी ठेले पर चाट बेचने वाले की और पुलिस को घरवालों ने बताया था कि जिसकी हत्या हुई उसकी किसी से कभी भी कोई अदावत रही ही नहीं। मामला थोड़ा टेढ़ा था लेकिन पुलिस ने अपने तौर तरीकों से मामले को जब खंगाला तो एक बेहद चौंकानेंवाला खुलासा हुआ, जिसने घरवालों के साथ साथ पुलिस को भी चौंका दिया।
चाट वाले की खेतों में मिली लाश
ये किस्सा 18 जनवरी का है। आधी रात के करीब चाट बेचने वाले दीपक गुप्ता उर्फ भुर्जी की किसी ने पीट पीट कर हत्या कर दी। अगले रोज यानी 19 जनवरी को दीपक की लाश लोगों ने सड़क किनारे खेतों में पड़ी देखी। बात पुलिस तक पहुँची और लाश मिलने की बात सुनकर पुलिस भी लाश के पास जा पहुंची। थोड़ी छानबीन के बाद ही ये पता चल गया कि मरने वाले की पहचान दीपक गुप्ता है। तब पुलिस ने घर के लोगों को इस केस के बारे में बताया और उनसे कुछ जरूरी सवालों के जवाब पूछे। कौन कब कहां कैसे, ऐसे सवालों के जवाब देने के बाद दीपक के घरवालों ने पुलिस को ये भी बताया कि दीपक आमतौर पर किसी से कोई मतलब नहीं रखता था। ऐसे में उसकी किसी से कभी कोई कहासुनी तक नहीं हुई।
मोबाइल को डाला सर्वेलैंस पर
तब पुलिस को ये बात हैरत में डालने वाली लगी कि जिसका किसी से कोई मतलब ही न रहता हो, ऐसे में उसका दुश्मन कौन हो सकता है, लिहाजा पुलिस ने पहले तो दीपक के मोबाइल को और फिर उसके घर के तमाम लोगों के मोबाइल को सर्वेलैंस में डाल दिया।
ADVERTISEMENT
आई कॉल और गहरा हुआ शक
एक दो दिन के भीतर ही पुलिस को इस बात का अंदाजा तो हो गया कि बात घर के ही भीतर है। तब पुलिस ने दीपक के घरवालों और खासतौर पर दीपक की पत्नी को सवालों के दायरे में लेकर पूछताछ शुरू की। दीपक की पत्नी कामिनी उर्फ मालती के मोबाइल पर एक कॉल बार बार आ रही थी। पूछने पर पता चला कि वो फैमिली फ्रेंड है जो अक्सर घर भी आता था और हमेशा खैरकुशल पूछने के लिए फोन करता ही रहता है। मगर जब पुलिस ने उस नंबर को सर्वेलैंस में लगाया तो पुलिस हैरान रह गई कि जहां दीपक की लाश मिली थी वहां उस नंबर की लोकेशन मिल रही थी। तब पुलिस ने इसको और गहराई से खंगालना शुरू किया। पुलिस के सामने उस नंबर के साथ साथ दीपक की पत्नी यानी कामिनी का नंबर भी झलक उठा क्योंकि 18 जनवरी को इन दोनों नंबरों के बीच कई बार और काफी देर तक बात चीत हुई थी।
पुलिस के सामने खुल गया राज
पुलिस को जब शक गहराया तो हिरासत में लेकर पुलिस ने कामिनी से कड़ाई से पूछताछ शुरू की। पुलिस की सूरत देखते ही कामिनी टूट गई और फौरन उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। कामिनी ने पुलिस को बताया कि दीपक गुप्ता की हत्या में वो शामिल थी। उसने ही औरैया के रहने वाले अपने प्रेमी रवि के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। कामिनी ने खुलकर पूरा किस्सा बयां किया कि वारदात की रात दीपक जब अपनी दुकान बढ़ाकर घर आ रहा था, इस दौरान पीछे से हथौड़े से उसके सिर पर वार किया जिससे वो वहीं बेहोश हो गया और फिर उसकी पीट पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को वहीं सड़क किनारे फेंक दिया और वारदात को अंजाम देने के बाद कामिनी घर आ गई जबकि उसका प्रेमी वहीं से फरार हो गया।
ADVERTISEMENT
जबरन करनी पड़ी शादी
एडिशनल एसपी राजेश कुमार पांडे के मुताबिक दीपक की पत्नी कामिनी का प्रेम प्रसंग शादी के पहले से था । तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि कामिनी रवि से ही शादी करना चाहती थी, लेकिन परिजनों के दबाव में आकर छह साल पहले उसे दीपक से शादी करनी पड़ी। उनका एक साढ़े चार साल का बेटा भी है। दीपक मेहनत-मजदूरी करके बेटे को अच्छी शिक्षा देना चाहता था।
ADVERTISEMENT
हत्या को हादसा का रंग देने की कोशिश
इसी बीच दीपक को पता चला कि कामिनी अपने प्रेमी से लगातार फोन पर बातें करती है। इस बात पर दीपक ने जब ऐतराज जताया तो वो तो नहीं मानी उसने जब दीपक की बात रवि को बताई तो वो बेहद नाराज हो गया। तब दोनों ने मिलकर इस हत्याकांड की साजिश रची। बकौल पुलिस कामिनी ने खुद बताया कि इस हत्याकांड को वो हादसा का रंग देने की कोशिश में थे लेकिन कामयाब नहीं हो
ADVERTISEMENT