सेना की गाड़ी पर आतंकी हमले के बाद कश्मीर में तेज हुआ सर्च ऑपरेशन, NIA ने भी मोर्चा संभाला
Five Soldiers Dead in Terror Attack in J&K: जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में सेना की गाड़ी पर हुए आतंकी हमले के बाद सेना ने पूरी तरह से मोर्चाबंदी कर ली है। साथ ही देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी NIA ने भी जांच का जिम्मा उठा लिया है...यानी अब उन आतंकि
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जम्मू कश्मीर के राजौरी में पुंछ इलाके में 20 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद अब एक बार फिर सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। पूरे कश्मीर में सेना ने अपना सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। साथ ही देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी NIA ने भी एक एक पत्ता खंगालकर पुंछ के आतंकियों का पूरा सच जानने की कोशिश तेज कर दी है।
पुंछ के भीम्बर गली इलाके में आजतक के रिपोर्टर सुनील भट्ट भी मौजूद हैं। फिलहाल वहां से आगे जाने की इजाजत सिर्फ सेना की गाडियों और जवानों को है। क्योंकि थोडी ही दूर पर वो जगह है जहां जहां आतंकियों ने सेना के ट्रक पर हमला किया था। गाड़ी धू धू कर जल गई और राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान शहीद हो गए। अब पूरे इलाके में जवानों की आवाजाही बढ़ गई है। चौकसी बढा दी गई है। चप्पे चप्पे पर नजर है और सघन तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। ऊंचे पहाड़ों और घने जंगलों में उन दहशतगर्दों को ढूंढने की कोशिश की जा रही है जिन्होंने हमले को अंजाम दिया। सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरु किया है तो दूसरी एजेंसिय़ां आतंकी हमले की जांच में जुट गई हैं। एनआईए की दो टीमों ने मोर्चा संभाला है। एक टीम NIA की जम्मू ब्रांच से और दूसरी फॉरेंसिक टीम दिल्ली से है। NIA की फॉरेंसिक टीम में 8 सदस्य शामिल हैं।
घनघोर बारिश और लो विजिबिलिटी का फायदा उठाते हुए घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने ये हमला इतनी तेजी से किया था कि पहले आशंका जताई गई कि आसमान से गिरी बिजली के कारण ट्रक में आग लगी...लेकिन चंद मिनटों में पता चल गया कि ये हादसा नहीं आतंकवादी हमला था। खुफिया सूत्रों के मुताबिक जम्मू कश्मीर के राजौरी में सक्रिय जैश और लश्कर के ओवर ग्राउंड वर्करों की मदद से आतंकियों ने हमले को अंजाम दिया। हमले की जिम्मेदारी PAFF ने ली है। लेकिन हमले में लश्कर की छाप दिखाई दे रही है। सूत्रों के मुताबिक राजौरी और पुंछ के रास्ते आतंकियों ने POK से घुसपैठ की। हाल ही में एजेंसियों के पास ऐसे इनपुट्स मिले थे कि जम्मू कश्मीर के अलग सेक्टर के सामने POK के गाँवो में आतंकियों को इकट्ठा किया जा रहा है।
इस बीच सुरक्षा एजेंसियों ने राजौरी में टारगेट किलिंग के गुनहगार को ढूंढने की कवायद भी तेज की है। जम्मू इलाके में बढ रहे टारेगट किलिंग और आतंकी हमलों से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल ये कि क्या आतंकियों ने अपनी नापाक नीति को कश्मीर की बजाय अब जम्मू पर फोकस करना शुरु किया है।
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