'टाइट शर्ट' वाले पुलिस अफसर ने किया 'सैल्यूट' और खतरे में पड़ गए नौकरी
Police Officer Alleged Misconduct: हरियाणा पुलिस के एक बड़े अफसर की नौकरी उस वक्त खतरे में पड़ गए जब उन्होंने कोर्ट में दो उंगली से जज साहब को सैल्यूट किया।
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Haryana Police: क्या कभी किसी पुलिस अफसर ने सैल्यूट किया हो और उसकी अच्छी खासी नौकरी खतरे में पड़ गई हो। सुनने में ये बात जितनी अजीब लगती रही है, उससे कहीं ज्यादा हैरान भी करती है। लेकिन अक्सर हमारे आस पास ऐसा कोई न कोई किस्सा सामने आ जाता है जो हमें हैरान करके रख देता है।
पुलिस अफसर की इज्जत और नौकरी दोनों खतरे में
अब गुरुग्राम के एक पुलिस अफसर का किस्सा ले लीजिए, बेचारे अच्छे खासे IPS अफसर थे, महकमें और इलाके दोनों ही जगह उनकी अच्छी खासी इज्जत और रेपुटेशन भी थी, मगर अचानक एक रोज उनकी नौकरी खतरे पर पड़ गई, और वो भी तब जब उन्होंने एक जज साहब को सैल्यट मारा।
जज का ऑन द स्पॉट फैसला
ताज्जुब की बात ये है कि उस वर्दीवाले पुलिस अफसर से जज की कोई पुरानी खुन्नस नहीं थी, मगर उसी जगह ऑन द स्पॉट कुछ ऐसा हो गया जिसने जज साहब और पुलिस के बड़े अफसर दोनों के माथे पर एक साथ बल डाल दिए। ये किस्सा हरियाणा के गुरुग्राम का है। यहां एक पुलिस अफसर हैं एसीपी नवीन शर्मा। वो अपनी टीम के साथ एक धोखाधड़ी के किस्से की तफ्तीश में लगे हुए थे। और तहकीकात के दौरान उन्हें जो सबूत और सुराग हाथ लगे उसे ले जाकर अदालत में पेश करना था। लिहाजा नवीन शर्मा और उनकी टीम धोखाधड़ी के आरोपी अनिल को साथ लेकर जिला अदालत पहुँचे। किस्सा 8 फरवरी का है।
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कोर्ट में पुलिस अफसर ने किया सैल्यूट
अदालत बैठी हुई थी और जज की कुर्सी पर विराजमान थे माननीय न्यायाधीश विक्रांत। कोर्ट में दाखिल होते ही एसीपी नवीन शर्मा ने जज साहब को दो उंगली से सैल्यूट किया और भीतर पहुँच गए। जज साहब ने फौरन एसीपी साहब को टोका और वहीं उनकी क्लास शुरू हो गई। जज साहब ने नवीन शर्मा से पूछा कि आपने दो उंगली से सैल्यूट क्यों किया? सवाल सुनते ही पहले तो खुद नवीन शर्मा अचकचा गए। और कोर्ट में मौजूद तमाम लोग भी हैरत के साथ जज साहब को देखने लगे।
पुलिस अफसर की कोर्ट में लगी क्लास
जज साहब ने फौरन एसीपी से पूछा, आपने कितने तरीके से सैल्यूट करना सीखा है। तो एसीपी नवीन शर्मा ने बड़े अदब से अदालत को बताया कि उन्होंने तीन तरीके से सैल्यूट सीखा है। तब जज साहब अपने पहले वाले सवाल पर फिर लौटे, तो आपने दो उंगली से क्यों सैल्यूट किया। इस पर एसीपी का जवाब सुनकर जज साहब बुरी तरह से गुस्से से भर गए। एसीपी नवीन शर्मा ने कहा कि असल में उनकी शर्ट बहुत टाइट है, इसलिए उन्होंने ऐसा किया। इसके बाद तो जज साहब ने एसीपी साहब का सारा गुरूर वहा छांट दिया।
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सैल्यूट का कानून क्या कहता है
न्यायाधीश महोदय ने सारा काम धाम छोड़कर सबसे पहले पुलिस अफसर के गुरूर पर अपना हथौड़ा चलाया और पुलिस कमिश्नर को एसीपी के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने का आदेश पारित कर दिया। अपने इस आदेश के साथ जज साहब ने पंजाब पुलिस रूल्स 1934 का हवाला दिया। ये नियम कहता है कि कोई भी पुलिस अफसर वर्दी में अदालत में प्रवेश करते समय जज की कुर्सी को सैल्यूट करेगा। भले ही उस अदालत में न्यायिक अधिकारी की रैंक या स्थिति कुछ भी हो।
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पुलिस कमिश्नर को दिया जज ने आदेश
जज साहब ने कमिश्नर को भेजे अपने उस आदेश में लिखा है कि पुलिस महकमें के तमाम सिपाहियों और अफसरों को अदालत के कायदे और कानून, प्रोटोकॉल की सारी जानकारी दिलाने और उसकी बाकायदा ट्रेनिंग देने का इंतजाम किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में किसी भी पुलिसवाले की अदालत की अवमानना करने की हिम्मत न हो।
कार्रवाई की रिपोर्ट अदालत ने मांगी
बात यहीं खत्म नहीं हुई। अदालत ने पुलिस कमिश्नर को ये भी आदेश दिया है कि एसीपी नवीन शर्मा के खिलाफ पुलिस महकमा जो भी कार्रवाई करता है उसकी एक रिपोर्ट अदालत में पेश की जाए। अब पुलिस डिपार्टमेंट ने इस काम की जिम्मेदारी डीसीपी वेस्ट वरुण गोयल को सौंपी हो जो जल्दी ही अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश करेंगे।
किस लिए अदालत जाना पड़ा एसीपी को
आखिर एसीपी नवीन शर्मा को अदालत जाना क्यों पड़ा?तो मामला ऐसा था कि फरवरी 2023 में पालम विहार के रहने वाले प्रवीण कुमार ने पालम विहार थाना में एक शिकायत दर्ज कराई थी। उस शिकायत के मुताबिक उनकी जमीन के मामले में काम कराने के लिए संदीप और अनिल से बात हुई थी। उन्हें भरोसा दिया गया था कि काम कराने के लिए 25 लाख रुपये का खर्च आएगा और दस दिन में काम पूरा हो जाएगा। संदीप ने खुद को मुख्यमंत्री विंडो से जुड़ा हुआ बताया था। भरोसा करके प्रवीण ने पैसे दे दिए, मगर काम नहीं हुआ। तब प्रवीण ने संदीप और अनिल से अपने पैसे वापस मांगे। इन लोगों ने प्रवीण को पैसे तो नहीं दिए अलबत्ता जान से मारने की धमकी जरूर दे दी। तब प्रवीन अपनी शिकायत लेकर हरियाणा पुलिस के पास पहुँचा और धोखाधड़ी के साथ साथ जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट लिखा दी। उस शिकायत का सबसे चौंकाने वाला पहलू ये है कि धमकी देने वाला संदीप असल में हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर तानात है। लिहाजा इस शिकायत के बाद महकमें ने संदीप के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की थी और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा भी जोड़ दी गई।
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