Kanjhawala death case: जिस रास्ते से आरोपियों की कार गुजरी, उसी रास्ते से निकली PCR वैन
Kanjhawala death case: 34 सेकेंड के सीसीटीवी वीडियो में सामने आया है कि जिस रास्ते से कंझावला के आरोपियों की कार गुजरी उसी रास्ते पर थोड़ी देर बाद दिल्ली पुलिस की पीसीआर वैन दिखी।
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Kanjhawala death case: देश को झकझोर देने वाले कंझावला कांड में ये नया सीसीटीवी वीडियो है। 34 सेकेंड के सीसीटीवी वीडियो में सामने आया है कि जिस रास्ते से कंझावला के आरोपियों की कार गुजरी उसी रास्ते पर थोड़ी देर बाद दिल्ली पुलिस की पीसीआर वैन दिखी। इसके साथ ही इस वारदात से जुड़ा एक और सीसीटीवी वीडियो सामने आया। घटना के बाद रोहिणी में आरोपियों की बलेनो पार्क नजर आ रही है। एक जनवरी को सुबह चार बजकर 51 मिनट पर आरोपियों ने यहां कार लगाई थी। करीब दो घंटे बाद पुलिस ने यहीं से कार बरामद की थी। कंझावला कांड से जुड़े अब तक सात सीसीटीवी फुटेज सामने आ चुके हैं।
पहला CCTV फुटेज रात के एक बजकर 16 मिनट का है, जिसमें अंजलि और निधि दोनों किसी बात पर झगड़ा करते हुए दिख रहे हैं। निधि का कहना है कि अंजलि शराब के नशे में थी और स्कूटी चलाने की ज़िद कर रही थी। ये दूसरे CCTV वीडियो में आप देख सकते हैं कि रात 1 बजकर 45 मिनट पर अंजलि अपनी दोस्त के साथ इस होटेल से निकली थी।
अब आप तीसरा CCTV वीडियो देखिए, जो 1 बजकर 37 मिनट का है और इसमें अंजलि की दोस्त निधि अपने घर में जाती हुई दिख रही है और यहीं से ये पूरी कहानी उलझ जाती है, क्योंकि होटेल के बाहर के CCTV वीडियो में ये दोनों लड़कियों 1 बजकर 45 मिनट पर स्कूटी से जाते हुए दिखती हैं, लेकिन इससे 8 मिनट पहले एक दूसरे CCTV कैमरे में निधि को उसके घर के बाहर देखा जाता है।
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जिस होटेल के बाहर अंजलि और निधि का झगड़ा हुआ, वहां से निधि का घर थोड़ा दूर है और इस हिसाब से निधि के लिए पांच से आठ मिनट के अन्दर वापस अपने घर से होटेल पहुंचना बहुत मुश्किल है। हो सकता है कि जिस CCTV कैमरे से ये वीडियो लिया गया है, उसकी Time Setting खराब हो।
यहां दो और CCTV वीडियो बहुत महत्वपूर्ण हैं।
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एक वीडियो रात के 1 बजकर 52 मिनट का है, जिसमें ये दोनों लड़कियां स्कूटी पर जाती हुई दिख रही हैं और इसी वीडियो में आप उस गाड़ी को भी देखे सकते है, जिसने इस स्कूटी को टक्कर मारी थी। ऐसा कहा जा रहा है कि, ये वीडियो घटना से कुछ सेकेंड पहले का है। अब आप दूसरा वीडियो देखिए, जो रात के साढ़े तीन बजे का है, जिसमें आरोपियों की गाड़ी अंजलि को घसीट कर ले जाते हुए दिख रही है। बड़ी बात ये है कि इन दोनों वीडियो में पूरे एक घंटे और 38 मिनट का अंतर है। यानी यहां ये समझना बहुत मुश्किल है कि आरोपी एक घंटे 38 मिनट तक अपनी गाड़ी से अंजलि को सड़क पर घसीट कर चलते रहे या फिर उन्होंने दुर्घटना के बाद बचने के लिए अंजलि के शव को खुद से गाड़ी के नीचे फंसाया था? ये सिर्फ अभी एक थ्योरी है, जिसकी जांच होनी बाकी है।
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