अंग्रेजों के जमाने की जेल में हैं इमरान खान, C कैटेगरी का टुच्चा कैदी बनाया, चोर उचच्कों के बैरक में बंद पूर्व PM
Imran Khan in Attock Jail: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सी कैटेगरी का कैदी बनाया गया है और उन्हें पंजाब की अटक जेल में बंद किया गया है।
ADVERTISEMENT
Imran Khan in Attock Jail: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान, पूर्व वजीर-ए-आजम और मौजूदा वक़्त में सबसे आला सियासी हस्तियों में से एक इमरान खान इन दिनों जेल में हैं। इमरान खान को पंजाब की अटक जेल में रखा गया गया है। तोशखाना मामले में गिरफ्तार किए गए इमरान खान को शनिवार को तीन साल की सजा सुनाई गई और उसके बाद ही उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। मगर पाकिस्तान में सियासत के सबसे बड़े मकाम को छू लेने वाले इमरान खान पाकिस्तान में ‘C कैटेगरी’ (C catagory) के कैदी हैं और वो एक ऐसी बैरक में बंद हैं जहां सिर्फ पंखा है और कुछ नहीं।
C कैटेगरी के कैदी इमरान खान
आमतौर पर सियासी कैदियों को ए क्लास जैसी सुविधाएं मुहैया करवाई जाती हैं। और पाकिस्तान के 42 जिलों में से सिर्फ दो ही जिले ऐसे हैं जहां की जेलों में ऐसी ए कैटेगरी वाली व्यवस्था है। एक है अदियाला और दूसरी है बहावलपुर की जेल। अदियाला जेल में अगर इमरान खान को रखा जाता था तो वहां उन्हें एसी, टीवी, फ्रिज और स्पेशल शेफ का इंतजाम मिलता। लेकिन आखिरी वक़्त में इमरान खान को अदियाला की वजाए अटक जेल में भेज दिया गया। और यहां उन्हें C कैटेगरी के कैदी का दर्जा दिया गया है। इसके मुताबिक उनके बैरक में सिर्फ पंखा लगा हुआ है।
अटक जेल में पहुँचाए गए इमरान खान
कुल मिलाकर इमरान खान इन दिनों पाकिस्तान के पंजाब की अटक जेल में बंद हैं। खबर तो ये उड़ रही थी कि इमरान खान को एयर लिफ्ट करके इस्लामाबाद लाया जा सकता है। और ये भी तैयारी थी कि उन्हें सड़क के रास्ते भी पंजाब से इस्लामाबाद पहुँचाया जा सकता है। लेकिन तमाम अटकलों पर लगाम लगाते हुए पाकिस्तान के अधिकारियों ने इमरान खान को अटक जेल में ही ले जाकर बंद कर दिया। अब सवाल यही उठता है कि अटक जेल ही क्यों और अदियाला जेल में इमरान खान को क्यों नहीं भेजा गया।
ADVERTISEMENT
अटक जेल में कोई सुविधा नहीं
ऐसे में पाकिस्तान की जेलों में कैदियों की कैटेगरी को समझना पड़ेगा। हालांकि अटक और अदियाल दोनों ही जेलें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पड़ती है। फिर भी पंजाब प्रांत की जेलों में कैदियों को तीन अलग अलग श्रेणियों में रखने का इंतजाम है। ए बी और सी कैटेगरी में कैदियों को बांटा जाता है। ए कैटेगरी में उन कैदियों को रखा जाता है जो मंत्री, पूर्व मंत्री, बड़ा कारोबारी, कोई वरिष्ठ अधिकारी, नौकरशाह वगैराह शामिल हैं। ऐसे कैदियों को बैरक में एसी से लेकर फ्रिज, टीवी और गद्देदार बिस्तर देने की सुविधा दी जाती है। इसके अलावा जेल में ही कैदी की मन पसंद का खाना बनवाने के लिए बाकायदा शेफ का भी इंतजाम होता है। जबकि बी कैटेगरी के बैरकों में उन कैदियों को रखा जाता है जो आमतौर पर लड़ाई और फसाद के दोषी होते हैं। बी कैटेगरी में ज़्यादा सुविधाएं नहीं होती हैं। यहां कैदियों को एक अलग कमरा मिलता है।
