G-20 Summit को लेकर इमरजेंसी प्लान! जैविक हमलों से निपटने की तैयारी, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर
G-20 Summit : दिल्ली में G-20 Summit को लेकर मेडिकल हेल्थ इमरजेंसी प्लान एक्टिवेट किया गया है।
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अरविंद ओझा, हिमांशु मिश्रा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
G-20 Summit : दिल्ली में G-20 Summit को लेकर मेडिकल हेल्थ इमरजेंसी प्लान एक्टिवेट किया गया है। इसके लिए 3 अस्पतालों को खासतौर से तैयार किया गया है। इन अस्पतालों में आर्मी की टीम को भी तैनात किया गया है, जो जैविक हमले में घायल लोगों का इलाज करेगी। दिल्ली के RML अस्पताल को वीवीआईपी डिलेगेट्स और हेड ऑफ स्टेट के लिए तैयार किया गया है। अगर कोई हेल्थ इमरजेंसी आती है तो वीवीआईपी कमरे तैयार किए हैं, जहां 24 घंटे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ ड्यूटी में तैनात रहेंगे। यानी प्रशासन ने हरेक तैयारी कर ली है।
G - 20 Summit: उधर, G - 20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर भिखारी, नशेड़ी और किन्नर नई दिल्ली इलाके में नहीं घुस पाएंगे। इनके घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सरकार से तय किया है कि अगर कोई भिखारी, नशेड़ी, किन्नर इन इलाकों में नजर आए तो उन्हें शेल्टर हाउस में छोड़ दिया जाएगा।
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9 और 10 सितंबर को जी-20 सम्मेलन होगा। दिल्ली सज कर तैयार है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। ट्रैफिक को लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर दी है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ट्रैफिक ने क्राइम तक से खास बातचीत की। उन्होंने साफ कहा कि दिल्ली में Lockdown जैसी कोई स्थिति नहीं है। सिर्फ नई दिल्ली एरिया में ट्रैफिक बाधित रहेगा।
जी20 की सुरक्षा की तैयारी पिछले काफी वक्त से शुरू है। सुरक्षा तैयारियों के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति समेत दूसरे देशों के राष्ट्र अध्यक्षों के प्रोटोकॉल को भी ध्यान में रखा गया है। इस दौरान एक मीटिंग में यह तय किया गया कि अगर दुर्भाग्य से कोई आतंकी संगठन अपने नापाक इरादों में थोड़ा बहुत सफलता पा लेता है और किसी घटना को अंजाम देता है तो उसे दौरान सुरक्षा कर्मियों के हथियार या फिर किसी भी चीज की सप्लाई चेन में रुकावट नहीं आनी चाहिए। जमीन पर तैयारी के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियां हवाई खतरों को भी लेकर सतर्क हैं। दिल्ली में प्रगति मैदान से लेकर के प्रधानमंत्री निवास के एरिया तक को जो फ्लाइंग जोन में डाला गया है यानी कोई भी ऐसा ऑब्जेक्ट जिसे रिमोट से कंट्रोल किया जा रहा है वह एनडीएमसी इलाके में उड़ेगा तो फौरन गिरा दिया जाएगा। इसके लिए एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है।
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एजेंसियां साइबर अटैक को लेकर के भी पूरी तरह से सतर्क है एक्सपर्ट की एक टीम लगातार ऐसे खतरों पर नजर बनाकर रखे हुए हैं। खासतौर से उन होटल में साइबर एक्सपर्ट की टीम नजर बना कर रखी हुई है जहां पर विदेशी मेहमानों को ठहराया गया है।
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सुरक्षा में नई अत्याधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है खासतौर से होटल में और सीसीटीवी कैमरा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि संदिग्धों की पहचान तुरंत की जा सके। होटल में को स्टॉफ वीवीआईपी मेहमानों की देखभाल करेगा। उनकी कई बार वेरिफिकेशन की जा चुकी है।
सुरक्षा में कहीं कोई कमी ना रहे इसलिए होटल रास्ते प्रगति मैदान इन सभी जगह को अलग-अलग वेन्यू के रूप में निर्धारित किया गया है और हर वेन्यू का एक कमांडर निश्चित किया गया है। अब कमांडर ही विदेशी मेहमानों के सुरक्षाकर्मियों से सीधे संपर्क में रहेगा। यह कमांडर आईपीएस अधिकारी है।
जिन होटल में वीवीआईपी मेहमानों को रखा गया है वहां पर हर फ्लोर के लिए अलग स्टाफ है यहां तक की जो कार्ड उन्हें दिया गया है वह जी-20 के लिए विशेष तौर पर बनाया गया है कोई भी स्टाफ अपनी मर्जी से ना तो घूम पाएगा और नहीं एक से दूसरे फ्लोर पर जा पाएगा।
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