पति जैसा दिखता था बेटा, उतनी ही ज्यादा हसबैंड से थी नफरत, इसलिए बेटे का किया कत्ल, सूचना सेठ का सनसनीखेज कबूलनामा
Goa Suchana Seth News : सूचना सेठ का कबूलनामा. क्यों किया 4 साल के बेटे का मर्डर. पति वेंकटरमन जैसा दिखता था बेटा, संडे को मिलने वाला था. इसलिए मार दिया.
ADVERTISEMENT
गोवा से सगाय राज की रिपोर्ट
Goa Suchana Seth : मेरा 4 साल का बेटा बिल्कुल पति जैसा दिखता है. बच्चे के चेहरे को देख अलग हो चुके पति की याद आती है. अलगाव के बाद पति से नफरत होने लगी थी. इसलिए बच्चे से भी लगाव कम हो गया. पुलिस को आशंका है कि शायद इस बात से भी पति जैसे दिखने वाले अपने बच्चे का कत्ल करने में उसे संकोच नहीं हुआ. असल में गोवा में 4 साल के बेटे की हत्या करने वाली सीईओ सूचना सेठ की जांच में नई-नई जानकारी सामने आ रही है. इसी कड़ी में सूचना सेठ ने पुलिस पूछताछ में हैरान करने वाली बातें कहीं. ये भी पता चला है कि सूचना सेठ ने अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को बताया था कि उसका बेटा चिन्मय उसके पति जैसा दिखता है और उसे उसके अलग हो चुके पति की याद दिलाता है.
पति ने वारदात से एक दिन पहले फोन किया था
Murder News : जांच में ये भी पता चला कि सूचना सेठ को उसके पिता वेंकटरमन ने फोन किया था. ये कॉल रविवार को हुई वारदात से ठीक एक दिन पहले आई थी. पति ने कहा था कि रविवार को कोर्ट के आदेश के अनुसार बच्चे से मिलने की बात कही थी. इसके लिए बेंगलुरु के राजाजीनगर स्थित अपने घर पर बुलाया था. लेकिन सूचना ने अपने पति के घर जाने से साफतौर पर मना कर दिया था. काफी देर तक दोनों में बात हुई थी तब कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए सूचना सेठ ने कहा था कि वो बेंगलुरु के सदाशिवनगर के पास किसी पब्लिक प्लेस पर अपने बेटे को उसके पिता से मिलवा देगी. अगली सुबह रविवार को वेंकटरमन सुबह 11 बजे सदाशिवनगर में पहुंचकर सूचना सेठ और बेटे का इंतजार कर रहे थे. 2 घंटे से ज्यादा देर तक इंतजार किया. इस दौरान कई बार सूचना सेठ को कॉल किया. लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. फिर मैसेज किया. वॉट्सऐप कॉल और मैसेज. सब किया पर जवाब नहीं मिला. इसके बाद ईमेल भी किया. लेकिन जवाब नहीं मिला. इसके बाद वो अपने काम से इंडोनेशिया के लिए चले गए थे.
ADVERTISEMENT
4 घंटे ट्रैफिक जाम में नहीं फंसती तो लाश ठिकाने लगा देती
पुलिस की जांच में पता चला है कि सूचना सेठ ने बेटे की लाश ठिकाने लगाने के लिए गहरी साजिश रची थी. असल में जब वो गोवा से बेंगलुरू जा रही थी तब रास्ते में 4 घँटे का ट्रैफिक जाम हुआ था. जिस कारण वो लेट हो गई थी. उसी दौरान गोवा पुलिस को कैब ड्राइवर की जानकारी मिल गई थी और वो लगातार पुलिस के संपर्क में था. इस दौरान कैब ड्राइवर को पुलिस स्टेशन में रुकने के लिए गया था. जिसके बाद कैब चालक ने वैसा ही किया था और केस खुल गया था. कैब में रखे बैग में ही बेटे की लाश मिल गई थी. इस तरह अगर 4 घंटे का वो जाम नहीं होता तो उस समय तक सूचना सेठ बेंगलुरु पहुंचकर लाश को कहीं दूर ठिकाने लगा देने की फिराक में थी जिससे लाश ही नहीं बरामद हो पाती.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT