नूंह हिंसा पर हरियाणा के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने उठाए सवाल, हालात को कोई भांप ही नहीं पाया

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नूंह हिंसा पर हरियाणा के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने उठाए सवाल, हालात को कोई भांप ही नहीं पाया
नूंह हिंसा को समझने में चूक तो हुई है
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Nuh Violence Admits Lapses: हरियाणा में मेवात में हुई हिंसा को लेकर एक तरफ सरकार हर मुमकिन तरीके से उपद्रवियों पर शिकंजा कसने की तैयारी तेज कर रही है और धरपकड़ भी तेज कर दी है लेकिन उसी हरियाणा सरकार के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कई सवाल खड़े के हैं। दुष्यंत चौटाला का कहना है कि क्या किसी को भी समझ में नहीं आया कि नूंह में ये सारा बवाल हो सकता है। नूंह के एसपी 22 जुलाई से छुट्टी पर थे। और उनकी जगह जो पुलिस अफसर यहां का काम देख रहे थे क्या उन्हें हालात को भांपने में चूक हुई।

मेवात में हुई हिंसा का अंदाजा न लगा पाना बड़ी चूक है

 

हिंसा का अंदाजा लगाने में चूक हुई

31 जुलाई को नूंह में हिंसा भड़की। ऐसे में नूंह में ऐसा हो सकता है क्या ये अंदाजा लगाने में चूक हुई। लिहाजा इस सारी नाकामियों का जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन ही रहा जिसने अपनी नाकामियों की वजह से पूरा इलाका आग में झुलसा दिया। 

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चौटाला ने हिंसा की वजह तलाशी

जे जे पी के नेता दुष्यंत चौटाला का कहना है कि इससे पहले भी धार्मिक जलूस निकाले गए और पहले भी भीड़ इकट्ठा होती रही। लेकिन इस बार जुलूस के आयोजकों ने शामिल होने वाले लोगों की गिनती के बारे में कोई तस्वीर साफ नहीं की थी। और यही एक शायद सबसे बड़ी चूक थी जिसकी वजह से नूंह का इलाका हिंसा की आग में झुलस गया। 

दुष्यंत चौटाला ने नूंह हिंसा पर गंभीर सवाल उठाए

खबर मिलते ही एक्शन लिया

दुष्यंत चौटाला से जब ये पूछा गया कि उन्हें इस हिंसा के बारे में कब पता चला तो उन्होंने कहा कि दोपहर डेढ़ बजे के आसपास मुझे फोन आया और इस हिंसा के बारे में मुझे खबर लग गई। चौटाला ने कहा, उसके बाद ही मैं एक्शन में आ गया। मैने फौरन एडीजीपी से बात की और उनसे आग्रह किया कि भिवानी के एसपी को फौरन नूंह भेज दिया जाए। 

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मजहब के चश्मे से देखना बंद किया जाए

इस सिलसिले में हो रही कार्रवाई के बारे में चौटाला का कहना है कि इस मामले में जिस किसी को भी गिरफ्तार किया गया वो सभी जाति और धर्म के लोग हैं लिहाजा इसको जाति और समुदाय के दायरे में समेटकर न देखा जाए। सांप्रदायिक झड़पों का हवाला देते हुए चौटाला ने कहा कि सरकार सात घंटे के भीतर ही हालात पर काबू पाने में कामयाब रही। जबकि आमतौर पर देखा यही जाता है कि ऐसी घटना अगर होती है तो कई कई हफ्तों तक सिलसिला चलता रहता है। ऐसे में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये हमारी क्षमता और काबिलियत है कि हम गैरसामाजिक तत्वों पर काबू पाने में कामयाब रहे। 

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इंटरनेट और मोबाइल सर्विस 11 तक बंद

 ये बात गौर तलब है कि राज्य सरकार ने नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवा पर अपनी रोक को 11 अगस्त तक बढ़ा दिया। ये भी बात गौर करने लायक है कि 31 जुलाई की उस हिंसा में दो होमगार्ड्स के सिपाहियों के साथ साथ छह लोगों की मौत हो गई थी। दरअसल नूंह जिले में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद की तरफ से जुलूस निकाला गया जिस पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अभी तक 312 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि हरियाणा में हिंसा के सिलसिले में 142 एफआईआर दर्ज की गई है।  इसी बीच जमीयत उलेमा ए हिंद ने नूंह हिंसा के पीड़ितों के पुनर्वास की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। 

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