वो एक के बाद एक क़त्ल करता चला गया ! कैसे पुलिस को नहीं पता चला ? अब जाकर आरोपी गिरफ्तार
He went on killing one after the other! How did the police not know? Now the accused arrested
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तनसीम हैदर के साथ चिराग की रिपोर्ट
चाहता था संपत्ति, कर दिए एक के बाद एक क़त्ल
गाजियाबाद की मुरादनगर थाना पुलिस ने एक ऐसी सीरियल किलिंग की घटना का खुलासा किया हैं जहां एक सीरियल किलर द्वारा अपने ही परिवार के सदस्यों को सम्पति के लालच में बेहद शातिराना तरीके कत्ल किया जा रहा था । कत्ल का यह सिलसिला बीते 20 साल पहले शुरू हुआ था । कातिल द्वारा एक एक कर परिवार के 5 लोगो के सिलसिलेवार कत्ल इतने शातिराना तरीके से किये गये कि कोई उस पर शक तक न कर सका, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने जब कातिल को गिरफ्तार किया तो सम्पति के लालच में कत्ल की ऐसी साजिश सामने आई, जिससे परिवार और लोगों के साथ ही पुलिस भी सन्न रह गई ।
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पूरा मामला कुछ इस तरह से है
इस पूरे मामले में एएसपी आकाश पटेल ने बताया मुरादनगर थाना क्षेत्र के बसंतपुर सैंथली गांव निवासी बृजेश त्यागी ने बीते 15 सितम्बर को मुरादनगर थाने में अपने बेटे रेशू त्यागी (25 बर्षीय) के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया गया था कि रेशू बीती 8 सितम्बर से लापता है। इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद बृजेश त्यागी के छोटे भाई और लापता हुए रेशू के चाचा लीलू त्यागी, नंगौला हापुड़ निवासी सुरेन्द्र त्यागी और संभल निवासी राहुल को गिरफ्तार किया है। सुरेन्द्र यूपी पुलिस का रिटायर्ड दरोगा है। राहुल रिटायर्ड दरोगा का नौकर है। लीलू त्यागी ने पूछताछ में बताया कि उसने बड़े भाई की संपत्ति को कब्जाने की नीयत से अपने भतीजे रेशू की हत्या कर दी और शव को बुलंदशहर के पहासु थानाक्षेत्र में नहर में बहा दिया। लीलू ने पुलिस को बताया कि वह अपने साथियों के साथ रेशू को बहाने से स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाकर बुलंदशहर ले गया था। पहासु थानाक्षेत्र में जाकर उन्होंने रस्से से रेशू का गला घोट दिया और शव को नहर में ठिकाने लगाकर वह वापस घर लौट गए।
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पहले हत्या की फिर गुमराह करने के लिए रेशू को तलाशने लगे
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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घर लौटने के बाद हत्यारोपी लीलू अपने बड़े भाई बृजेश त्यागी के साथ मिलकर लापता भतीजे रेशू की तलाश में जुट गया। भाई ने पुलिस से शिकायत करने को कहा तो लीलू ने उसे गुमराह करने का प्रयास किया। थक हार कर बृजेश खुद ही मुरादनगर थाने पहुंचे और बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई और लीलू पर शक जताया। पुलिस को बृजेश से जानकारी जुटाने के दौरान पुलिस को लीलू पर शक गहराया था। इसके बाद पुलिस ने रेशू और लीलू के मोबाइल नंबरों की जांच पड़ताल की तो 8 सितम्बर को दोनों की लोकेशन बुलंदशहर में मिली। बुलंदशहर पहुंचकर रेशू का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। जबकि लीलू और उसके साथियों की वापसी में लोकेशन गाजियाबाद में मिली। इसके अलावा लीलू और सुरेन्द्र द्वारा फोन पर की गई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मिल गई। इसमें वह अपने ही भतीजे रेशू के हत्याकांड का जिक्र करते हुए पुलिस से बचने की रणनीति बनाते हुए सुनाई दिया । इन्हीं सबूतों के आधार पर पुलिस ने लीलू पर शिकंजा कस दिया और सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल लिया। इसके बाद सुरेन्द्र और उसके नौकर राहुल को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि घटना में शामिल विक्रांत और उसका भांजा मुकेश अभी फरार हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है।
एक के बाद एक कत्ल
दरअसल आरोपी अपने परिवार की सारी संपत्ति का इकलौता मालिक बनना चाहता था। इसके लिए उसने 20 साल पहले बड़े भाई सुधीर त्यागी को मारा और फिर उसकी पत्नी से शादी कर भाई की दोनों बेटियों पायल 8 बर्ष को जहर देकर और पारुल 16 बर्ष को कुछ सालों के अंतर पर मौत के घाट उतार उसका शव नहर में फेंक दिया। गिरफ्तार आरोपी लीलू ने अपने दूसरे बड़े भाई ब्रजेश त्यागी के दोनों बेटों का कत्ल कर उनके शव भी ठिकाने लगा दिए। करीब 8 साल पहले लीलू ने ही भाई के बेटे निशु की हत्या कर शव को हिंडन नदी में फेंक दिया और अब दूसरे भतीजे रेशु का भी कत्ल कर शव को बुलन्दशहर के पहासू इलाके में नहर में फेंक दिया । इस सबके बावजूद शातिर किलर ने किसी को शक नहीं होने दिया।
लेकिन हर बार कैसे बच जाता था आरोपी
इस बार भतीजे रेशु के गायब और उसके कत्ल की गुत्थी को सुलझाती पुलिस उस तक पहुच गयी और इस सीरियल किलर को गिरफ्तार कर लिया गया । उसने परिवार की संपत्ति को कब्जाने की नीयत से अपने ही परिवार के पांच लोगों का सिलसिलेवार कत्ल कर शवों को ठिकाने लगा दिया। सीरियल किलर, उसके साथी रिटायर्ड दरोगा सुरेंद्र और दरोगा के नौकर राहुल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से पुलिस ने रेशू हत्याकांड में इस्तेमाल की गया रस्सा भी बरामद कर लिया है।
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