लव-जेल-शादी ! घरवालों ने उसके प्यार को रेप कहा, लड़का जेल गया, बाहर आते ही लड़की ने मंदिर में रचाई शादी

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लव-जेल-शादी ! घरवालों ने उसके प्यार को रेप कहा, लड़का जेल गया, बाहर आते ही लड़की ने मंदिर में रचाई ...
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अकरम खान के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

ये वाक्या कोई फिल्मी कहानी से कम नहीं है. .. लड़का लड़की एक-दूसरे से प्यार करते थे. लड़की के घरवालों को ये मंजूर नहीं था। लड़की उस वक्त नाबालिग थी. उन्होंने लड़के पर मुकदमा दर्ज करा दिया . लड़का पांच महीनों तक जेल में रहा.. बाद में जब लड़की बालिग हुई तो उसने लड़के से शादी कर ली.. .

ये है पूरा मामला

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मामला यूपी के अलीगढ़ का है. एक लड़की ने बालिग होने पर घर वालों से बगावत कर अपने प्रेमी से मंगलवार को मंदिर में शादी रचा ली. इससे पहले लड़की के घर वालों ने वरूण नाम के युवक पर अपहरण व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था और उसको पांच महीने जेल में काटने पड़े थे. 

हाईकोर्ट से प्रेमी को जमानत मिल गई लेकिन इस बीच दोनों मिल नहीं सके. वहीं, लड़की ने 18 साल पूरे होने पर कोर्ट से दरख्वास्त की और बाद में केस वापस ले लिया. घर वालों के विरोध के बाद प्रेमिका ने मंगलवार को श्री वार्ष्णेय मंदिर में हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार प्रेमी से शादी रचा ली. वहीं लडकी का कहना है कि उसे अपनी जान का खतरा है और मुख्यमंत्री, एसएसपी और महिला आयोग से सुरक्षा की गुहार लगाई है. घटना थाना सासनीगेट के जयगंज इलाके की है...

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लड़की बालिग होने का इंतजार करती रही

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कुछ यूं कहां जाए कि प्यार की चिंगारी को एक लड़की ने बुझने नहीं दिया तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा. पहली नजर में हुए प्यार को पाने के लिए लड़की बालिग होने तक इंतजार करती रही. प्रेमी भी जेल की हवा खाने के बाद भी लड़की से शादी का इंतजार करता रहा.

3 साल पहले पंचनगरी की रहने वाली खुशी पाठक को कोचिंग में पढ़ने वाले वरुण से प्यार हो गया. दोनों घर से भागे लेकिन खुशी के पिता प्रेमचंद्र ने थाना सासनी गेट में वरुण के खिलाफ अपहरण व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया और वरुण को जेल जाना पड़ा.

खुशी शुरुआत में चाह कर भी कुछ नहीं कर सकी...

उस वक्त खुशी कोई कड़ा कदम नहीं उठा सकी क्योंकि वह नाबालिग थी. वहीं, पिता प्रेमचंद ने भी वरुण से संबंध रखने पर आत्महत्या की धमकी देकर डरा दिया था. घरवालों के विरोध के चलते खुशी तीन साल तक चुप रही, लेकिन उसके मन में वरुण को पाने की तमन्ना बनी रही...

पहले जेल फिर बेल

वरुण को पांच महीने जेल में काटने के बाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई. 31 मार्च 2021 को खुशी पाठक ने 18 साल की उम्र पूरी कर ली और अपना मर्जी का निर्णय लेने... के लिए स्वतंत्र हो गई. मंगलवार को खुशी ने कोर्ट में अपने वकील को खड़ा कर जज के सामने अपने प्यार की दास्तां सुना दी.

खुशी ने न्यायालय से वरुण के खिलाफ चल रहे ट्रायल को वापस ले लिया... मंगलवार को खुशी ने मंदिर में शादी कर ली. इस दौरान वकील, मंदिर के पुजारी और वरुण के पिता अरविंद परिवार सहित मौजूद रहे. खुशी के घरवाले इस शादी में शामिल नहीं हुए क्योंकि अभी भी खुशी के पिता प्रेमचंद्र शादी के खिलाफ हैं.

खुशी ने लाल जोड़े में वरुण को जयमाला पहना कर अपना जीवन साथी बना लिया लेकिन उसे अब अपने घर वालों से जान का खतरा है और मुख्यमंत्री, एसएसपी व महिला आयोग को पत्र भेज कर सुरक्षा की मांग की है..

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