Jahangirpuri News Update : तो ये थी असली वजह जहांगीरपुरी दंगों की!
लोगों से खुफिया कैमरे पर बात कर जहाँगीरपुरी हिंसा के पीछे का सच जाने, डीजे-झंडे की बात पर शुरू हुआ विवाद, For more latest Jahangirpuri Violence News, Crime news Hindi and video on CrimeTak.
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मो. हिज्बुल्लाह/नितिन जैन की रिपोर्ट
Jahangirpuri Violence News : INDIA TODAY GROUP की टीम ने हिंसा के दौरान मौजूद दो लोगों से खुफिया कैमरे पर बात की है जिन्होंने कई खुलासे किए हैं। हिंसा के बाद जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें भगवा झंडे भी नजर आ रहे हैं। कुछ मस्जिद परिसर के अंदर भी हैं। एक पक्ष का दावा है कि मस्जिद में भगवा झंडे लगाकर उकसाने की कोशिश की गई।
'हम मस्जिद के सामने रुके और जय श्रीराम के नारे लगाए'
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Delhi Crime News: स्टिंग ऑपरेशन में हनुमान जयंती शोभायात्रा में शामिल एक शख्स ने यह माना है कि एक गुट मस्जिद के सामने रुक गया था और यहां जय श्रीराम के नारे लगाए गए। इंडिया टुडे की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम के सामने करण ने कहा कि अगर हिंदू मस्जिद के सामने नारे लगाते हैं, तो इससे किसी को ठोस नहीं पहुंचनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'हम मस्जिद के बाहर रुके। यहां जय श्री राम कहने पर किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए। उन्हें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए थी (मस्जिद के सामने जय श्रीराम के नारे लगाने पर)। फिर पत्थर क्यों फेंके गए ? करण से जब पूछा गया कि जुलूस में शामिल लोगों ने भी क्या पथराव किया, इस पर उन्होंने बताया कि यह हमारे ऊपर पत्थर फेंकने पर जवाबी कार्रवाई की तरह था।'
करण ने कहा, हम क्यों नहीं फेंक सकते। हम गांधी को मानने वाले नहीं हैं। अब पिटने पर दूसरा गाल कौन करेगा ? करण ने आगे कहा, दोनों तरफ से खूब पथराव हुआ। इसके बाद लोग भागने लगे। पेट्रोल फेंका गया। इसके बाद आगजनी हुई।
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'डीजे-झंडे की बात पर शुरू हुआ विवाद'
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Crime News Hindi: एक अन्य चश्मदीद ने कहा, ''हम सभी मुस्लिम जुलूस का वीडियो बना रहे थे। हमने एक दूसरे को गले लगाया। हाथ मिलाए। सम्मानजनक रास्ता दिया गया। तब तक कोई दिक्कत नहीं हुई।'' इस पर जब रिपोर्टर ने पूछा कि फिर हिंसा क्यों हुई ? इस पर चश्मदीद राजा ने बताया कि कुछ लोग मस्जिद के सामने पहुंचे और बोले कि डीजे बजाया जाएगा। इन लोगों ने मस्जिद के सामने झंडा लहराने की कोशिश भी की। इसके बाद ये सब शुरू हुआ। अचानक हर तरफ अफरा तफरी मच गई। राजा ने बताया कि हर साल पुलिस की मौजूदगी में जुलूस निकाला जाता था। कभी ऐसी दिक्कत नहीं हुई, लेकिन इस बार जुलूस से 4-5 दिन पहले ही हिंदू मुस्लिम तनाव पैदा किया जा रहा था।
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