रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर का मुखिया ‘जिंदा’ है? जासूस पुतिन का ये सीक्रेट प्लान?

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रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर का मुखिया ‘जिंदा’ है? जासूस पुतिन का ये सीक्रेट प्लान?
वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन की मौत की खबर पर गहराया सस्पेंस
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Wagner Chief Yevgeny Prigozhin Still Alive : पूरी दुनिया उस विमान हादसे के बारे में सुनकर सहम गई थी जो बुधवार यानी 23 अगस्त को रूस के आसमान में हुआ था। लेकिन उससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली खबर ये थी कि उस हवाई जहाज में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का वो बागी सवार था जिसने दो महीने पहले ही रूस (Russia) में बगावत का झंडा बुलंद किया था। यानी रूस की प्राइवेट आर्मी (Wagner group)  का मुखिया येवगनी प्रिगोजिन (yevgeny prigozhin )। जाहिर है हर किसी के कयास में एक ही बात घूम फिर कर सामने आ रही थी। और वो ये कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पंगा लेने वाले प्रिगोजिन को आखिरकार वहीं पहुँचा दिया जिसका इशारा उन्होंने दो महीने पहले कर ही दिया था। उस हादसे का शिकार हुए जहाज में प्रिगोजिन के अलावा नौ और फौजी कमांडर मौजूद थे। जिनका ताल्लुक वैगनर ग्रुप से ही था। और दावा यही किया गया कि रूस की इस प्राइवेट आर्मी के तमाम टॉप कमांडर मौत के घाट उतार दिए गए। जो दुनिया की नजर में हादसे का शिकार हो गए थे। 

वो विमान हादसा जिसमें रूस की प्राइवेट आर्मी के मुखिया की मौत की खबर उड़ी

हादसे को लेकर कई थ्योरी

मगर इस हादसे को हुए अभी 48 घंटे भी नहीं बीते थे कि उस विमान हादसे को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए। लेकिन जिस बात ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा वो था कि प्रिगोजिन की मौत को लेकर संदेह पैदा होना। यानी प्रिगोजिन की मौत को लेकर बात अब रहस्य के दायरे में जा पहुँची है और पूरे हादसे को लेकर कई तरह की थ्योरी हवा में तैरने लगी हैं। और इन सारी बातों के पीछे प्रिगोजिन का एक अतीत भी जुड़ा हुआ। क्योंकि साल 2019 में अफ्रीका में भी एक ऐसा ही जहाज दुर्घटनाग्रस्त हुआ था और खबर उड़ी थी कि प्रिगोजिन उस हादसे में मारा गया लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि प्रिगोजिन तो उस प्लेन में मौजूद था ही नहीं। 

किसी सीक्रेट मिशन का तो प्लान नहीं

लिहाजा इस बात पर शक किया जाने लगा कि जो जहाज रूस के आसमान में हादसे का शिकार हुआ है असल में उस जहाज में प्रिगोजिन था ही नहीं। कहा जा रहा है कि ये एक छलावा भी हो सकता है। हो सकता है कि प्रिगोजिन किसी सीक्रेट मिशन पर हो और उसे छुपाने के लिए इस छलावे का इस्तेमाल किया जा रहा हो। यानी किसी बड़े खेल की खातिर खुद प्रिगोजिन ने ही ये सारा स्वांग रचा हो। 

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इस हादसे के पीछे पुतिन के सीक्रेट प्लान की हो रही है चर्चा

वो दूसरे विमान का रहस्य

असल में ये बात भी कही जा रही है कि जिस समय रूस के आसमान में ये विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ उसी के कुछ ही देर बाद उसी रास्ते से एक दूसरे विमान को गुजरते देखा गया है। और दावा किया जा रहा है कि उसी दूसरे विमान में ही वैगनर ग्रुप का मुखिया येवगेनी प्रिगोजिन था। 

दूसरे प्लेन की थ्योरी

फ्लाइट ट्रैकिंग साइट FLIGHTRADAR24 के मुताबिक एक जहाज जिसका नंबर RA-02795 था, उसने क्रैश हुए प्लेन के कुछ देर बाद ही उड़ान भरी थी। और उस जहाज ने ऑस्टेफयेवो एयरपोर्ट पर लैंड करता है। इस मामले में सबसे खास बात ये है कि जिस दूसरे प्लेन की बात हो रही है उसे अगले रोज अजरबैजान की राजधानी बाकू के लिए उड़ान भरनी थी। तो फिर वो एक रोज पहले क्यों उड़ा। जो प्लेन क्रैश हुआ उसका नंबर RA-02878 बताया जा रहा है और ये मॉस्को से सेंटपीटर्सबर्ग जा रहा था। लेकिन जब पहला प्लेन क्रैश हो गया तो दूसरे प्लेन का रूट बदला गया और इसे ऑस्टेफयेवो एयरपोर्ट पर लैंड करवाया गया। 

