IPS Anirudh Singh News: यूपी के पति-पत्नी IPS अफसर सवालों के घेरे में!
IPS Anirudh Singh News: यूपी के एक आईपीएस अनिरुद्ध सिंह (Anirudh Singh) ने स्कूल संचालक से क्या रिश्वत ली थी या फिर नहीं? इसकी जांच अभी चल रही है, लेकिन इस बीच उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ा है। उन्हें नई पोस्ट भी मिल गई है।
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संतोष शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
IPS Anirudh Singh News: यूपी के एक आईपीएस अनिरुद्ध सिंह (Anirudh Singh) ने स्कूल संचालक से क्या रिश्वत ली थी या फिर नहीं? इसकी जांच अभी चल रही है, लेकिन इस बीच उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ा है। उन्हें नई पोस्ट भी मिल गई।
IPS Anirudh Singh News: यूपी के एक आईपीएस अनिरुद्ध सिंह (Anirudh Singh) ने स्कूल संचालक से क्या रिश्वत ली थी या फिर नहीं? इसकी जांच अभी चल रही है, लेकिन इस बीच उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ा है। उन्हें नई पोस्ट भी मिल गई। वाराणसी के एक स्कूल संचालक से घूस मांगने के आरोपों में फंसे आईपीएस अनिरुद्ध सिंह (Anirudh Singh) को अब सीबीसीआईडी में एडिशनल एसपी बनाया है। इससे पहले वो मेरठ में एसपी थे। अनिरुद्ध सिंह के साथ उनकी आईपीएस पत्नी आरती सिंह का भी तबादला किया गया है। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में एडिशनल डीसीपी के पद पर तैनात आरती सिंह को कानपुर कमिश्नरेट भेजा गया है। उनकी पत्नी आरती सिंह का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब उनका मकान मालिक से किराए को लेकर विवाद हो गया था।
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आईपीएस अनिरुद्ध सिंह का नाता विवादों से है। वो ट्रांसफर से पहले मेरठ (ग्रामीण) एसपी के पद पर तैनात थे। एक वीडियो वायरल होने के बाद 23 मार्च को तत्कीली डीजीपी डीएस चौहान ने मामले में जांच के आदेश दिए थे। वहीं वाराणसी पुलिस कमिश्नर को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। अब ये वीडियो कैसे लीक हुआ? और आईपीएस के खिलाफ आरोपों में कितना दम है, इसकी दोबारा जांच कराई जा रही है। चर्चा ये भी ये वीडियो यूपी के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने लीक की थी। हालांकि वो अधिकारी इस आरोप से इनकार कर चुके है। लेकिन ऐसा बोलने वालों ने कहा था कि किसी और सीनियर अधिकारी को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया था।
सवाल ये उठता है कि जब किसी अधिकारी को क्लीन चिट मिल गई तो फिर दोबारा जांच कराने का क्या औचित्य है?
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क्या इसलिए जांच कराई जा रही है, क्योंकि इस बार वीडियो सामने आई है?
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तो क्या इस बार अगर ये सिद्ध हो जाता है कि आईपीएस अफसर ने रिश्वत की मांग की और रिश्वत ली तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा?
क्या उनकी गिरफ्तारी होगी?
क्या इस वजह से तो शुरुआत में कार्रवाई नहीं की, क्योंकि अफसर ने सिर्फ रिश्वत की मांग की थी, रिश्वत ली नहीं थी?
क्या है वीडियो में ?
वीडियो में अनिरुद्ध सिंह वीडियो कॉल के माध्यम से घूस मांगते हुए नजर आ रहे थे। वीडियो में स्कूल का ही कोई अधिकारी दूसरी तरफ से बात कर रहा था।
आईपीएस अफसर को कैसे मिलती रही पोस्टिंग?
इस वीडियो के सामने आने के बाद अनिरुद्ध सिंह ने कहा था कि ये वीडियो करीब डेढ़ साल पुराना है। उस वक्त अनिरुद्ध ASP चैतगंज (वाराणसी) थे। इसी दौरान सनबीम स्कूल के संचालक के खिलाफ रेप का एक मुकदमा दर्ज हुआ था। IPS अनिरुद्ध सिंह ने बताया था कि उन्हें इस मामले में क्लीन चिट मिल गई थी। प्रशासन ने इसके बाद उनकी पोस्टिंग ASP फतेहपुर और फिर SP मेरठ ग्रामीण के पद पर हुई थी।
आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह 12 मार्च 2023 को स्कूल संचालक से 20 लाख रुपये मांगने का वीडियो वायरल हुआ था। आईपीएस सरेआम एक व्यापारी से पूछ रहे हैं 'आज कितना भेज रहे हैं? मिनिमम 20 भेजिए।' आरोप है कि आरोपी को बचाने के लिए रुपयों की मांग की गई थी।
अब यहां कई सवाल खड़े होते हैं - मसलन
1. वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि आईपीएस अनिरुद्ध रुपयों की मांग कर रहे हैं, फिर प्रशासन ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की?
