कोरोना के डर से ये मां-बेटे 3 साल तक घर से बाहर ही नहीं निकले, बड़ी मुश्किल से हुआ रेस्क्यू

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कोरोना के डर से ये मां-बेटे 3 साल तक घर से बाहर ही नहीं निकले, बड़ी मुश्किल से हुआ रेस्क्यू
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गुरुग्राम से नीरज वशिष्ठ की रिपोर्ट 

Gurguram News : कोरोना से खौफ़जदा मां ने बच्चे और खुद को 3 साल तक कमरे में कैद रखा. पूरे 3 साल बाद अब बच्चा 10 साल का हो चुका है. जबकि कोरोना के समय उसकी उम्र 7 साल थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन की टीम ने दोनों मां बच्चे का रेस्क्यू किया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. इस दौरान इन दोनों मां बेटे ने घर के बाहर निकलकर सूरज को भी कभी नहीं देखा. बताया जा रहा है कि बच्चे की मां मानसिक रूप से थोड़ी अस्वस्थ है. पिछले 3 साल से महिला के घर में कूड़े का ढेर भी मिला है.

महिला की उम्र करीब 40 साल है. मामला गुरुग्राम के सेक्टर 29 पुलिस थाने की चकरपुर चौकी इलाके का है. इस बारे में महिला के पति ने खुद पुलिस और गुरुग्राम प्रशासन से की थी. जिसके बाद ये रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. महिला के पति ने बताया कि उसकी बीवी मानसिक तौर पर बीमार है. उसने कोरोना के डर से पिछले 3 साल से खुद को और बेटे को भी घर में ही कैद कर रखा हुआ है. इस मामले में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने 22 फरवरी को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. 

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गुरुग्राम के सीएमओ वीरेंद्र यादव ने पूरी घटना  के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने महिला से बात करते हुए कहा कि… 

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"हमे कोविड न हो जाए इसके डर से खौफ़जदा माँ और बेटे से तीन साल से नहीं देखी सूरज की रौशनी. कमरे में चारो ओर तीन साल का कूड़ा  भी पसरा था. उन्होंने कहा कि रेस्क्यू के दौरान जब कमरे में घुसे तो वहां का मंजर बेहद खौफनाक था. कमरे में चारों तरफ गंदगी का आलम था. कूड़ा बिखरा था. लेकिन मां को अब भी डर था कि कहीं वो बाहर निकले तो उन्हें कोविड हो जाएगा.

 

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अभी की पड़ताल में पता चला है कि कोविड की पहली लहर में इस परिवार ने खुद को कमरे में कैद किया था. लेकिन जब दूसरी लहर से ठीक पहले पति नौकरी पर जाने के लिए घर से बाहर निकले  तो डर के मारे उनकी पत्नी ने उनके घर पर ही आने पर बैन लगा दिया. उन्हे डर था कि पति के घर आने से कोरोना हो सकता है. पत्नी को डर था कि पति बाहर से आया है तो कहीं कोरोना लेकर न आ जाएं. पति की दिमागी हालत देखकर उसके पति पिछले डेढ़ साल से चकरपुर में ही किराए के कमरे में रहने लगे थे.  बताया गया कि रेस्क्यू के दौरान महिला को निकालने की बात कही गई तो उसने धमकी दी कि अगर जबर्दस्ती की गई तो बच्चे को मार दूंगी. इसके बाद किसी तरह उसे समझाकर रेस्क्यू किया गया.

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