''मैंने घर वालों को कर्ज में दबा दिया'' ब्याज पर ब्याज लगाया तो दे दी जान ! हैरान कर देने वाली वारदात, चार दिन बाद मिला सूसाइट नोट
हरियाणा (Haryana) के गोहाना में कर्ज में डूबे व्यक्ति ने ज़हर काह के दी जान, फाइनेंसरों को रुपये लौटाए लेकिन ब्याज पर ब्याज लगा, 4 दिन बाद मिला सुसाइड नोट और जुर्म से जुडी खबरें पढ़े CrimeTak.in.
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गोहाना से सुरेंदर सिंह के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
HARYANA GOHANA CRIME STORY : हरियाणा के गोहाना में कर्ज में डूबे व्यक्ति ने जहर खाकर जान दे दी। मृतक से फाइनेंसर 10 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज वसूलते थे। उसने फाइनेंसरों को रुपये लौटाए लेकिन ब्याज पर ब्याज लगा दिया। फाइनेंसर उसे कर्ज से उभरने नहीं दे रहे थे और उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देने लगे। व्यवसायी के मरने के चार दिन बाद सुसाइड नोट मिला जिससे मामले का खुलासा हुआ। गुहाना शहर थाना में दो पुलिस अधिकारियों समेत नौ लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। 9 आरोपी फाइनेंसरों में से दो हरियाणा पुलिस के थानेदार शामिल हैं।
पूरा मामला जानिए
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गांव बड़ौता के रहने वाले रणबीर गोहाना के मुख्य बाजार में देशी घी तैयार करने का कारोबार करते थे। उन्होंने 25 अक्टूबर की सुबह दुकान पर आकर जहरीला पदार्थ खा लिया। रणबीर को गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल के अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
... जब चार दिन बाद मिला सुसाइड नोट
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शूरुआत में पुलिस ने परिजनों के बयान पर मामला दर्ज कर पोस्टमॉर्टम करवाकर शव उनको सौंप दिया था। शुक्रवार को परिजनों को घर पर रणबीर के दस्तावेजों की जांच कर रहे थे, जिसमें रणबीर द्वारा लिखा सुसाइड नोट मिला। इससे मामले में नया मोड़ आया।
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सुसाइड नोट लेकर रणबीर की पत्नी संतोष पुलिस के पास पहुंची। संतोष की शिकायत पर सुसाइड नोट के आधार पर दो पुलिस अधिकारियों समेत 9 के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया। आरोपितों में जयभगवान व बलराज पुलिस विभाग में उप निरीक्षक हैं। जयभगवान बहादुरगढ़ और बलराज गोहाना में नियुक्त है। इनके साथ आरोपियों में सुमेर जैन, सतीश, संदीप गामड़ी, मास्टर वजीर, संदीप और मास्टर शामिल हैं।
सुसाइड नोट में लिखा - मैंने घर वालों को कर्ज में दबा दिया
''मैं रणबीर पुत्र चतर सिंह गांव बड़ौता का रहने वाला हूं। फाइनेंसर से दुखी हूं, इसलिए मैं मरने को मजबूर हो गया हूं। फाइनेंसर मुझे व मेरे बच्चों को मारने की धमकी दे रहे हैं। मैं इनसे बहुत दुखी हूं, इसलिए मरने जा रहा हूं। मैंने इनको जिंदगीभर की कमाई दे दी लेकिन ये लोग मुझे मारने की कह रहे हैं। 10 रुपये सैकड़ा ब्याज लगा रहे हैं। मेरा कोई गारंटर नहीं है। अपने आप पैसे दिए हैं। मैं हाथ जोड़ कर प्रार्थना करता हूं मेरे परिवार की रक्षा करना। मेरे घर जाकर देखा कुछ नहीं बचा है। मैंने घर वालों को कर्ज में दबा दिया।'' दूसरे पेज पर आरोपितों के नाम व मोबाइल नंबर लिखे हैं।
लेकिन यहां सवाल ये उठता है कि उसने कितने रुपए उधार लिए थे ?
सवाल और भी है मसलन,
किस किस से कितने कितने रुपए उधार लिए थे ?
जो पैसे उसने उधार लिए थे, उनका क्या हुआ ?
क्या रणबीर का बिजनेस चल नहीं पा रहा था ?
क्या फाइनेंसस रणबीर को धमका रहे थे ?
इस मामले में पुलिसवालों का क्या रोल है ?
उसकी बेटी संजू ने बताया कि उनके पिता रणबीर ने घरवालों को यह कभी नहीं बताया कि उन्होंने किस-किस से कितना कर्ज ले रखा है। रणबीर ने पत्नी संतोष को फाइनेंसरों की प्रताड़ना के बारे में कई बार जरूर बताया। परिवार वाले परेशान न हो, इसलिए कितना कर्ज है, इस बारे में कुछ नहीं बताया। थाना गोहाना के जांच अधिकारी वेदपाल ने बताया कि रणबीर की पत्नी संतोष ने सुसाइड नोट पुलिस को सौंपा है। इसके बाद संतोष की शिकायत पर नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। परिजनों यह नहीं बता पा रहे हैं कि किससे कितने रुपये लिए थे। आरोपितों से पूछताछ की जाएगी।
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