हिमाचल प्रदेश में पहाड़तोड़ आपदा, 60 लोगों की मौत
Himachal Flood News: हिमाचल प्रदेश में दो दिनों में हुई पहाड़तोड़ आपदा में मरने वालों की संख्या 60 तक पहुंच चुकी है।
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शिमला से सत्येंद्र चौहान और मनजीत सहगल के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Himachal Flood News: हिमाचल प्रदेश में दो दिनों में हुई पहाड़तोड़ आपदा में मरने वालों की संख्या 60 तक पहुंच चुकी है। हिमाचल के शहर-शहर से आफत की खबरें सामने आ रही है। कांगड़ा में पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और सात सौ से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई।
शिमला के कृष्णानगर इलाके की तस्वीरें कुदरत के सबसे भयंकर प्रहार की गवाही दे रही है। बीते हफ्ते भर से जो शिमला लैंड स्लाइड की मार झेल रहा है, वहां एक बार फिर सबसे खतरनाक लैंड स्लाइड हुआ। इस बार कृष्णानगर इलाके में मंगलवार को अब तक का सबसे डरावना लैंड स्लाइड हुआ।
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शिमला के कृष्णानगर इलाके में स्थित एक स्लाउटर हाउस मलबे में तब्दील हो गया। यहां कम से कम आठ मकान जमींदोज हुए हैं। इसमें एक स्लाउटर हाउस भी शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश में कुदरत की तबाही की शुरुआत सोमवार को ही हो गई थी, जब शिमला के करीब समर हिल इलाके में प्राचीन शिव मंदिर लैंड स्लाइड से ध्वस्त हो गया था। सोमवार की सुबह शिव मंदिर तब ये हादसा हुआ जब बड़ी तादाद में श्रद्धालु पूजा करने पहुंचे थे।
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अभी चंद दिनों पहले ही हिमाचल प्रदेश के मंडी समेत कई इलाकों में सैलाबी तबाही हुई थी और अब लैंडस्लाइड की सिलसिलेवार घटनाएं सामने आ रही है। अब तक इन घटनाओं में करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी हैं। भूस्खलन के खतरे को देखते हुआ भी स्कूल बंद हैं। हिमाचल से अभी मुसीबत टली नहीं है क्योंकि अभी भी बारिश का दौर जारी है।
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हिमाचल प्रदेश में पहाड़ तोड़ तबाही की मार यूनेस्को की धरोहर शिमला कालका रेल मार्ग पर भी पड़ी है। भूस्खलन से ट्रैक पर पांच छह जगहों पर क्षति पहुंची है। 120 किलोमीटर लंबे इस रेलवे ट्रैक को 2008 में यूनेस्को ने हेरिजेट ट्रैक घोषित किया था।
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