प्रियंका का Tweet बना 'Tornado', चारों तरफ हिजाब का हाहाकार, अब बढ़ने लगा बवाल

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प्रियंका का Tweet बना 'Tornado', चारों तरफ हिजाब का हाहाकार, अब बढ़ने लगा बवाल
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चपेट में आए शहर हिजाब की आंधी में

Hijab Controversy : हिजाब(Hijab) का बवाल हिन्दुस्तान में किसी टोरनेडो (Tornado) जैसा बन गया है। जिधर नज़र दौड़ाओ, हिजाब का ही बवाल बेहिजाब नज़र आ रहा है। लेकिन हिजाब की ये कंट्रोवर्सी (controversy) उस वक़्त और ज़्यादा विकराल होती दिखाई देने लगी जब बात तो अदालत की चौखट तक जा पहुँची और अदालत की बड़ी बैंच इस मुद्दे पर किसी नतीजे तक पहुँचने के लिए सिर खपाने लगीं, लेकिन इस विवाद को तब ज़्यादा हवा लगी जब इसमें सियासत का तड़का लगना शुरू हो गया।

खासतौर पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के बयान के बाद तो जैसे पक्ष और विपक्ष की लकीर ही खिंच गई। एक तरफ वो लोग हैं जो प्रियंका गांधी के बयान से अपनी रज़ामंदी दिखा रहे हैं तो दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो बिकनी जैसे शब्दों वाले प्रियंका के बयान को अपने ही चश्मे से देखकर उसका तफ़्सरा करने में लग गए हैं।

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प्रियंका गांधी का बयान और विवाद की आंधी

Hijab Row: 9 फरवरी को प्रियंका गांधी वाढरा से जब हिजाब विवाद के बारे में पत्रकारों ने एक सवाल किया कि आपने अपने ट्वीट में जो कुछ लिखा है उससे आप कहां तक सहमत हैं। इस पर प्रियंका गांधी ने तर्क दिया कि इस बारे में कोई भी किसी भी तरह से मेरी बात को तोड़ मरोड़कर मुझ पर कोई भी लांछन लगा सकता है।

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मगर एक बात है जिससे शायद ही किसी को इनकार हो कि हम किसी व्यक्तिगत को कैसे कह सकते हैं कि वो अपनी मर्जी की बजाए हमारी मर्जी से कुछ भी पहने।उन्होंने कहा था कि ये एक महिला का अधिकार है कि वो जो पहना चाहे वो पहन सकती है। किसी को भी ये अधिकार नहीं है कि वो किसी महिला से कहे कि तुम ये पहनो या ये मत पहनों।

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हिजाब को लेकर प्रियंका का ट्वीट

Hijab Row in Hindi: प्रियंका गांधी ने 9 फरवरी को ही एक ट्विट भी किया था, लड़की हूं लड़ सकती हूं हैशटैग के साथ किए उस ट्वीट में भी प्रियंका गांधी ने यही लिखा था

‘’चाहे वह बिकनी हो, घूंघट हो, जींस हो या हिजाब हो, यह फैसला करने का अधिकार महिलाओं का है कि उन्हें क्या पहनना है’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘इस अधिकार की गारंटी भारतीय संविधान ने दी है. महिलाओं का उत्पीड़न बंद करो।’’

बस इस ट्वीट के बाद ही हिजाब के विवाद को एक नई हवा मिल गई। जिसमें सियासत का पेट्रोल मिला हुआ था, लिहाजा देखते ही देखते मामला भड़क उठा और चारो तरफ इस झगड़े का धुआं फैल गया।

सुप्रीम कोर्ट का दखल से इनकार

Hijab Controversy News:इसी बीच कर्नाटक से उठी हिजाब विवाद की आंधी पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल किसी भी तरह से दखल देने से इनकार कर दिया है। असल में कांग्रेस के नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में दखल देने और किसी व्यवस्था को देने के लिए एक याचिका दाखिल की थी लेकिन देश की सबसे बड़ी अदालत ने इस मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला आने तक किसी भी तरह दखल न देने की बात कही है।

सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि पहले कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला आने दिया जाए उसके बाद इस मामले को देखेंगे। असल में कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी कि ये केस कर्नाटक हाईकोर्ट से ट्रांसफर करते हुए इसे 9 जज की कॉन्स्टीट्यूशन बेंच से सुनवाई कराई जाए।

पुलिस निपट रही है हिजाब के विवाद से

Hijab Controversy Latest :उधर कर्नाटक में 9 तारीख को हिजाब मामले का केस बड़ी बेंच को रेफर कर दिया गया, जिस पर अब चीफ जस्टिस रितु राज अवस्थी, जस्टिस कृष्णा एस दीक्षित और जस्टिस जे एम खाजी की पीठ सुनवाई कर रही है।

कर्नाटक के बेंगलुरू समेत कई शहरों में पुलिस ने अलग तरह से बंदोबस्त तैयार किया है। हिजाब के हाहाकार से निपटने के लिए पुलिस ने स्कूल कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थाओं के 200 मीटर के दायरे में लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगा दी है, और ये पाबंदी अगले दो हफ़्तों तक जारी रहेगी। असल में हिजाब को लेकर हो रहे प्रदर्शन के मद्देनज़र ये प्रतिबंध पुलिस ने लागू किया है।

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