Joshimath Sinking News: जोशीमठ में दरारों से झुकी होटलों की बिल्डिंग, SC का तुरंत सुनवाई से इनकार

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Joshimath Sinking News: जोशीमठ में दरारों से झुकी होटलों की बिल्डिंग, SC का तुरंत सुनवाई से इनकार
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आशुतोष मिश्रा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Joshimath Land Sinking Update: उत्तराखंड के जोशीमठ में दो होटलों में दरारों के चलते उन्हें ढहाया जाएगा। ये होटल है मलारी इन और माउंट व्यू। ऐसे में अब क्या सरकार इनके मालिकों को मुआवजा देगी? भू-धंसाव की वजह से तमाम घरों और होटलों में दरारें पड़ गई हैं। प्रशासन के 600 से ज्यादा घरों और होटलों को चिह्नित किया है। उन सबको ढहाया जाएगा। उधर, सुप्रीम कोर्ट ने जोशीमठ मामले पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है। अब सुप्रीम कोर्ट 16 जनवरी को मामले की सुनवाई करेगी। इलाके की एहतियातन बिजली काटी गई है। लोगों को लाउडस्पीकर से सूचना दी जा रही है ताकि वो सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हो जाए।

सोमवार को ही प्रशासन ने जोशीमठ को असुरक्षित जोन घोषित कर दिया था। यहां कुल 678 मकानों की पहचान हुई है, जिनमें दरारें हैं। 16 जगहों पर अब तक कुल 81 परिवार विस्थापित किए जा चुके हैं।

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कई लोग अपने घर छोड़ कर जा चुके हैं। कई लोग जाने के लिए तैयार है। लोगों के भविष्य अधर में लटक गया है। उधर, रविवार को सीएम धामी की प्रधानममंत्री से बातचीत हुई थी। सरकार जोशीमठ के लोगों के लिए हरसंभव मदद कर रही है।

उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन से पानी निकल रहा है। जेपी कंपनी के मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे ये पूरी कॉलोनी खाली करा ली गई है। इससे पहले यहां जमीन धंसने की कई घटनाएं हो रही थी। अब घरों-सड़कों में दरारें आ गई है। जगह-जगह से पानी की धार निकल रही है।

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बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 से लगे जयप्रकाश पावर प्रोजेक्ट की कॉलोनी के अंदर से पानी दीवारों के अंदर से और जमीन के अंदर से निकलने लगा है। ऐसे आखिर क्यों हो रहा है? प्रशासन की टीम मौके पर तैनात है।

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जोशीमठ समुद्र तल से करीब छह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है और सिस्मिक जोन 5 में आता है। यानी प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से काफी संवेदनशील है। जोशीमठ चमोली जिले में है। इसकी आबादी 23000 है।

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