Ismail Haniyeh को मारने वाली Missile चली कहां से? सस्पेंस कायम, Double Cross Agent ने दी थी सटीक लोकेशन

ADVERTISEMENT

Ismail Haniyeh को मारने वाली Missile चली कहां से? सस्पेंस कायम, Double Cross Agent ने दी थी सटीक लोकेशन
social share
google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

मोसाद और CIA के एजेंट ने दी थी सटीक लोकेशन

point

मिसाइल की लोकेशन पता लगाने में जुटी एजेंसियां

point

इस्माइल हानिये का तेहरान का पता डबल क्रॉस एजेंट्स से मिला

Hamas Leader Ismail Haniyeh Killed:  हमास के चीफ इस्माइल हानिये (Ismail Haniyeh) को मार दिया गया। ये खबर बुधवार की सुबह से सारी दुनिया में सुर्खियों में छाई हुई है। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (Islamic Revolutionary Guard Corps) यानी IRGC ने भी इस बात पर मुहर लगा दी कि हानिये मारा गया। बुधवार सुबह भारत में जब सुबह के चार बजे थे और ईरान में रात को दो बजे थे उसी समय तेहरान (Tehran) में हानिये के ठिकाने पर मिसाइल से हमला किया गया। हमला इतना सटीक और जबरदस्त था कि जिस मकान में हानिये था उस पूरे मकान के ही परखच्चे उड़ गए। बताया गया कि हानिये और उसका एक बॉडीगार्ड इस हमले में मारे गए। 

मिसाइल कहां से दगी, सस्पेंस बरकरार

इस्माइल हानिया की हत्या कैसे हुई, यह अभी भी पहेली बनी हुई है। हालांकि, अलग अलग मीडिया रिपोर्ट्स में अलग-अलग दावा किया जा रहा है। जबकि हमास की तरफ से कहा गया है कि इजरायली एयरस्ट्राइक में हमास नेता हानिया की मौत हुई है। इस्माइल हानिये की मौत को लेकर तो कोई सवाल नहीं है मगर हमले को लेकर कई सवाल हैं जिसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ईरान की न्यूज एजेंसी इरना के मुताबिक आधी रात के बाद करीब दो बजे मिसाइल से हमले में हानिये के चीथड़े उड़ा दिए। न्यूज एजेंसी का दावा है कि ये हमला हानिये के ठिकाने पर गाइडेड मिसाइल से किया गया। इस्माइल हानिये उस समय उत्तरी तेहरान के सबसे महफूज इलाकों में से एक जगह पर था। ये इलाका कितना सुरक्षित माना जाता है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां हानिये का ठिकाना था वहां से महज 150 मीटर दूरी पर ही ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई का घर है। 

मिसाइल दागने के ठिकाने का पता लगाने में जुटी एजेंसियां

मगर एक सवाल इससे भी बड़ा है जिसे सुलझाने में दुनिया भर की एजेंसियां लगी हुई हैं और वो सवाल ये है कि आखिर ये हमला किया कहां से गया। एक एजेंसी का दावा है कि हमला इजरायल के सबसे बड़े शहर तेल अवीव से किया गया जो तेहरान से करीब 2000 किमी दूर है। लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि ईरान की राजधानी तेहरान में हानिये के ठिकाने पर कतर के पास अमेरिकी नेवल बेस से हमला किया गया है। लेकिन अभी तक कोई भी पुख्ता तरीके से ये बताने को तैयार नहीं है कि असल में तेहरान में हमास के मुखिया के ठिकाने पर हमला हुआ तो हुआ कहां से। ईरानी सेना का कहना है कि ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर ईरान की राजधानी में जिस मिसाइल ने हमास के मुखिया के ठिकाने पर हमला किया वो कहां से चलाई गई। 

ADVERTISEMENT

Mossad और CIA का नेटवर्क एक्टिव

इस बीच इस्माइल हानिया पर हुए हमले के पीछे इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का ही हाथ माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि मोसाद करीब 15 साल से हानिया को ट्रैक कर रहा था। इस्माइल हानिया 3 महीने पहले तुर्किए शिफ्ट हुआ था। लेकिन अचानक मोसाद को इस्माइल हानिया के तेहरान जाने की खबर लगी। तो तेहरान के भीतर मोसाद और अमेरिकी खुफिय एजेंसी CIA का नेटवर्क एक्टिव हो गया। ये बात साफ थी कि तेहरान में इस्माइल हानिया बेहद कड़ी सुरक्षा घेरे में होगा। लेकिन मोसाद और सीआईए के एजेंट ये पता लगाने में कामयाब हो गए कि हानिया तेहरान में वॉर वेटरन्स के लिए बने खास आवास में ठहरे थे, जो तेहरान के सबसे सुरक्षित इलाके के एक मकान की दूसरी मंजिल पर था। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद और अमेरिकी एजेंसी CIA ने हानिया की सटीक लोकेशन दी थी। 

किस देश से दागी गई मिसाइल

हिजबुल्लाह समर्थक लेबनानी अल मयादीन न्यूज वेबसाइट ने एक ईरानी सूत्र के हवाले से कहा कि तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया को मारने के लिए इस्तेमाल मिसाइल दूसरे देश से दागी गई थी। बताया जा रहा है कि मोसाद के डबल एजेंट की वजह से हानिया के मारे जाने का रास्ता साफ हो सका। इस्माइल हानिया मौत से एक दिन पहले तेहरान में ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई से भी मिला था। हानिया की मौत के बाद अब इजरायल में अलर्ट है। इजरायल ने 24 घंटे लिए अपना एयरस्पेस पूरी तरह से बंद कर दिया है। आशंका है कि अपने मुखिया की मौत के बाद हमास की तरफ से हमले की आशंकाओं है। 

ADVERTISEMENT

ओमान शिफ्ट होने की थी प्लानिंग

इस्माइल हानिये समेत हमास की पॉलिटिकल लीडरशिप 6 सालों से कतर में रह रही थी। कतर से हमास के संबंध अच्छे रहे हैं। हालांकि, 3 महीने पहले ये रिपोर्टे्स आने लगी थीं कि कतर जंग में मध्यस्थता से परेशान हो चुका था। इसके चलते हमास के नेता ओमान शिफ्ट होने की प्लानिंग कर रहे थे। 

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