देसी दंगल के लिए ये धमकी हानिकारक है, अब अखाड़े में उतरा UWW, बृजभूषण शरण सिंह हो जाएंगे चित?

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भारतीय पहलवानों की आवाज सुनकर दुनिया का सबसे बड़ा संगठन भी हैरान
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india wrestlers protest: दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय पहलवानों के धरने में अब देसी ही नहीं बल्कि विदेशी दांव पेंच भी लगने शुरू हो गए हैं, और लगता है हालात वहां तक पहुँच गए जब इस ताल ठोंकते मामले में बात और आगे बढ़ जाएगी और मामला इस कदर पेंचीदा हो सकता है कि फिर इसमें दुनिया भर की पंचायत शुरू हो सकती है। 

अपने मैडल और पदक गंगा में बहाने तक पहुँच गए थे पहलवान

भारत के अखाड़े में कूदा UWW

असल में रेसलिंग यानी कुश्ती के सबसे बड़े संगठन UWW यानी यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने अब भारत के कुश्ती महासंघ को धमकी दे दी है कि अगर अगले 45 दिनों के भीतर संगठन के चुनाव नहीं हुए तो भारत की कुश्ती महासंघ को ही सस्पेंड कर दिया जाएगा। यानी अभी तक कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच जो ताल ठोंकने का दंगल चल रहा था उसको लेकर अब दुनिया भर में कहा सुनी शुरू हो चुकी है। 

भारत के अंतरराष्ट्रीय पहलवानों का मोर्चा

सभी देख और सुन रहे हैं कि बीते एक महीने से ज़्यादा वक़्त हो चुका है जब बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है। यहां तक कि दिल्ली पुलिस ने धरना देने वाले पहलवानों के खिलाफ एक्शन भी लिया और उन्हें दिल्ली के जंतर मंतर से खदेड़ तक दिया। अपनी मांगों को लगातार अनदेखा होते देख पहलवानों ने मंगलवार को उस वक़्त सारे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया जब उन्होंने इंटरनेशनल मैडल को हरिद्वार जाकर गंगा में बहाने तक का ऐलान कर दिया था। और अपने ऐलान को जमीन पर उतारने की गरज से तमाम धरना दे रहे पहलवान अपने पदकों और मैडल के साथ हरिद्वार में हर की पौड़ी तक पहुंच भी गए थे मगर ऐन वक़्त पर किसान नेता नरेश टिकैत ने मौके पर पहुँचकर पहलवानों को मैडल बहाने से रोक लिया और सरकार को एक तरह से पांच दिन का अल्टीमेटम दे दिया कि वो अगले पांच दिनों में कोई ऐसा फैसला लें ताकि धरना दे रहे पहलवानों को तसल्ली मिल सके और वो किसी बड़े फैसले तक पहुँचने का इरादा छोड़ दें। 

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कुश्ती महासंघ पर लटकी सस्पेंशन की तलवार

इसी बीच रेसलिंग के सबसे बड़े संगठन यानी UWW की तरफ से एक चिट्ठी भारत कुश्ती महासंघ को मिली है। जिसमें कहा गया है कि अगर भारत कुश्ती महासंघ ने अगले 45 दिनों में चुनाव नहीं करवाए तो अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय कुश्ती महासंघ को शिरकत करने से रोक दिया जाएगा और महासंघ को सस्पेंड कर दिया जाएगा। 

बड़ी धमकी मिली है

वैसे तो पहलवानों के इस मसले में किसी दूसरे की एंट्री का कोई अहमियत नहीं है और इससे कोई फर्क भी नहीं पड़ता, मगर UWW की धमकी काफी अहम हो जाती है क्योंकि अगर भारतीय कुश्ती महासंघ को सस्पेंड कर दिया गया तो भारतीय पहलवान अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत के झंडे तले नहीं खेल सकेंगे अगर उन्हें प्रतियोगिता में हिस्सा लेना है तो उन्हें व्यक्तिगत तौर पर एंट्री मिल सकती है और उन्हें देश का झंडा इस्तेमाल करने की मनाही होगी। 

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पहलवानों की मांग पर दुनिया का सबसे बड़ा कुश्ती संगठन भी नाराज हुआ

UWW ने चिंता के साथ साथ नाराजगी जाहिर

कुश्ती संघ को मिली चिट्ठी के मुताबिक भारत में धरना दे रहे अंतरराष्ट्रीय पहलवानों जैसे बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट की मौजूदा स्थिति और उनकी सुरक्षा के बारे में बात करने के लिए UWW जल्दी ही एक बैठक भी करने वाला है। UWW की तरफ से कहा गया है कि भारत के अंतरराष्ट्रीय पहलवानों को जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था उनकी तस्वीरें जिस तरह सोशल मीडिया पर वायरल हुईं उसको लेकर भी UWW ने चिंता के साथ साथ नाराजगी जाहिर की है। 

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इसी बीच भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने भी अपना पक्ष रखा है उनका कहना है कि ये सारा मामला अब तो दिल्ली पुलिस के हाथ में है लिहाजा दिल्ली पुलिस को जांच कर लेने देना चाहिए। क्योंकि पहलवानों के निवेदन पर ही दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की है। 

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