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2019 में जब प्रिगोजिन की मौत की खबर उड़ी थी तब भी पुतिन ने उन्हें सीरिया एक सीक्रेट मिशन पर भेजा था

पुतिन की हो सकती है प्लानिंग

कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि ये पुतिन की प्लानिंग का भी हिस्सा हो सकता है। रूस को बेहद नज़दीक से जानने वालों का कहना है कि मुमकिन है कि पुतिन ने ही प्रिगोजिन की हादसे में मारे जाने की झूठी खबर पूरी दुनिया में फैला दी और अब अपने किसी सीक्रेट मिशन को पूरा करने के लिए येवगेनी प्रिगोजिन को लगा दिया हो। 

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हादसे की दूसरी थ्योरी

इस सिलसिले में दूसरी थ्योरी भी है जिसके बारे में भी इस वक्त पूरी दुनिया में चर्चा है। असल में कहा जा रहा है कि प्रिगोजिन को इस बात की भनक लग गई थी कि वो जिस विमान में दूसरे फौजी कमांडरों के साथ सफर करने वाले हैं उसके साथ कोई हादसा हो सकता है। आखिर एक प्राइवेट आर्मी चलाने वाले फौजी मुखिया का अपना भी सूचना तंत्र का मजबूत होना लाजमी है। खुलासा है कि प्रिगोजिन को इस हादसे या ऐसे किसी हादसे के बारे में खुफिया खबर मिली और उसने ऐन वक्त पर अपनी फ्लाइट बदल दी। तभी तो येवगेनी प्रिगोजिन की मौत को लेकर 48 घंटे के बाद भी रूस की तरफ से कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। जो कहा जा रहा है उसकी इबारत खुद ब खुद बहुत सी बातों का खुलासा कर देती है। रूस की एयर ट्रैफिक एजेंसी Rosaviatsiya का कहना है कि जो जहाज हादसे का शिकार हुआ है उसमें मरने वाले सवारों की सूची में प्रिगोजिन का भी नाम है। यानी पैसेंजर लिस्ट में नाम होना उस शख्स के मरने की गारंटी तो नहीं है। 

2019 में हुआ था ऐसा हादसा

असल में इस बात को इस लिए लोग सच मानकर चल रहे हैं क्योंकि साल 2019 में भी प्रिगोजिन के मरने की एक बड़ी अफवाह ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया था। तब बात हुई थी अफ्रीका में एक प्लेन क्रैश की। खबर उड़ी थी कि प्रिगोजिन मारा गया। जबकि बाद में ये खुलासा हुआ कि प्रिगोजिन तो उस प्लेन में था ही नहीं। जबकि उस प्लेन हादसे में मरने वालों की सूची में तब भी प्रिगोजिन का नाम था। लेकिन उसके बाद जब प्रिगोजिन के जिंदा होने की खबर पुख्ता हुई तो पर्दाफाश हुआ कि प्रिगोजिन तो सीरिया में एक सीक्रेट मिशन को अंजाम देने में लगे हुए हैं। 

क्या है वैगनर ग्रुप का प्लान

वैगनर ग्रुप पर नज़र रखने वाले जानकारों की बातों पर यकीन किया जाए तो वैगनर ग्रुप का मुखिया येवगेनी प्रिगोजिन जब कभी भी किसी हवाई यात्रा पर होते हैं तो एक ही साथ तीन जहाज उड़ाए जाते हैं। और वो तीन में से किस जेट में होते हैं ये फैसला एकदम आखिरी वक्त में किया जाता है जिसका पता सिर्फ और सिर्फ फ्लाइट करने वाले पायलट को और प्रिगोजिन के सबसे नजदीकी लोगों को ही होता है। और इत्तेफाक से जिस हवाई दुर्घटना में प्रिगोजिन के मारे जाने की बात हुई उस हवाई जहाज के हादसे का शिकार होने के चंद ही मिनटों के बाद वहां से दूसरा प्लेन भी गुज़रता देखा गया। ऐसे में इस बात की संभावना हो सकती है कि प्रिगोजिन की मौत की खबर झूठी हो। और मुमकिन है कि प्रिगोजिन अपने आका यानी पुतिन के लिए किसी खास सीक्रेट मिशन पर निकल गए हों...और दुनिया उन्हें मरा हुआ समझ रही हो।

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