Jail Gangwar: पंजाब की जेल में गैंगवॉर के पीछे का सामने आ गया सच, गैंग में हो गया दो फाड़, जग्गू का जानी दुश्मन हुआ गोल्डी गैंग

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Jail Gangwar: पंजाब की जेल में गैंगवॉर के पीछे का सामने आ गया सच, गैंग में हो गया दो फाड़, जग्गू का...
पंजाब की जेल में गैंगवॉर के पीछे का सच सामने आया
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पंजाब की गोइंदवाल जेल में रविवार की दोपहर जो कुछ हुआ...क्या वो महज इत्तेफाक था...क्या वो गैंगवॉर का नतीजा था...या फिर खूनी संघर्ष का ये क़िस्सा कोई और सच अपने दामन में छुपाए बैठा है? इन सवालों के जवाब पंजाब पुलिस और उसकी खुफिया पुलिस तलाश करने में लगी हुई है लेकिन इसी बीच जो एक सच जेल की दीवार को लांघकर सामने आया है उसे अगर सही मान लिया जाए तो कहीं ये गैंगवॉर एक ही गैंग में दो फाड़ होने का नतीजा तो नहीं?

असल में जेल के भीतर जग्गू भगवानपुरिया गैंग के शार्प शूटर मनदीप तूफान और मनमोहन की हत्या के बाद इस बात को बल मिल गया है कि सिद्धू मूसेवाला मर्डर में शामिल इन दो शूटरों की हत्या ने इस बात को हवा दे दी है कि हो न हो ये एक गैंग में दो गुटों को अलग अलग होने का ही नतीजा है। 

असल में ये सुगबुगाहट इसलिए भी सामने आई क्योंकि जेल के भीतर हुआ गैंगवॉर सात समंदर पार बैठे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गोल्डी बराड़ के इशारे पर हुआ। ये खुलासा तो खुद गोल्डी बराड़ ने अपनी सोशल मीडिया की एक पोस्ट में किया है। 

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गोल्डी बराड़ की उस पोस्ट के मुताबिक जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच फूट पड़ गई है। क्योंकि जिन दो शूटरों की जेल के भीतर गैंगवॉर के दौरान हत्या की गई असल में उन दोनों ने लॉरेंस और गोल्डी गैंग के गुर्गों के साथ लगातार झगड़ा किया और उनकी पिटाई की। 

पंजाब की गोइँदवाल जेल में हुए गैंगवॉर में दो गैंग्स्टरों की हत्या में अंकित सिरसा का प्रमुख हाथ बताया जा रहा है

अपनी पोस्ट में गोल्डी बराड़ का कहना है कि अंकित सिरसा, कशिश और मामा केटा ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। क्योंकि इन मनमोहन और मनमीत ने ही मुखबिरी की जिसकी वजह से ही गैंग के गुर्गों को पुलिस ने दबोचा है। गोल्डी बराड़ की पोस्ट के हिसाब से जग्गू भगवानपुरिया ने असल में गद्दारी की है। जग्गू के इशारे पर ही दो दिन पहले गैंग के ही मनप्रीत भाऊ को बैरक में घुसकर मारा था। लेकिन इन लोगों ने ही पुलिस को जगरूप रूपा और मनु की मुखबिरी कर दी थी जिसकी वजह से वो दोनों पुलिस की गोली का शिकार हो गए। 

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हमारे संवाददाता अरविंद ओझा को मिली खबर के मुताबिक गोल्डी बराड़ ने साफ साफ कहा है कि जग्गू भगवानपुरिया ने ही उनके गैंग को जबरदस्त चोट पहुँचाई। अब हम जग्गू के उन तमाम लड़कों को नहीं छोड़ेंगे जो घूम घूमकर नशा बेचते हैं और हमारे गैंग को नुकसान पहुँचाते हैं। 

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दो दोस्त बन गए जानी दुश्मन, पंजाब की जेल में हुई गैंगवॉर के बाद सामने आया सच

गोल्डी बराड़ का कहना है कि जग्गू के वो सभी लड़के अब हमारे टारगेट पर हैं क्योंकि हम न तो नशा बेचते हैं और न ही नशा करते हैं। जबकि इसके लड़के ये काम करते हैं और उसकी खातिर हमारे साथ गद्दारी तक कर रहे हैं। 

ये बात खुद गोल्डी बराड़ ने भी माना कि मनमोहन मोना ने मुसेवाला की रेकी की थी, क्योंकि वो खुद मानसा का ही रहने वाला है। इसके अलावा जग्गू भगवानपुरिया का खास खास था, जबकि मनदीप तूफान बैक अप शूटर था, जिसे मुसेवाला की हत्या के लिए बैकअप टीम में रखा गया था। हालांकि तूफान अमृतसर के पास राई का रहने वाला था और उसे पंजाब के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने पकड़ा था। 

गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पोस्ट का लब्बोलुआब यही है कि जब इन दोनों गुर्गे जेल के भीतर अपनी बदमाशी से बाज नहीं आए तो उन्हें सबक सिखाना जरूरी था, क्योंकि वहां हमारे लड़कों को ये दोनों मिलकर परेशान कर रहे थे। लिहाजा अंकित सिरसा, कशिश और मामा केटा ने मिलकर इन दोनों की खबर ले ली। हालांकि इस झगड़े में कशिश को काफी चोट आई है। लेकिन उसको बचा लिया जाएगा ऐसा हमें पूरा भरोसा है। 

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