ऐसे बची पंजाबी सिंगर एली मंगत की जान, इस वजह से चूक गए अर्शदीप के शूटर

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ऐसे बची पंजाबी सिंगर एली मंगत की जान, इस वजह से चूक गए अर्शदीप के शूटर
कनाडा में छुपकर बैठे आतंकी और गैंग्स्टर अर्शदीप डाला के दो शूटर को एनकाउंटर के बाद दबोचा गया
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Target Punjabi Singer: करीब डेढ़ साल पहले 29 मई 2022 को पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई थी। हत्या जेल में बंद गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर उसके ही गैंग के शूटरों ने शाम पांच बजे के आस पास मानसा जिले के जवाहरके गांव के पास की थी। हत्या की इस वारदात ने समूचे देश में सनसनी फैला दी थी, और हत्यारों की तलाश में हिन्दुस्तान के तीन राज्यों की पुलिस ने पूरी दुनिया खंगाल डाली थी। 

निशाने पर पंजाबी सिंगर एली मंगत

लेकिन एक बार फिर एक पंजाबी सिंगर एली मंगत को लेकर जो खबर सामने आई, उसने एक बार फिर पुलिस को बुरी तरह से झकझोरकर रख दिया क्योंकि उस पंजाबी सिंगर को जान से मारने का प्लान बन रहा था। दरअसल ये खुलासा उस वक़्त सामने आया जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली के मयूर विहार इलाके में समाचार अपार्टमेंट के पास दो शार्प शूटरों को एक एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। उन दो शूटरों की गिरफ्तारी ने हिन्दुस्तान से लेकर सात समंदर पार तक फैली एक ऐसी साजिश का पर्दाफाश किया जिसने पुलिस को हैरत में डाला है। 

पंजाबी सिंगर एली मंगत थे अर्शदीप के गुर्गों के निशाने पर

हत्या की साजिश की भनक पुलिस को मिली

खबर यही सामने आई कि कनाडा में छुपकर बैठे आतंकी अर्शदीप सिंह डाला उर्फ अर्श डाला के दो शूटरों ने एक और पंजाबी सिंगर की हत्या की साज़िश रच ली थी और उसका काम तमाम करने के इरादे से प्लानिंग कर रहे थे मगर उनके मंसूबों की भनक दिल्ली पुलिस को मिल गई और उन दोनों शूटरों को पुलिस ने उनकी साजिश के परवान चढ़ने से पहले ही धर दबोचा। हालांकि दोनों शूटरों को कानून की हथकड़ियों में जकड़ने से पहले स्पेशल सेल की टीम को खासी मशक्कत करनी पड़ी और शूटरों के साथ एनकाउंटर भी करना पड़ा। इस एनकाउंटर में एक शूटर को पैर में गोली लगी जिससे वो जख्मी हो गया, और इसी वजह से पुलिस के हाथ भी लग गया। 

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एनकाउंटर में शूटर को गोली लगी

पुलिस ने दोनों शूटरों की पहचान भी कर ली है। इनमें से एक राजप्रीत सिंह उर्फ राजा है जबकि दूसरे का नाम वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी है। पुलिस की तरफ से मिली जानकारी में पता चला है कि अक्षरधाम की ओर जाने वाली सड़क पर हुए इस एनकाउंटर में आरोपियों की तरफ से पांच गोलियां चलाई गईं, जिनमें से दो गोलियां पुलिस की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी मिलीं। बदमाशों की तरफ से पुलिस की तरफ की गई फायरिंग के बाद पुलिसवालों ने छह राउंड फायर किए। इस गोलीबारी में पुलिस की एक गोली वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी के दाहिने पैर में लगी। 

पुलिस ने अर्शदीप के गुर्गे वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी को दबोचा, एनकाउंटर में उसके पैर में गोली लगी

शूटरों के पास मिला हैंडग्रेनेड

पकड़े जाने के बाद शूटर को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दोनों शूटरों के पास से एक हैंडग्रेनेड, एक चोरी की बाइक के अलावा .45 एमएम का एक रिवॉल्वर और 6 कारतूस के साथ .30 एमएम के सात कारतूस भी बरामद किए हैं।

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बठिंडा में लगाया था टारगेट

कुछ अरसा पहले ही कनाडा में अर्शदीप के एक गुर्गे की हत्या हुई थी। जिसके बाद से ही हिन्दुस्तान में किसी बड़े हमले और गैंगवॉर की आशंका जाहिर की जा रही थी। खुलासा है कि राजा और विम्मी नाम के दोनों शूटरों को पुलिस ने दबोचा है उनको अर्शदीप ने ही पंजाबी सिंगर एली मंगत की हत्या का काम सौंपा था। पुलिस की पूछताछ में दोनों शूटरों ने ये भी बताया कि बीते अक्टूबर महीने में वो दोनों बठिंडा में उसे अंजाम देने की फिराक में गए भी थे मगर कामयाब नहीं हो सके क्योंकि उन्हें तय वक्त पर टारगेट घर पर नहीं मिला। 

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राजप्रीत सिंह उर्फ राजा भी पुलिस की गिरफ्त में आया। अर्शदीप के गैंग में शामिल होने से पहले वो हत्या के मामले में भी फरार था

शूटर हत्या के एक मामले में फरार

पकड़े गए शूटरों में से एक राजप्रीत सिंह उर्फ राजा फिरोजपुर के लेफ्टिनेंट गुरुचरण सिंह का बेटा है। पंजाब में अर्शदीप उर्फ डाला के शूटरों में शामिल राजप्रीत 25 साल का है और पंजाब के गांव जगरोआ के रहने वाले परमजीत सिंह की हुई हत्या के बाद से फरार चल रहा था। बताया जा रहा है कि इसी साल परमजीत सिंह की हत्या राजप्रीत सिंह उर्फ राजा ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी। इससे पहल साल 2017 में गुरुहरसहाय जिला फिरोजपुर में भी हत्या की एक कोशिश का मामला उसके खिलाफ दर्ज है और वह पैरोल से बाहर आने के बाद से ही फरार है। 

रंगदारी मामले में फरार था विम्मी

पुलिस की गिरफ्त में आया दूसरा शूटर वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी है जिसकी उम्र 22 साल है। उसके पिता जरनैल सिंह है जो बठिंडा के मोड़ मंडी में रहते हैं। खुलासा हुआ है कि विम्मी अर्शदीप डाला के गैंग में शामिल होने के बाद उसने डाला के इशारे पर ही पंजाब के प्रेम ज्वेलर्स के घर के सामने फायरिंग की थी और तभी से वो फरार था। पुलिस के पास यही जानकारी है कि विम्मी प्रेम ज्वैलर्स के मालिक से रंगदारी वसूल करना चाहता था। 

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