लाइट, साउंड, एक्शन कहते कहते ऑर्डर-ऑर्डर पर उतरे सुनील दर्शन, गूगल के ख़िलाफ़ FIR दर्ज

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अदालत में घसीटे गए गूगल 'बाबा' और सुंदर पिचई

LATEST CRIME NEWS:अगर एक सवाल पूछा जाए कि सुनील पिचई कौन हैं? मुमकिन है कि कई लोग ऐसे भी होंगे जो इस सवाल का जवाब पाने के लिए गूगलबाबा के पास पहुँच जाएंगे। और तब उन्हें पता चल जाएगा कि उसी गूगल के दिल दिमाग गुर्दा जिगर सब कुछ सुनील पिचई ही हैं।

सुनील पिचई एक हिन्दुस्तानी हैं मगर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक गूगल के चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यानी CEO हैं। ज़ाहिर है इतनी बड़ी हैसियत वाली शख्सियत के सामने कोई भी बड़ी तमीज़ से पेश आएगा। बल्कि कितनों की तो हिम्मत भी नहीं होगी कि उनके सामने कुछ भला बुरा बोल भी सके।

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मगर उन्हीं सुंदर पिचई को एक इंडियन ने अदालत में घसीट लिया है। जी हां, सुंदर पिचई के खिलाफ़ मुंबई में एक FIR दर्ज कराई गई है। और ये FIR लिखवाने वाला भी कोई राह चलता मामूली इंसान नहीं है, बल्कि अपनी फिल्मों के ज़रिए हिन्दुस्तान के दिलों पर राज करने वाला एक फिल्म मेकर है, नाम है सुनील दर्शन।

सुनील दर्शन का 'इस्टमैन' कलर साहाकार

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CRIME STORY FROM MUMBAI:आपने एकदम दुरुस्त पढ़ा है। निर्माता निर्देशक सुनील दर्शन ने मुंबई के अंधेरी ईस्ट थाने में कॉपी राइट का इल्ज़ाम लगाते हुए गूगल के CEO सुंदर पिचई समेत पांच लोगों के ख़िलाफ मामला दर्ज करवाया है। और ऐसा भी नहीं कि सुनील दर्शन ने बस यूं ही थाने में जाकर अपनी हैसियत का हवाला देकर FIR लिखवा दी। इसके लिए बाकायदा अदालत से आदेश भी जारी करवाया है।

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भारत के फिल्मी सिनेमा के पर्दे पर अपनी उंगलियों के इशारे पर बड़े बड़े कलाकार को गुर्गे से मुर्गा तक बनाने में माहिर सुनील दर्शन ने अपनी एक फिल्म एक हसीना थी एक दीवाना था के इंटलेक्चुअल राइट के मामले में चोरी का इल्ज़ाम लगाया है।

चौर्य कला में उत्तीर्ण

CRIME NEWS OF THE FILM:असल में ‘एक हसीना थी एक दीवाना था’ फिल्म साल 2017 में रिलीज हुई थी। लेकिन उसके बाद इस फिल्म को कई लोगों ने अपने अपने तरीक़े से इसे सोशल मीडिया यू ट्यूब पर भी डाल दिया। जबकि सुनील दर्शन का कहना है कि उन्होंने इस फिल्म के राइट अभी तक किसी को भी नहीं बेचे हैं।

उन्होंने ये भी बताया कि पिछले कई सालों से वो यू ट्यूब के खिलाफ ऐसे ही मामलों में लगातार उलझ रहे हैं। क्योंकि यू ट्यूब पर कोई भी उनकी फिल्मों को डाल देता है जिस पर उसे लाखों करोड़ों व्यू मिल जाते हैं। और सबसे चौंकानें वाली बात ये है कि इससे यू ट्यूब को भी बेहिसाब कमाई करने का मौका मिल जाता है।

ये लड़ाई 'कॉपी राइट' की है

FIR AGAINST GOOGLE:सुनील दर्शन के वकील आदित्य चिताले ने बताया कि सुनील दर्शन की फिल्म ‘एक हसीना थी, एक दीवाना था’ के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स सुनील दर्शन के ही पास हैं। बावजूद इसके लोग उनकी इजाज़त के बगैर इन फिल्मों के जरिए बेहिसाब कमाई कर रहे हैं। जबकि कानूनन किसी को भी किसी की संपत्ति को बाज़ार में बेचने का कोई हक़ है ही नहीं। और कॉपी राइट भी उसी के तहत आता है।

एक हसीना थी एक दीवाना थी फिल्म के मामले में भी ऐसा ही हुआ है। यू ट्यूब पर इस फिल्म को बेधड़क होकर कोई भी डाल देता है और उसके ज़रिए कमाई कर लेता है। ये सरासर कानून का उल्लंघन है।

सौ सुनार की एक लोहार की

MASALA MOVIE MATERIAL: इस सिलसिले में सुनील दर्शन ने कई बार गूगल और यू ट्यूब के अधिकारियों से संपर्क करके उन्हें अपनी इस दिक्कत से अवगत भी कराया मगर आज तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। लिहाजा अब सुनील दर्शन ने सीधे गूगल के CEO और पांच दूसरे अधिकारियों के ख़िलाफ FIR लिखवाई है।

25 जनवरी को अदालत का आदेश आने के बाद मुंबई पुलिस ने सुंदर पिचई और गूगल यू ट्यूब के पांच अधिकारियों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज भी कर ली है और अपनी जांच भी शुरू कर दी है। ये मामला कॉपी राइट एक्ट 1957 के सेक्शन 51, 63 और 69 के तहत दर्ज हुआ है।

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