बिजनौर में नरभक्षी तेंदुए का आतंक, 13 साल की बच्ची को बनाया अपना 19 वां शिकार

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बिजनौर में नरभक्षी तेंदुए का आतंक, 13 साल की बच्ची को बनाया अपना 19 वां शिकार
सांकेतिक तस्वीर
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Leopard Attack : यूपी में एक बार फिर गुलदार यानी तेंदुए का आतंक छा गया है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के बिजनौर में नरभक्षी तेंदुए ने एक 13 साल की बच्ची को अपना शिकार बनाया है। और इस शिकार के बाद अब पूरे इलाके में कोहराम मच गया। आलम ये है कि अब इलाके के लोग तेंदुए के इस फैलते आतंक से जल्द से जल्द छुटकारा चाहते हैं। 

नरभक्षी तेंदुए का शिकार हुई बच्ची

नरभक्षी तेंदुए का 19वां शिकार

इस नरभक्षी तेंदुए ने इसी साल में अब तक 19 लोगों को अपना शिकार बनाया है, जिसमें 9 बच्चे हैं। हालांकि एक रिपोर्ट के मुताबिक वन विभाग की टीम अभी तक करीब एक दर्जन से ज्यादा तेंदुओं को पकड़कर ले जा चुकी है मगर इलाके में तेंदुएं का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा।

तेंदुआ अब तक कर चुका 50 लोगों को घायल

इसी साल तेंदुए के हमलों से अब तक इस इलाके में 50 से ज़्यादा लोग जख्मी हो चुके हैं। अक्सर इलाके के मजदूर और किसान ऐसे हमलों से बेहाल हो जाते हैं और अक्सर लोगों को अस्पताल का मुंह देखना पड़ता है। 

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नदी किनारे बच्ची पर हमला

ताजा मामला बिजनौर के नहटौर इलाके का है। यहां एक 13 साल की बच्ची अपने पिता के साथ देव स्थल पर दीपक जलाने गई थी। उसी वक़्त एक गुलदार ने आकर झपट्टा मारा और लड़की को दबोच लिया। बच्ची की चीख पुकार सुनकर आस पास मौजूद लोग बच्ची को बचाने दौड़े। लोगों की भीड़ को अपनी तरफ आता देख तेंदुआ बच्ची को बुरी तरह से जख्मी करके वहां से भाग खड़ा हुआ। घरवालों के साथ गांव के लोगों ने बच्ची को जैसे तैसे अस्पताल पहुँचाया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। बच्ची के पिता यशवीर के मुताबिक सोमवार की दोपहर को वो मोटरसाइकिल से अपनी बेटी को साथ लेकर गांव के ही देव स्थल पर दीपक जलाने के लिए ले गए थे। जिस समय वो नदी के किनारे बैठे थे तभी तेंदुए ने उनकी बेटी पर हमला कर दिया और खींचकर गन्ने के खेत की तरफ ले गया। इसी बीच बच्ची की चीख और वहां मौजूद गांववालों के शोर को सुनकर तेंदुआ डर गया और वहां बच्ची को बुरी तरह से जख्मी करके वहां से भाग खड़ा हुआ। तेंदुए के पैने और बड़े दांतों और पंजों की वजह से बच्ची के पेट और गर्दन पर कई गहरे घाव कर दिए। ज्यादा खून बहने की वजह से बच्ची की हालत खराब होने लगी थी। गांव के लोगों ने तेंदुए को वहां से भगाने के बाद फौरन घायल बच्ची को अस्पताल पहुँचाया लेकिन तब तक इतनी देर हो चुकी थी कि बच्ची के प्राण पखेरू हो गए। 

इस साल 18 लोगों को मार चुका है तेंदुआ

इस इलाके में आवारा घूम रहे तेंदुए ने अब तक गांव के 19 लोगों को अपना शिकार बनाया है। जिनमें से नौ बच्चे हैं। इस बच्चे के अलावा गांव के 18 लोगों को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया है। 

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इलाके में घूम रहे 300 तेंदुए

गांव वालों से पता चला है कि इस इलाके में इसी साल 17 फरवरी को तेंदुए ने अपना पहला शिकार किया था। और बदकिस्मती से वो भी गांव का ही एक बच्चा था। गांव वालों का कहना है कि तेंदुए ने अब तक 50 से ज़्यादा लोगों को जख्मी भी कर दिया है। हालांकि वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक एक दर्जन से ज्यादा तेंदुए पकड़े भी जा चुके हैं। लेकिन वन विभाग के मुताबिक इस पूरे इलाके में करीब 300 से ज्यादा तेंदुए घूम रहे हैं। लिहाजा गांव वालों के साथ मिलकर वन विभाग ने एक अभियान चलाया है। इस अभियान में बिजनौर के साथसाथ आस पास के कई इलाके के लोगों को शामिल किया गया है। 

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