हिंसा की आग में जला हरियाणा हाई अलर्ट पर, सोशल मीडिया के एक वीडियो ने लगा दी आग
Haryana Violence: मेवात और नूंह में भड़की हिंसा के मद्देनजर पूरे हरियाणा को हाई अलर्ट कर दिया गया है और चार जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। तमाम स्कूल और दफ्तरों को भी बंद कर दिया गया है।
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Nuh Violence Update: हिंसा भड़कने के बाद हरियाणा इस वक़्त हाई अलर्ट पर है। हरियाणा के मेवात इलाके में उपद्रव की वजह से धारा 144 लागू कर दी गई है। जिसकी वजह से मेवात के साथ साथ गुरुग्राम, फरीदाबाद और रेवाड़ी जिलों में पुलिस का तगड़ा पहरा लगा दिया गया है। दरअसल दो पक्षों में झगड़े की वजह से पत्थरबाजी होने के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया था। उस तनाव की शुरुआत मेवात के नूंह इलाके से हुई। यहां दरअसल हिंदू संगठनों की तरफ से एक ब्रजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी उसी दौरान दो गुटों में टकराव हो गया और टकराव के बाद पत्थरबाजी की घटना हुई।
देखते ही देखते 50 से ज़्यादा गाड़ियां आग के हवाले कर दी गईं। इस उपद्रव और हिंसा की वजह से दो होम गार्ड्स की मौत हो गई जबकि 10 से ज़्यादा घायल हो गए। अब तक की पूरी हिंसा का लब्बो लुआब है एक वीडियो जिसके सामने आने के बाद पहले लोगों का गुस्सा भड़का और फिर गुस्से की वो आग लोगों को साक्षात आस पास नज़र आने लगी।
पुलिस की गाड़ियों पर हमला
मेवात में जब हिंसा शुरू हुई तो वहां मौजूद पुलिस बल उपद्रवियों को काबू में नहीं कर पाया। भीड़ और भीड़ का उन्माद देखकर मेवात में पुलिस ने मुख्यालय से और फोर्स भिजवाने का आग्रह किया। इसी बीच हमलावरों ने मेवात से गुरुग्राम जा रही पुलिस की गाड़ियों पर भी पथराव शुरू कर दिया। जिससे कुछ पुलिसवाले बुरी तरह से घायल हो गए। लेकिन थाना खेड़की दौला के होमगार्ड नीरज और होमगार्ड गुरसेवक की मौत हो गई। जबकि बाकी घायल पुलिसवालों का इलाज चल रहा है।
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मंदिर पर हमला करने का दावा
ये बात गौरतलब है कि हरियाणा का मेवात और नूंह का इलाका गो तस्करी के विवाद की वजह से पहले से ही संवेदनशील माना जाता रहा है। हैरानी की बात ये है कि राजधानी से महज डेढ़ घंटे की दूरी पर मौजूद इस इलाके में उपद्रवियों का बोलबाला देखने को मिला। हैरानी की बात यही है कि यहां दावा किया जा रहा है कि मंदिर को घेरकर हमला किया गया। और ये भी दावा किया गया कि सैकड़ों लोग मंदिर में फंस गए थे जिन्हें बाद में रेस्क्यू किया गया।
तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू
अब नूंह के इलाके में तीन दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं संस्पेंड कर दी गईं हैं और पूरे इलाके में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। इसके साथ ही कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने लोगों से शांति बहाल रखने की अपील की है और पुलिस की टीमें इलाके में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकलाने में लगी हुई हैं। फिलहाल कुछ घंटों से हालात कुछ काबू में दिखाई पड़ रहे हैं।
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बृजमंडल यात्रा पर पथराव
गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि सोहना में हालात तनावपूर्ण हैं और माहौल में शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि हिन्दू संगठन की तरफ से तय था कि ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाएगी। निश्चित हो चुके प्लान के मुताबिक मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी। लेकिन तभी यात्रा पर पथराव शुरू हो गया। इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता भी पहुँचे थे।
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मोनू का वीडियो और लोग हो गए नाराज
इसी बीच मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी करके लोगों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की थी। लेकिन उस वीडियो का असर ये हुआ कि कुछ लोग इस यात्रा से नाराज हो गए और जमकर बवाल काटा। इसी बीच पथराव भी हो गया। वैसे ये बात किसी से छुपी नहीं है कि मोनू मानेसर पुलिस में मोस्टवॉन्टेड है। नासिर और जुनैद हत्याकांड में मोनू मानेसर मुख्य आरोपी है। इसी साल 16 फरवरी को लोहारू के पास बारवास गांव के नजदीक जंगल से एक बोलेरो गाड़ी मिली थी जिसमें दो कंकाल थे। उनकी पहचान नासिर और जुनैद के तौर पर हुई थी और खबर का खुलासा यही था कि नासिर और जुनैद की हत्या के सिलसिले में मोनू मानेसर का नाम सामने आया था।
सोहना में हालात सबसे खराब
उसी मोनू मानेसर ने जब दो दिन पहले वीडियो जारी करके ये बात कही थी कि वो खुद इस ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होगा, जिसको लेकर कई स्थानीय लोग नाराज हो गए। इससे कुछ झगड़ा सा हुआ और बाद में पथराव होने लगा। इस पथराव ने ही बाद में हिंसा का रूप ले लिया। देखते ही देखते मेवात में नूंह से शुरू हुई हिंसा कुछ ही देर में सोहना और फिर गुरुग्राम तक फैल गई। सबसे हैरानी वाली बात ये है कि सोहना इलाके में दोनों पक्षों की तरफ से गाड़ियों को आग लगा दी गई और दोनों तरफ से जमकर पत्थर चले। इसके अलावा कई दुकानों को आग तक लगा दी गई।
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