जेल में वधावन बंधुओं की खिदमत करने वाले पुलिसवाले नप गए, आजतक की खबर का असर, अधिकारी समेत 7 सस्पेंड

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जेल में वधावन बंधुओं की खिदमत करने वाले पुलिसवाले नप गए, आजतक की खबर का असर, अधिकारी समेत 7 सस्पेंड
वधावन बंधुओं की इलाज के नाम पर खातिरदारी आजतक के कैमरे में कैद हो चुकी है
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Wadhawans Fake Medical Visits: पिछले 48 घंटों से सुर्खियों में बधावन बंधुओं के नामों का जिक्र चल रहा है। क्योंकि जेल में इन बंधुओं का रुसूख और पैसा कुछ इस कदर मुंह खोलकर बात करता दिखाई दे रहा है कि पुलिसवाले फर्ज भूलकर बधावन बंधुओं की रास्तों में फूल बिछाते घूम रहे हैं। लेकिन जब ये बात टीवी के कैमरे से होती हुई टीवी की स्क्रीन तक जा पहुँची तो महकमा फौरन सक्रिय हो गया और देखते ही देखते उन पुलिसवालों को नाप दिया गया जो इन बंधुओं की खिदमत फर्ज समझकर करने लगे थे। खुलासा हुआ है कि इलाज के नाम पर बधावन बंधुओं को जेल से बाहर ले जाने वाले पुलिस कर्मियो को अब सस्पेंड कर दिया गया है। 

 करोड़ों रुपये की बैंक धोखाधड़ी 

वधावन बंधुओं पर करोड़ों रुपये की बैंक धोखाधड़ी का इल्जाम है और फ्रॉड के सिलसिले में दोनों को मुंबई की तलोजा जेल में बंद किया गया है। DHFL कंपनी के प्रमोटर रहे कपिल बधावन और धीरज बधावन को मेडिकल सुविधा देने वाले पुलिसवालों के खिलाफ महकमे ने एक्शन लिया है। मुंबई पुलिस ने जेल एस्कॉर्ट टीम के एक अधिकारी समेत छह कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया । असल में यही पुलिसवाले मेडिकल चेकअप के लिए उन्हें जेल से बाहर ले जाने के लिए जिम्मेदार थे। 

आजतक के टीवी कैमरे में कैद

मंगलवार को ही आजतक ने टीवी कैमरे में इन बधावन बंधुओं के साथ साथ उनकी खिदमत करने वाले पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों की तस्वीरों को कैद किया था। देश के भीतर 17 बैंकों को करीब 34614 करोंड़ रुपये का चूना लगाने वाले वधावन बंधुओं के मेडिकल जांच के नाम पर हफ्ते में कई कई बार अस्पताल ले जाया जाता। दरअसल पुलिस के सिपाही उन दोनों भाइयों को पार्किंग में ले जाते थे जहां उनकी मीटिंग अरेंज करवाई जाती थी। इस दौरान वधावन परिवार के तमाम सदस्य भी मौजूद रहते थे। सिर्फ इतना ही नहीं इस दौरान दोनों के मोबाइल और लैपटॉप भी उनके पास होते थे और दोनों बेधड़क होकर उनका इस्तेमाल करते थे। इस बीच उनका घर से लाया गया खाना भी सर्व किया जाता था। 

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मेडिकल चेकअप के नाम पर 

आजतक के ऑपरेशन में ये बात भी साफ हुई कि दोनों भाइयों को मेडिकल चेकअप के नाम पर हफ्ते में तीन से चार बार जेल  से अस्पताल जे जाया जाता था। पिछली बार 7 अगस्त को मुंबई के KEM अस्पताल में कपिल को मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था। जबकि 9 अगस्त को धीरज वधावन जेजे अस्पताल पहुँचे थे। असलयित ये थी कि वधावन बंधु इलाज के बजाए अपनी अपनी कारों में बैठकर अपने परिवार और आपसी लोगों के साथ मेल मुलाकात करते हैं। कार में ही पारिवारिक से लेकर तमाम बिजनेस मीटिंग तक हो जाती थी। हैरानी की बात ये है कि ये सिलसिला कई घंटों तक चलता है। 

डिप्टी सीएम का भरोसा

आजतक के कैमरे में दोनों भाइयों की तस्वीरें भी कैद हुई हैं। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे दोनों की खासतौर पर खातिरदारी की जा रही है। मजे की बात ये है कि ये सिलसिला तभी से चल रहा है जबसे इन दोनों को तलोजा जेल भेजा गया था। आजतक के ही कैमरे पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी बयान दिया कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

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34614 करोड़ रुपये का घपला

वधावन बंधुओं पर 17 बैंकों के साथ 34614 करोड़ रुपये का घपला करने का आरोप है। धीरज वधावन को 26 अप्रैल 2020 को यस बैंक मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया था। ये केस यस बैंक के सीईओ राणा कपूर के साथ मिलकर कथित 3700 करोड़ रुपये की हेरा फेरी से जुड़ा है। अपनी गिरफ्तारी के बाद वधावन ने जेल से ज्यादा समय अस्पताल में रहकर बिताया है। 

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सीबीआई में वधावन बंधुओं के खिलाफ एफआईआर 

सीबीआई ने 7 मार्च को वधावन बंधुओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसमें ये आरोप लगाया गया था कि येस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर और वधावन बंधुओं ने एक दूसरे को लाभ पहुँचाया।येस बैंक पर आरोप था कि उसने अनियमति तरीके से वधावन बंधुओं को लोन दिया। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने वधावन बंधुओं, राणा कपूर और कपूर की पत्नी बिंदू कपूर उनकी बेटी रोशनी और रेखा के अलावा चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म डीके जैन ऐंड एसोसिएट्स के खिलाफ 15 जुलाई को मामला दर्ज किया गया था। 

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