Jammu and Kashmir Rajouri incident Updates: राजौरी के 12 किलोमीटर में मौजूद "केसरी हिल्स" की काली गुफाएं आतंकियों की पनाहगाह
Jammu and Kashmir Rajouri incident Updates: राजौरी के घने जंगलों से निकलकर एक बार फिर आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया है। सुरक्षा बल आतंकियों के इस कायराना हमले का जवाब देने में जुटे है। इस हमले में हमारे जांबाज जवान शहीद हो गए हैं।
ADVERTISEMENT
जितेंद्र बहादुर सिंह के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Jammu and Kashmir Rajouri incident Updates: राजौरी के घने जंगलों से निकलकर एक बार फिर आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया है। सुरक्षा बल आतंकियों के इस कायराना हमले का जवाब देने में जुटे है। इस हमले में हमारे जांबाज जवान शहीद हो गए हैं। डेरा गली इलाके में घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने गुरुवार दोपहर करीब पौने चार बजे सुरक्षा बलों की जिप्सी और ट्रक में सवार जवानों पर हमला कर दिया। आतंकियों के ताबड़तोड़ गोलियां चलाई और आर्मी के जवान शहीद हो गए। आतंकी राजौरी हिल्स के इस इलाके के जरिए सुरक्षा बलों पर इतना बड़ा हमला बार-बार क्यों कर रहे हैं ?
पाकिस्तान राजौरी और पूँछ के इलाके से सबसे ज्यादा आतंकी घुसपैठ और आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके पीछे वजह ये है यहां के खतरनाक जंगल। राजौरी के कोटरंका का केसरी हिल्स का इलाका काफी खतरनाक है। भौगोलिक तौर पर देखा जाए तो इस इलाके में कटीली झाड़ियां और बड़े-बड़े पत्थरों के बोल्डर मिल जाते हैं, जो आतंकियों के लिए बड़े ढाल का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही इस इलाके में दर्जन भर से अधिक प्राकृतिक गुफाएं भी हैं, जिनमें आतंकी बड़ी घटना को अंजाम देकर या फिर घुसपैठ करके छुप जाते हैं।
राजौरी के केसरी हिल्स के इस इलाके में 2 साल में 8 बार आतंकी हमला
राजौरी और पूँछ की केसरी हिल्स की पहाड़ियां में पिछले 2 सालों में सुरक्षा बलों पर सबसे ज्यादा हमले और घुसपैठ हुई हैं। पिछले 2 साल में 8 बार सुरक्षा बलों पर आतंकियों ने हमला किया। जानकारी के मुताबिक, अब तक आठ बार बड़े हमले पिछले दो सालों में आतंकियों ने किए हैं, जिसमें 34 जवान शहीद हुए हैं।
ADVERTISEMENT
घुसपैठ के 10 रास्तों का इस्तेमाल करते हैं आतंकी
स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर(OGW) की मदद से आतंकी पाक ISI की शह पर घुसपैठ करते हैं। ऐसे 10 रास्ते हैं, जिनका छिपकर आतंकी घुसपैठ के लिए इस्तेमाल करते हैं। सुरक्षा बलों की कड़ी पहरेदारी के चलते आतंकियों का घुसपैठ करना संभव नहीं हो पा रहा है। ये रास्ते हैं -
ADVERTISEMENT
1. दुधनियाल लॉंच पैड (POK) रुट से कैथनवाली फारेस्ट से घुसपैठ की कोशिश हो सकती है।
ADVERTISEMENT
2. केल लॉन्च पैड रूट से होते हुए लोलाब घाटी से घुसपैठ हो रही है।
3. नल्ली (POK) रुट से होते हुए मजोत रास्ते के इस्तेमाल की फिराक में रहते हैं आतंकी।
4. कोटकोतेरा(POK) रुट से होते हुए घुसपैठ होती है।
5. निकैल लॉंच पैड से (POK) रूट से राजौरी और पूँछ में घुसपैठ की कोशिश की जाती है।
6. बताल गाँव (POK) के आतंकी रूट से आतंकी कस नाला होते हुये राजौरी में घुसपैठ की फिराक में रहते हैं।
7. बोई (POK) के आतंकी रूट से आतंकी सोन गली के जरिये घुसपैठ की जाती है।
8. खुईरेरट्टा (POK) रूट से होते हुये आतंकी मोहरा गैप से घुसते हैं।
9. घुसपैठ करने के लिए "हिल काका" के एरिया से घुसते हैं।
10. पाक के "उस्ताद पोस्ट" के रूट का इस्तेमाल गुरेज में घुसपैठ के लिए किया जाता हैं।
राजौरी और पूंछ सेक्टर के सामने POK के गाँवों में आतंकियों को इकट्ठा करने की बड़ी कवायद की जाती रही है। ये जगहें हैं -बोकरा गली, चकियास, चिरीकोट, काहूता, चप्परकड़ा,कालामुला,मंदार, बल्लनवाली, धोक, काचारबन और सनई रावलकोट। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, बिम्बर गली के सामने POK के गाँवो में JeM/LeT के आतंकियों को इकट्ठा करने की सूचना खुफिया एजेंसियों को मिली है। आतंक के इन 7 गाँवो की list मौजूद है। ये गाँव है - 1. पंजन,2.मैट्रीयन,3.गोरागुजरान,4.लनजोट,5.दाँतोंटे,6.ताराकुंडी और 7.जांद्रोट।
इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी 4 लांच पैड किया घुसपैठ के लिए किया सक्रिय
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने जम्मू सेक्टर में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा के उस पार 4 लांच पैड को री- एक्टिवेट कर दिया है। ये लांच पैड है मसरूर बड़ा भाई, चपराल लूनी और शकरगढ़। सूत्रों के मुताबिक यहाँ पर लश्कर और जैश के आतंकियों को इन सर्दियों में भी इकट्ठा किया जा रहा है।
ADVERTISEMENT