2. अनिरुद्ध सिंह का कहना है कि ये आरोपी को फंसाने के लिए किया गया था तो इस बाबत अनिरुद्ध सिंह के पास क्या सबूत है?
3. क्या उन्हें सीनियर पुलिस अफसरों को सबूत भेजे थे?
4. रेप के केस में आरोपी को किस तरह से ट्रैप कर रहे थे अनिरुद्ध सिंह? क्या उन्होंने ये बात विस्तृत रूप से पुलिस अधिकारियों को बताई है?
5. अगर उन्हें क्लीन चिट मिली थी तो अब औपचारिक रूप से तत्कालीन डीजीपी ने जांच का आदेश क्यों दिया गया?
6. डेढ़ साल पहले किन अधिकारियों ने अनिरुद्ध सिंह को बचाया था? ऐसे अधिकारियों के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया?
7. कैसे उनकी तैनाती एएसपी और फिर एसपी के पद पर हुई ? क्योंकि भ्रष्टाचारी अधिकारियों को अमूमन जांच के बाद ही पोस्टिंग मिलती है।
8. रेप के इस केस का Present Status क्या है?
9. ये वीडियो डेढ़ साल बाद कैसे लीक हो गया?
पुलिस का वक्तव्य
आईपीएस अधिकारी के वायरल वीडियो के सन्दर्भ में विवरण
1- आज दिनांक 12.03.2023 को जनपद मेरठ में एसपी ग्रामीण के पद पर नियुक्त आईपीएस अधिकारी श्री अनिरुद्ध सिंह का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह किसी व्यक्ति से वीडियो कॉल के माध्यम से वार्तालाप करते हुए दिखाई दे रहे है। उक्त वीडियो के आधार पर श्री अनिरुद्ध सिंह के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। उक्त प्रकरण 02 वर्ष पुराना है, किन्तु प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत पुलिस मुख्यालय द्वारा कमिश्नर वाराणसी से इसके संबन्ध में जांच कर 03 दिवस के अंदर आख्या मांगी गई है।
2- महिला आईपीएस अधिकारी श्रीमती आरती सिंह, जो डीसीपी वरुणा जोन कमिश्नरेट वाराणसी में नियुक्त है, से संबंधित एक ट्वीट प्राप्त हुआ है जिसमें उनके द्वारा अपने मकान मालिक को फ्लैट का किराया नहीं देने का आरोप लगाया गया है। श्रीमती आरती सिंह उपरोक्त आइपीएस अधिकारी, अनिरुद्ध सिंह की पत्नी है। इस संदर्भ में जानकारी किए जाने पर ज्ञात हुआ है कि श्रीमती आरती सिंह द्वारा अपने मकान मालिक के किराए का भुगतान कर दिया गया है तथा कोई भी बकाया नही है, परंतु फिर भी इस प्रकरण में भी पुलिस मुख्यालय द्वारा कमिश्नर वाराणसी को जांच करके 03 दिवस में अपनी आख्या उपलब्ध कराने हेतु कहा गया है।
जांच रिपोर्ट 3 दिन में मांगी गई थी। पत्नी की किराएदारी के विवाद में 2 दिन में ही जांच रिपोर्ट आ गई थी लेकिन अनिरुद्ध सिंह के वायरल वीडियो को लेकर आज तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। पुलिस अफसरों का कहना है कि वायरल वीडियो की फॉरेंसिक जांच करवाई जा रही है। फॉरेंसिक रिपोर्ट नहीं आने की वजह से जांच पूरी नहीं हुई है, जो जल्द पूरी होगी।
सवाल ये भी है कि रिश्वत नहीं लेने की वजह से कही जांच ठंडे बस्ते में तो नहीं चली गई?
सवाल ये भी है कि वीडियो आने से पहले जब आरोप लगे थे, उस वक्त क्या लिखित में प्रशासन की तरफ से जांच के आदेश दिए गए थे या नहीं?
इस मामले में अधिकारियों ने चुप्पी साध रखा है। कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन अगर आरोपों में दम है तो ये वाकई एक आईपीएस अधिकारी को बचाने और जुर्म को छिपाने का मामला बनता है, जो कि संगीन है।
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