नूह हिंसा के बाद भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ केस, विश्वहिंदू परिषद व बजरंगदल कार्यकर्ताओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Haryana Nooh Violence: गुरुग्राम के सेक्टर 56 और पटौदी थाने में दर्जन भर लोगो के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है।
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गुरुग्राम से नीरज वशिष्ठ की रिपोर्ट
Haryana Nooh Violence: तिगरा महापंचायत में हेट स्पीच देने के मामले में भाजपा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष के कुलभूषण भारद्वाज और बबिता गुर्जर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हिंसा के बाद साइबर सिटी के पटौदी और सेक्टर 56 इलाके में हेट स्पीच को शहर की शांति व्यवस्था भंग करने और साम्प्रदायिक दंगे भड़काने को लेकर मामले दर्ज किए गए हैं।
विश्वहिन्दू परिषद और बजरंगदल के नेता सड़को पर उतरे
पहला मामला पटौदी इलाके में विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल के दो दर्जन कार्यकर्ताओ के खिलाफ किया गया है। जहाँ धारा 144 लगे होने के बाबजूद न केवल बड़ी संख्या में विश्वहिन्दू परिषद और बजरंगदल के नेता सड़को पर उतरे बल्कि "देश के गद्दारों को गोली मारो सालों को जैसे भड़काऊ भाषण दे पटौदी का माहौल खराब करने की कोशिश की थी। इस मामले पर पुलिस द्वारा स्वतः संज्ञान ले एफआईआर दर्ज की गई है।
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लोगों को भड़काने की कोशिश की
वहीं दूसरा मामला सेक्टर 56 थाना क्षेत्र के तिगरा इलाके का है जहाँ बीते रविवार माहापंचायत का आयोजन किया गया था और इसी दौरान भाजपा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज और बबिता गुर्जर के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के तहत मामला दर्ज किया गया है। कुलभूषण पर आरोप है की महापंचायत के दौरान कुलभूषण भारद्वाज ने फिरोजपुर झिरका के विधायक को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि विधायक सुन लो हम तुम्हे आवास और निवासहीन कर देंगे जैसे बयान देकर भीड़ को भड़काने का काम किया।
बबीता गुर्जर पर संगीन आरोप
वहीं बबीता गुर्जर पर आरोप है के बबीता ने माहापंचायत के दौरान बयान दिया की सेक्टर 57 की मस्जिद को तोड़ने में सबसे पहले उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। बता दें की नूह हिंसा में सोशल मीडिया पर बड़े तौर पर हेट स्पीच दे माहौल को इतना खराब कर दिया के नूह और गुरुग्राम दंगो की चपेट में आ गए।
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