पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को हिरासत में नहीं लिया गया, वह खुद थाना आए थे: दिल्ली पुलिस
साउथ-वेस्ट के डीसीपी मनोज सी ने कहा, ‘‘हमने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को हिरासत में नहीं लिया है। वह अपने समर्थकों के साथ आर के पुरम थाने में अपनी इच्छा से आए थे और हमने उन्हें सूचित किया कि वह अपनी इच्छा से जा सकते हैं।’’
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Satyapal Malik: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को बिना परमिशन के पार्क में मीटिंग करना भारी पड़ गया। दिल्ली पुलिस ने उनकी मीटिंग रुकवा दी। इसके बाद सत्यपाल मलिक अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए।
पुलिस ने शनिवार को कहा कि उसने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के आर के पुरम इलाके से हिरासत में नहीं लिया है।
साउथ-वेस्ट के डीसीपी मनोज सी ने कहा, ‘‘हमने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को हिरासत में नहीं लिया है। वह अपने समर्थकों के साथ आर के पुरम थाने में अपनी इच्छा से आए थे और हमने उन्हें सूचित किया कि वह अपनी इच्छा से जा सकते हैं।’’
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दरअसल, आर के पुरम के एमसीडी पार्क में एक बैठक होनी थी और मलिक को इसमें हिस्सा लेना था। इसके लिए उन्होंने दिल्ली पुुलिस से कोई परमिशन नहीं ली। इसके बाद मलिक और उनके समर्थक वहां से चले गए और बाद में पूर्व राज्यपाल खुद थाने आ गए।
दिल्ली पुलिस ने ट्विटर पर कहा कि मलिक की हिरासत के बारे में झूठी खबर फैलाई जा रही है। एक ट्वीट में कहा गया, ‘‘सत्यपाल मलिक को हिरासत में लेने के संबंध में कई सोशल मीडिया हैंडल पर गलत सूचना फैलाई जा रही है। वह खुद आर के पुरम थाना अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। उन्हें सूचित किया गया कि वह अपनी मर्जी से जाने के लिए स्वतंत्र है।’’
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केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मलिक से जम्मू कश्मीर में कथित बीमा घोटाले के सिलसिले में कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं। सात महीने में यह दूसरी बार है जब विभिन्न राज्यों के राज्यपाल रह चुके मलिक से सीबीआई पूछताछ करेगी। बिहार, जम्मू कश्मीर, गोवा और अंत में मेघालय में राज्यपाल की जिम्मेदारी पूरी करने के बाद पिछले साल अक्टूबर में मलिक से सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ की थी।
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इनपुट - पीटीआई
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