गुजरात के पूर्व गृहमंत्री विपुल चौधरी दूध सागर डेयरी स्कैम में दोषी, 7 साल की सजा
Gujarat today News : गुजरात के पूर्व गृहमंत्री को घोटाले में 7 साल की सजा. 50 हजार रुपये का जुर्माना.
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गुजरात से गोपी घांघर की रिपोर्ट
Gujarat News : गुजरात के महेसाणा की दूध सागर डेयरी के सागरदाना स्कैम में पूर्व गृहमंत्री विपुल चौधरी दोषी करार दिया गया है. पूर्व गृहमंत्री को इस स्कैम को लेकर 7 साल की सजा सुनायी गई. गुजरात के सागरदाना स्कैम में पूर्व गृहमंत्री विपुल चौधरी को आज महेसाणा की कोर्ट ने 7 साल की सजा और 5000 रुपये का जर्माना लगाया गया है. इस स्कैम केस में कुल 23 आरोपी थे, जिसमें से 19 लोगों को कोर्ट के जरिए दोषी ठहराते हुए आज सजा सुनायी गई.
गुजरात के महेसाणा स्थित दूधसागर डेयरी के 600 करोड रुपये ही हेराफेरी और भष्ट्राचार के आरोप के बाद आज कोर्ट के जरिए विपुल चौधरी को सजा सुनाई गई. विपुल चौधरी को इस मामले में 16 सितंबर 2022 को गिरफ्तार किया गया था. 2005 से लेकर 2016 तक डेयरी के चैयरमेन रहे पूर्व गृहमंत्री विपुल चौधरी के खिलाफ एसीबी ने संगीन आरोप लगाए गए थे.
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11 साल के कार्यकाल में चौधरी पर छह घोटालों के जरिए 600 करोड रुपये की हेराफेरी का आरोप हैं. विपुल चौधरी के भ्रष्ट्राचार की जांच के लिए डीआईजी मकरंद चौहान की अध्यक्षता में एसआईटी बनाई गई थी. इसमें एक डीएसपी और 3 पुलिस इंस्पेक्टर शामिल थे. गुजरात राज्य के गृह मंत्री रह चुके विपुल चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के करीबी माने जाते हैं. 55 साल के विपुल चौधरी गुजरात डेयरी राजनीति के बड़े और महत्वपूर्ण चेहरों में शामिल हैं.
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