क्या फर्जीवाड़ा कर IAS बनीं करोड़पति पूजा खेडकर? सरकार ने बैठाई जांच, पुलिस पर दबाव बनाने के आरोपों की भी होगी जांच
करोड़पति पिता की करोड़पति बेटी ओबीसी कोटे से IAS बन तो गई लेकिन प्रोबेशन के दौरान ही नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ाना पूजा खेडकर को महंगा पड़ गया। अब सरकार ने पूजा के IAS बनने पर जांच बैठा दी है। साथ ही चोरी के मामले में गिरफ्तार अपने रिश्तेदार को छुड़वाने के लिये पुलिस पर दबाव बनाने के केस में भी उनके खिलाफ जांच जारी है। इतना ही नहीं निजी ऑडी कार पर बीकन लाइट लगाने को लेकर अब पुणे पुलिस ने पूजा खेडकर का 21000 रुपये का चालान कर दिया है।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
IAS पूजा खेडकर विवादों में!
करोड़ों की मालकिन हैं IAS पूजा खेडकर!
पूजा का हुआ ट्रांसफर
IAS Pooja Khedkar: 2022-बैच की ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेडकर (IAS Pooja Khedkar) द्वारा “शक्ति के दुरुपयोग” (Misuse of Power) पर चल रहे विवाद के बीच, केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है। ये पैनल पूजा खेडकर के खिलाफ फर्जी प्रमाणपत्रों (Fake Certificates) से जुड़े आरोपों की जांच करेगा, जबकि IAS Academy प्रोबेशन (Probation) के दौरान उनके आचरण की समीक्षा करेगी। DOPT (Department of Personnel & Training) से जुड़े सूत्रों के मुताबिक संयुक्त सचिव स्तर (Joint Secretary Rank) की एक सदस्यीय समिति अपनी जांच रिपोर्ट दो हफ्ते के बाद सौंपेगी। इस समिति की अध्यक्षता भारत सरकार (Government of India) के अतिरिक्त सचिव (Additional Secretary) रैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी करेंगे।
पुणे ट्रैफिक पुलिस ने IAS का किया 21000 का चालान
इस बीच, पुणे ट्रैफिक पुलिस ने पूजा की निजी ऑडी कार पर 'महाराष्ट्र सरकार' लिखी नंबर प्लेट और बीकन लाइट के इस्तेमाल पर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद उन्हें नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि वाहन के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177 के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इससे पहले यातायात नियमों का उल्लंघन करने को लेकर पूजा खेडकर के खिलाफ जो कानूनी कार्रवाई की गई थी उस चालान का भुगतान भी अब तक किया जाना बाकी है। पुणे शहर के सीनियर ट्रैफिक इंस्पेक्टर शफील पठान की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि- “हमें जानकारी मिली है कि आप उक्त निजी वाहन का प्रयोग कर रही हैं। कृप्या उक्त निजी वाहन को आगे के कानूनी निरीक्षण के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ परिवहन विभाग में प्रस्तुत करें।” पुलिस सूत्रों ने बताया कि खेडकर की गाड़ी के खिलाफ ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए 21,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है जिसका पेमेंट किया जाना अब भी बाकी है।
पुलिस पर गिरफ्तार रिश्तेदार को छोड़ने का बनाया था दबाव
इधर नवी मुंबई पुलिस कमिश्नरेट ने भी प्रेबेशनरी आईएएस पूजा खेडकर को लेकर महाराष्ट्र गृह विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी है। ये उस मामले की जांच रिपोर्ट है जिसमें पूजा पर कथित तौर पर स्टील चोरी के मामले में गिरफ्तार अपने एक रिश्तेदार को रिहा करने के लिए नवी मुंबई पुलिस पर दबाव डालने का आरोप है। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने मई 2024 में मामला सुलटाने के लिये नवी मुंबई पुलिस के एक डीसीपी को फोन किया था। यह रिपोर्ट बुधवार को भेजी गई है। मुख्य सचिव सुजाता सौनिक ने पुणे कलेक्टर की रिपोर्ट के साथ यह रिपोर्ट गुरुवार को LBSNA (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration) के निदेशक श्रीराम तरणीकांति को भेज दी है। चूँकि वह एक ट्रेनी आईएएस अफसर है लिहाजा राज्य सरकार सीधे उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती। इससे पहले पुणे में अपनी पोस्टिंग के दौरान पूजा खेडकर पर निजी ऑडी गाड़ी में बीकन लाइट लगाने और अपने ही सीनियर का दफ्तर कब्जाने जैसे आरोप लगे थे जिसके बाद उनका ट्रांस्फर वाशिम कर दिया गया। पूजा खेडकर ने वाशिम में ज्वाइन भी कर लिया लेकिन खुद से जुड़े विवादों पर उन्होंने अब तक चुप्पी साधी हुई है।
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कौन हैं IAS पूजा खेडकर?
