Mukherjee Nagar Fire: आग और धुएं से बेहोश ढाई साल की बच्ची के रोते ही सारा आलम आंसुओं से भीग गया
Mukherjee Nagar Fire: मुखर्जी नगर में एक पीजी में लगी आग के बाद वर्दी में कैद एक इंसान और उसकी इंसानियत की तस्वीर नुमाया हुई जब अपनी जान पर खेलकर फायर सर्विस के अजमेर सिंह ने ढाई साल की बच्ची की जान बचाई।
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Mukherjee Nagar Fire: दिल्ली के मुखर्जी नगर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें खाकी की इंसानियत झांक रही है। कुछ अरसा पहले मुखर्जी नगर में एक इलाके में आग लग गई थी। और वायरल वीडियो के मुताबिक ये किस्सा भी तभी का है। वीडियो में एक दिल्ली फायर सर्विस का जवान एक मासूम बच्ची को हाथ में लिए धधकती आग में से बाहर निकालता दिखाई देता है।
आग की चपेट में पूरी बिल्डिंग
मुखर्जी नगर के एक चार मंजिला पीजी में 27 सितंबर को आग लग गई थी। इस आग की चपेट में पूरी बिल्डिंग आ गई थी। बताया जा रहा है कि जिस समय ये आग लगी उस समय लगभग 35 लड़कियां उस पीजी में थीं। कुछ तो आग लगाने की शुरुआत में ही पीजी से बाहर आ गई मगर लगभग 7 से ज्यादा लड़कियां पीजी के एक फ्लोर में फंसी हुई थीं। ये सभी लड़कियां मुखर्जी नगर में ही कोचिंग करती हैं इन सात लड़कियों के साथ एक ढाई साल की बच्ची भी आग लगने के समय पीजी में मौजूद थी। बताया जा रहा है कि सभी लड़कियां आग लगने की वजह से बेहद घबरा गईं थीं। धुंए की वजह से सांस लेने तक में परेशानी हो रही थीं। तभी दिल्ली फायर सर्विस की टीम ने बाथरूम की एक खिड़की को तोड़ा जिस से सभी लड़कियों की सांस में सांस आई। दिल्ली फायर सर्विस की टीम ने पीजी से जुड़े दूसरे घर में घुसकर दीवार तोड़ कर आग पर काबू पाया और सभी लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
धधकती आग से बाहर निकाला
लेकिन पीजी के अंदर एक ढाई साल की बच्ची भी फांसी हुई थी। उसका नाम अंबी बताया गया। उस मासूम बच्ची को दिल्ली फायर सर्विस के जवान अजमेर ने धधकती आग से बाहर निकाला। वो बच्ची आग और धुएं की वजह से बेहोश हो चुकी थी। बच्ची को आग से निकालने के बाद अजमेर उसे अपने हाथों में लेकर सीधे अस्पताल जाने लगे तब रास्ते में एक बाइकवाले ने उन्हें लिफ्ट देकर अस्पताल तक पहुँचाया। इत्तेफाक से बाइक चलाने वाला भी डॉक्टर था जिससे बच्ची को प्राथमिक उपचार भी मिल गया और उसकी जान में जान आ गई। बच्ची को पास के लिए न्यू लाइफ हॉस्पिटल में पहुंचाया गया। इमरजेंसी में बच्चों को इलाज दिया गया जिससे थोड़ी देर बाद ही बच्ची को होश आया और वो रोने लगीं।
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बच्ची के रोते ही सबके आंसू निकल पड़े
दिल्ली फायर सर्विस के होनहार जवान अजमेर ने बताया की जब बच्ची कोई हरकत नहीं कर रही थीं, पसीने से पुरी तरह से भीगी हुईं थीं ,तो वो काफ़ी डर गए थे मगर जब बच्ची को प्राथमिक उपचार दिया गया और वो रोई तब अजमेर काफ़ी भावुक हो गए उन्हें लगा जैसे बच्ची का जन्म अभी दोबारा हुआ हो।
मां ने भीगी आंखों से सबका शुक्रिया कहा
ढाई साल की अंबी की मां अंबे को कुछ समय के लिए पीजी में अपनी बहन के पास छोड़कर बाजार गई थी। इसी बीच बिल्डिंग आग से घिर गई। उस बच्ची की मां उसके बारे में पता चला तो वह दौड़ी भागी लेकिन उसे उनकी बच्ची नहीं मिली। मगर जब उन्हें पता चला की बच्ची को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया है तो उन्होंने दिल्ली फायर सर्विस का धन्यवाद कहा और अजमेर सिंह को भगवान का रूप बताया।
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लगी आग तो दिखी इंसानियत
मुखर्जी नगर की इस आग में इंसानियत का एक चेहरा भी सामने आया। आग लगने के समय पड़ोसियों ने सबसे पहले वहां की बिजली व फिर फायर सर्विस को कॉल किया। जब तक दिल्ली फायर सर्विस वहां नहीं पहुंची तब तक पड़ोसियों ने ही कुछ बच्चियों को सुरक्षित बाहर निकलने का भी काम किया। दिल्ली पुलिस की एक टीम भी मौके पर पहुंची और गेट तोड़ा। और सभी ने मिलकर 35 लड़कियों को बिना के किसी खरोंच के सुरक्षित बाहर निकाला।
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