गाजियाबाद में फिर 'मिट्टी में मिला दिया' अपराधी को, यूपी पुलिस कर रही है बदमाशों का 'THE END'
UP Police Action Against Criminals : गाजियाबाद में जुर्म का हिसाब हो गया। यहां पुलिस ने एक आरोपी को मिट्टी में मिला दिया। आरोपी पर बीटेक की छात्रा कीर्ति सिंह से मोबाइल लूटने का आरोप था।
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मयंक गौड़/अरविंद ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
UP Police Action Against Criminals : गाजियाबाद में जुर्म का हिसाब हो गया। यहां पुलिस ने एक आरोपी को मिट्टी में मिला दिया। आरोपी पर बीटेक की छात्रा कीर्ति सिंह से मोबाइल लूटने का आरोप था। इस वाक्ये में कीर्ति की मौत हो गई थी। लूटपाट के दौरान वो ऑटो से गिर गई थी। ये कोई पहली मर्तबा नहीं है, जब यूपी में इस तरह का एनकाउंटर हुआ हो। इससे पहले भी विकास दुबे, अतीक के बेटे, अयोध्या में महिला कांस्टेबल के साथ मारपीट करने वाले आरोपी समेत कई आरोपियों को यूपी पुलिस मिट्टी में मिला चुकी है। कई परलोक सिधार गए तो कई अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
ये एनकाउंटर देर रात हुआ। जितेंद्र उर्फ जीतू की मौत हो गई है। उस पर 9 मुकदमे दर्ज थे। दरअसल, मसूरी थाना क्षेत्र में गंगनहर पटरी पर पुलिस को सूचना मिली कि इस केस का आरोपी मौजूद है। पुलिस ने उसे घेर लिया। उसे सरेंडर करने के लिए कहा गया, लेकिन उसने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे ढेर कर दिया गया। एनकाउंटर में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है।
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ये वाक्या 27 अक्टूबर को हुआ था, जब बीटेक की छात्रा ऑटो से जा रही थी, तब उसके साथ आरोपियों ने लूट करने की कोशिश की थी। इस दौरान छात्रा ऑटो से गिर गई थी और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। उसके दो फ्रैक्चर हुए थे जबकि सिर में भी गंभीर चोट आई थी। इससे पहले इस केस में एक आरोपी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था।
कौन थी कीर्ति ?
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घटना के बाद मसूरी थाना रविंद्र चंद्र पंत को सस्पेंड करने के साथ ही अब तक थाने से तैनात तीन इंस्पेक्टर हटाए जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि पीड़िता हापुड़ की रहने वाली थी। वो ABES Engineering College की छात्रा थी। वहां से वो बीटेक 1 Year कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही थीं। उसके पिता पन्नापुरी में रहने वाले लोको पायलट रविंद्र सिंह हैं। बताया जा रहा है कि वो शुक्रवार को साढ़े चार बजे सहपाठी दीक्षा के साथ कॉलेज से निकली थी। वो ऑटो में घर जाने के लिए बैठी थी, तभी उसके साथ ये वाक्या हुआ।
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यूपी में बदमाशों का होगा 'THE END'
यूपी पुलिस बदमाशों के साथ किसी तरह की कोई नरमी नहीं दिखा रही है। इस बात का सबूत ये है कि पिछले 3 महीनों में कई बदमाश एनकाउंटर में ढेर किए जा चुका है। कई जख्मी भी हुए। बीते 3 महीनों की करे तो सबसे ताजा मामला अयोध्या का था, जब पुलिस ने ट्रेन में महिला कांस्टेबल के साथ अपराध करने वाले आरोपी का एनकाउंटर कर दिया था। हाल ही में अंबेडकर नगर इलाके में साइकिल से जा रही एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ हुई थी। इसके आरोपियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी।
16 सितंबर को मेरठ में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त मुठभेड़ में 50,000 के इनामी बदमाश रवि को गिरफ्तार किया गया था।
पीलीभीत में हाल ही में बदमाश और पुलिस के बीच तीन मुठभेड़ें हुईं थी। ये मुठभेड़ें गौ तस्करों के साथ हुई थी।
कौशांबी में सर्राफा व्यापारी से लूट के मामले में पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। एक के पैर में तो दूसरे के हाथ में गोली लगी थी।
21 सितंबर को झांसी पुलिस और बदमाशों के बीच में एक मुठभेड़ हुई थी।
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