कंगना के मर्डर की थी प्लानिंग, CISF के अफसर भी साजिश में शामिल, कंगना के करीबी ने दावा कर मचाया तहलका
Kangana Ranaut Murder Plan: लोकसभा सांसद कंगना रनौत के साथ एयरपोर्ट पर हुआ थप्पड़ कांड अब नई शक्ल लेता नजर आ रहा है। कंगना के राजनीतिक सलाहकार मयंक मधुर ने आरोप लगाया है कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना को इंदिरा गांधी की तर्ज पर जान से मारने की बड़ी साजिश थी। मयंक ने इस साजिश में सीआईएसएफ के अफसरों को भी शामिल बताया है।
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Kangna Ranaut: कंगना रनौत पर चंडीगढ़ एयरपोर्ट (Chandigarh Airport) पर हुए थप्पड़ कांड को लेकर उनके राजनीतिक सलाहकार (Political Advisor) ने एक नया बयान देकर तहलका मचा दिया है। कंगना के करीबी मयंक मधुर (Mayank Madhur) ने दावा किया है कि खालिस्तानी उस रोज कंगना की हत्या करना चाहते थे। मयंक के मुताबिक CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर (Constable Kulwinder Kaur) दरअसल खालिस्तानी मूवमेंट (Khalistani Movement) से प्रेरित है और किसान आंदोलन (Farmers Protest) को सामने रख उसने CISF के दूसरे कर्मियों और अधिकारियों के साथ मिलकर बाकायदा कंगना की हत्या की साजिश रची थी। मयंक ने दावा किया कि इसी वजह से कंगना पर हमले के बावजूद मौके पर मौजूद CISF अधिकारी खामोश रहे। जबकि कुलविंदर कौर बेहद आक्रामक तरीके से कंगना पर हुए हमले को वहां मौजूद लोगों के सामने सही ठहरा रही थी।इस घटना को लेकर मयंक मधुर ने सीधे-सीधे सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं और थप्पड़ कांड (Slapgate) को सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया है।इस वाकये को मयंक मधुर ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या जैसा मामला बताया है।
CISF के रवैये पर सवाल
मयंक मधुर ने कहा है कि ये बात सारी दुनिया को मालूम है कि कंगना रनौत को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। और लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद एक सांसद के तौर पर वो उस रोज एयरपोर्ट पर थीं और वहां से दिल्ली जा रही थीं ऐसे में एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात CISF की जवान कुलविंदर कौर ने जिस तरह का रवैया दिखाया वो सवाल खड़े करता है। मयंक मधुर का कहना है कि कंगना रनौत भी उस वक्त हाथ उठा सकती थीं और उस सीआईएसएफ की जवान कुलविंदर को चांटा रसीद कर सकती थीं लेकिन उन्होंने वर्दी का सम्मान किया और हाथ नहीं उठाया।
'तमाचा मारना बड़ी साजिश का हिस्सा'
कंगना के सलाहकार मयंक मधुर का कहना है कि CISF की जवान कुलविंदर कौर का रवैया असल में किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था। गौर करने वाला पहलू ये भी है कि उस वक़्त मौके पर CISF के तमाम जवान और अधिकारी मौजूद थे, मगर सभी तमाशा देख रहे थे। किसी ने भी कुलविंदर कौर की इस हरकत के बावजूद मामले में दखलंदाजी नहीं की। मयंक मधुर का कहना है कि कुलविंदर कौर पूरी प्लानिंग के तहत ही वहां पहुँची थी। उसका इरादा कंगना रनौत की जान लेने का था। ऐसे में ये सवाल खड़ा होता है कि क्या इस पूरे प्रकरण में अफसरों की भी मिली भगत थी, जिनकी शह पर वो इस घटना को अंजाम तक पहुँचा पाई।
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CISF जवान को बताया खालिस्तानी
कंगना रनौत के करीबी मयंक मधुर का दावा है कि CISF जवान कुलविंदर कौर का ताल्लुक खालिस्तानी आंदोलन से है। मयंक कहते हैं कि वो साफ तौर पर कंगना के किसान आंदोलन पर दिये गये बयान को लेकर उनसे बदला लेना चाहती थी। और ये बात उसने वहां मौजूद लोगों के सामने ऐलानिया कही।यानी CISF की जवान ऐसे टारगेट को थप्पड़ मारकर अपना मकसद पूरा करना चाहती थी। जब उसे अपना मकसद पूरा होता नहीं दिखा तो वो गाली गलौज पर उतर आई। मयंक बताते हैं कि कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार कर कंगना को जान से मारने की सीधी धमकी दी थी-
मैं तुम्हें किल कर दूंगी, तूने मेरी मां को सौ सौ रुपये लेने वाली बोला है।
CISF के हाथ पार्लियामेंट की सुरक्षा
मयंक मधुर ने सवाल खड़ा किया है कि संसद की सुरक्षा का सारा जिम्मा CISF के पास है। ऐसे में सांसदों की सुरक्षा को लेकर क्या गारंटी है? अपने बयान में मयंक ने कहा कि जब देश के माननीय एयरपोर्ट जैसी जगह पर सुरक्षित नहीं हैं तो देश का आम नागरिक कैसे सुरक्षित महसूस कर सकता है?सांसद एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करते हैं, तो क्या किसी की बात से आहत होकर सुरक्षा में तैनात कोई जवान किसी सांसद की जान का दुश्मन बन जाएगा? उन्होंने कहा कि ये सवाल इस वक़्त बड़ा है जिसका जवाब मिलना बेहद जरूरी है। मयंक मधुर ने दावा किया कि संसद में इस मुद्दे को जरूर उठाया जाएगा क्योंकि अब ये मामला बेहद संगीन शक्ल अख्तियार कर चुका है।
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