16 दिन में छात्र कुशाग्र और टीचर रचिता के बीच 51 बार बात हुई! ये रिश्ता क्या कहलाता है?
Kanpur Murder News : कानपुर में 10वीं के छात्र कुशाग्र और रचिता के बीच बहुत बातें होती थी, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि दोनों के बीच पिछले कुछ दिनों में कई बार फोन पर बात हुई और एकाध बार तो 40 मिनट तक बात हुई।
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रंजय सिंह के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Kanpur Murder News : कानपुर में 10वीं के छात्र कुशाग्र और रचिता के बीच बहुत बातें होती थी, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि दोनों के बीच पिछले कुछ दिनों में कई बार फोन पर बात हुई और एकाध बार तो 40 मिनट तक बात हुई। पुलिस ने रचिता की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि उसकी कुशाग्र से 16 दिन में 51 बार बात हुई थी, जिसमें 22 बार कुशाग्र ने रचिता को फोन किया था, जबकि 29 बार रचिता ने कुशाग्र को फोन किया था। कई बार 40-40 मिनट तक बात हुई। सवाल ये है कि दोनों के बीच ऐसी क्या बातें होती थी?
पुलिस का दावा है कि छात्र कुशाग्र और उसकी टीचर रचिता के बीच संबंध थे, जबकि, रचिता का प्रभात से भी अफेयर चल रहा था। इसी खुन्नस में प्रभात ने कुशाग्र की हत्या कर दी, लेकिन सवाल ये है कि इस हत्याकांड में रचिता क्यों शामिल हो गई? क्या उसे प्रभात के प्लान के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और अचानक उसे पता चला? ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या रचिता कुशाग्र से इसलिए जुड़ी हुई थी, क्योंकि उसका उद्देश्य सिर्फ पैसा वसूलना था या फिर कुछ और?
जांच में पता चला है कि प्रभात कुछ दिन पहले सट्टे में काफी रुपये हार गया था। वह इस बात से बहुत ज्यादा परेशान था, इसलिए कर्ज उतारने के लिए प्रभात ने कुशाग्र की किड़नैप करने की योजना बनाई थी। रचिता ने प्रभात का साथ सिर्फ पैसों की वजह से दिया था, क्योंकि प्रभात और रचिता ने सोचा था कि वह फिरोती के पैसों से हिमाचल जाकर सैटल हो जाएंगे।
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रचिता ने कुशाग्र को 7 सालों तक ट्यूशन पढ़ाया था। लिहाजा दोनों में नजदीकियां थी। रचिता की प्रभात से भी नजदीकियां थी। उसने जो स्कूटी खरीदी थी, वो प्रभात के नाम से खरीदी थी।
जांच में ये बात सामने आई है कि हत्यारोपी प्रभात और रचिता ने दिवाली से पहले हिमाचल प्रदेश जाने की तैयारी कर रखी थी। रचिता मूल रूप से हिमाचल की है। उसके माता-पिता नहीं हैं। वो अकेली कानपुर में रहती थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि फिरौती की रकम वसूलने के बाद रचिता और प्रभात यहां से फरार होने की तैयारी में थे।
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प्रभात ने कुशाग्र के घर फिरौती वाला लेटर फेंकने के बदले दोस्त को भी मोटी रकम देने का वादा किया था। रचिता ने प्रभात के साथ साझे में किस्तों पर स्कूटी ली थी। उस स्कूटी की किस्त का समय हो चुका था। जहां से पुलिस को कुशाग्र का शव बरामद हुआ है, वहां नशीला पदार्थ, रस्सी और रजाई-गद्दे पड़े थे।
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