पूजा के पिता दिलीप खेडकर और दादा भी अफसर रहे हैं। उनके पिता और दादा दोनों प्रशासनिक सेवा में रहे हैं। उनके पिता तो पुणे में सहायक कलेक्टर भी रहे हैं। उनकी मां अहमदनगर जिले के भालगांव की सरपंच हैं। उनके पिता के चुनावी हलफनामे में पिता की आय और संपत्ति 40 करोड़ रुपये बताई गई है। हलफनामे में उन्होंने खुद को OBC कोटे का बताया है। ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि इतनी संपत्ति होते हुए उनकी बेटी यानी पूजा खेडकर नॉन-क्रीमी लेयर में कैसे आ सकती हैं? पूजा खेडकर के पास 110 एकड़ पुश्तैनी कृषि योग्य भूमि है, जोकि कृषि भूमि सीमा अधिनियम का उल्लंघन करती है। इसके अलावा हलफनामे के मुताबिक उनकी मिलकियत में छह दुकानें, सात फ्लैट (जिनमें से एक हीरानंदानी में भी है), 900 ग्राम सोना, हीरे, 17 लाख की सोने की घड़ी और चार गाड़ियां भी हैं। इसके साथ ही परिवार की दो प्राइवेट कंपनियों और एक ऑटोमोबाइल फर्म में हिस्सेदारी भी है। खुद IAS पूजा खेडकर के पास 17 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
वाशिम में हुई ताजा पोस्टिंग
पूजा को वाशिम जिले का असिस्टेंट कलेक्टर बनाया गया है। पुणे में उनके सीनियर अधिकारी ने पूजा के खिलाफ एक रिपोर्ट दी थी, जिसमें कहा गया था कि मैडम ने अपने ही सीनियर अधिकारी के चैंबर पर कब्जा कर लिया है। जब ये विवाद सामने आया तो पूजा का ट्रांसफर पुणे से वाशिम कर दिया गया। इसी बीच उनकी नियुक्ति भी सवालों के घेरे में आ गई थी। पूजा ने यूपीएससी परीक्षा में 841वीं रैंक हासिल की थी। ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने UPSC परीक्षा साल 2021 में क्लियर की थी। पूजा खेडकर ने दृष्टिबाधित श्रेणी यानी शारीरिक अपंगता की श्रेणी (Special Category) से यूपीएससी परीक्षा पास की है और मानसिक बीमारी होने का प्रमाण पत्र भी पेश किया है।
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ऐसे बनीं IAS पूजा खेडकर
पूजा को इस आधार पर विशेष रियायत मिली और वे आईएएस बन गईं। जब पूजा खेडकर को आईएएस का पद मिला तो यूपीएससी ने उनकी मेडिकल जांच कराने का फैसला किया। पूजा ने छह बार मेडिकल जांच में शामिल होने से इनकार किया। ऐसा उन्होंने क्यों किया, इसके बारे में जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। उन्होंने प्राइवेट एमआरआई सेंटर से रिपोर्ट लेकर यूपीएससी को सौंप दी, लेकिन यूपीएससी ने इस पर आपत्ति जताई। पूजा खेडकर के चयन को कैट में चुनौती दे दी। वहां पूजा केस हार कर गई, लेकिन एकाएक फिर उनकी नियुक्ति को स्वीकार कर लिया गया। ऐसा कैसे संभव हुआ, इसे लेकर जानकारी भी अब तक सामने नहीं आई है। फिर पूजा चर्चा में आई अपनी वीआईपी कार को लेकर। उनके पास एक Audi Car है। उस पर उन्होंने वीआईपी बत्ती लगा ली। जिसे लेकर हुआ विवाद भी लंबा चला।
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