टुच्चे अपराधियों की गिनती में इमरान खान
जबकि सी कैटेगरी में उन कैदियों को रखने का इंतजाम है जो हत्या और चोरी से लेकर छोटे मोटे अपराध करने में शामिल होते हैं। इस कैटेगरी के बैरक में कोई सुविधा नहीं होती है। सबसे हैरानी की बात ये है कि अटक जेल में ए और बी कैटेगरी वाली बैरक हैं ही नहीं। यहां सिर्फ सी कैटेगरी की बैरेक्स ही हैं। ऐसे में इमरान खान को मामूली कैदियों की तरह ही रहना होगा।
ADVERTISEMENT
वीआईपी बैरक बनाई गई
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक अटक जेल में इमरान खान के लिए एक वीआईपी बैरक तैयार की गई है जिसमें एक पंखा लगवाया गया है साथ ही एक बिस्तर भी मुहैया करवाया गया है।
ADVERTISEMENT
अंग्रेजों के जमाने की जेल
अटक जेल पंजाब की बहुत पुरानी जेलों में से एक है। कहा जाए तो ये अंग्रेजों के जमाने की जेल हैं। अंग्रेजों के राज में 1905-06 में इस जेल को तैयार करवाया गया था। 67 एकड़ की जमीन पर तैयार इस जेल में अंग्रेज उन कैदियों को रखते थे जो अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बगावत में हिस्सा लेते थे। असल में ये जेल सिंधु नदी के किनारे पड़ती है। कहते हैं 16वीं शताब्दी में अकबर ने सिंधु नदी के किनारे की इस जमीन को देखने के बाद ही वहां एक किला बनावाया था। और उसी किले का नाम अटक रखा गया था। हालांकि जेल और किला दोनों अलग अलग बिल्डिंग हैं और दोनों के बीच फासला भी मामूली नहीं बल्कि दोनों के बीच 20 किलोमीटर का फासला है। अटक जेल में सरकारी तौर पर करीब 539 कैदी रखे जाने का इंतजाम है। लेकिन यहां फिलवक्त में 804 कैदी हैं।
कई हस्तियां रह चुकी हैं अटक जेल में
वैसे ये अटक जेल पाकिस्तान में बड़ी ही शोहरतमंद जेल है। यहां बड़ी बड़ी सियासी हस्तियों को कैदी के तौर पर रखा गया है। 1999 में इसी जेल में पूर्व प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ को भी यहां बंद करके रखा गया था जबकि पूर्व राष्ट्रपति जनरल जिया उल हक के खिलाफ बगावत करने वाले लोगों को भी इसी जेल में बंद किया गया था। इसके अलावा पीपुल्स पार्टी के नेता आसिफ अली जरदारी भी इस जेल में रह चुके हैं। मुस्लिम लीग के नेता हनीफ अब्बासी भी कुछ रोज यहां की मेहमानवाजी का लुत्फ उठा चुके हैं।
लंबी लिस्ट में इमरान खान भी
इसके अलावा भी एक लंबी लिस्ट है जिन्होंने इस जेल की काल कोठरी से निकलकने के बाद अपने सियासी आसमान में चमक बिखेरी है। इमरान खान भी अब उसी लंबी लिस्ट का हिस्सा हो गए हैं। तोशखाना मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद इमरान खान अब पाकिस्तान में अगले पांच सालों तक चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। हालांकि अभी इमरान खान की पार्टी के पास सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का अधिकार है। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ इमरान खान की पार्टी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकती है और मुमकिन है कि वो लोग ऐसा करेंगे भी।
ADVERTISEMENT