पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह के ड्राइवर को आ गई थी झपकी, सड़क से 150 मीटर दूर दीवार से टकराई कार

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पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह के ड्राइवर को आ गई थी झपकी, सड़क से 150 मीटर दूर दीवार से टकराई कार
पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी चित्रा सिंह इसी कार पर थे सवार
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Crime Of Speed: राजस्थान के अलवर में हुए एक हादसे की तस्वीरों ने सभी को बुरी तरह से बेचैन कर दिया है। उस हादसे का एक सीसीटीवी भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि एक तेज रफ्तार कार एक्सप्रेस वे से उतरकर करीब 150 मीटर दूर जाकर एक दीवार से टकराई। 

पूर्व सांसद की पत्नी की मौत बेटा घायल

असल में ये हादसा दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह की बहू और पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह की मौत हो गई जबकि पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह और उनके बेटे हमीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।  हादसे के चश्मदीद लोगों का अंदाजा है कि नींद की झपकी और कार की तेज रफ्तार इस हादसे की बड़ी वजह हो सकती है। मौके पर मौजूद लोगों की बातों पर यकीन किया जाए तो कार का संतुलन अचानक बिगड़ा और वो सड़क से उतर कर दीवार से टकरा गई। उस वक़्त उसकी स्पीड करीब 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रही होगी। 

सड़क से 150 मीटर दूर दीवार से टकराई कार

तेज रफ्तार और झपकी बनी हादसे की वजह

सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि कार हाईवे को छोड़कर करीब डेढ़ सौ मीटर दूर कच्चे रास्ते से होती हुई दीवार से टकराई थी।  सबसे पहले मौके पर पहुंचने वाले पेट्रोलिंग टीम के ऑफिसर संतराम गुर्जर ने बताया कि हादसे के दौरान गाड़ी की स्पीड 160 किलोमीटर या उससे ज्यादा थी। नींद की झपकी आने से अचानक गाड़ी एक्सप्रेसवे से नीचे कच्चे में उतर गई और करीब 120 मीटर दूर दीवार से जाकर टकरा गई।

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गाड़ी में सभी को आ रही थी नींद

पुलिस अफसर का कहना है कि हादसे के बाद ड्राइवर से बात हुई, उसने कहा कि सभी को नींद आ रही थी...और इसी दौरान अचानक उसको भी नींद की झपकी आ गई.... इसलिए एक्सप्रेसवे के पास खाली जगह में प्लांटेशन की जगह पर कार उतर गई.... वहां गाड़ी की रफ्तार ज्यादा होने के कारण उछली और सामने दीवार से जाकर टकरा गई।

ड्राइवर को भी आ गई झपकी

आजतक से बातचीत में पेट्रोलिंग ऑफिसर ने बताया कि गाड़ी मानवेंद्र सिंह के ड्राइवर चला रहे थे, जबकि आगे की सीट पर उनके बेटे बैठे हुए थे। मानवेंद्र सिंह अपनी पत्नी के साथ पीछे की सीट पर बैठे थे। हादसे के दौरान गाड़ी के आगे के दो एयरबैग खुल गए, जबकि अन्य एयरबैग नहीं खुले। इसलिए मानवेंद्र सिंह का ड्राइवर और बेटा सुरक्षित रहा, जबकि पीछे बैठे मानवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी चित्रा सिंह कच्चे में गाड़ी उछलने के कारण सीट व दरवाजे से टकरा गईं जिसकी वजह से चित्रा सिंह की मौत हो गई। मानवेंद्र सिंह की पसलियों में दो फ्रैक्चर हुए हैं जबकि हाथ की हड्डी टूट गई। 

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झपकी और तेज स्पीड बनी हादसे की वजह

नेता की गाड़ी का एक्सीडेंट

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे मेंटिनेस मैनेजर शंकर सिंह ने कहा जैसे ही वो मौके पर पहुंचे, सभी लोग गाड़ी से बाहर थे. एक्सप्रेसवे पर कॉरीडोर बनाकर सभी को अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटनास्थल पर खून से सने हुए कुछ टिश्यू पेपर भी मिले हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास केवल यह सूचना आई थी कि किसी नेता की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है, लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि मानवेंद्र सिंह की गाड़ी है।

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दो एयरबैग नहीं खुले

एक्सप्रेसवे के कर्मचारियों के मुताबिक गाड़ी में बैठे सभी लोगों को नींद आ रही थी। इस दौरान ड्राइवर को भी झपकी आ गई। लेकिन जैसे ही गाड़ी का संतुलन बिगड़ा तो ड्राइवर ने सभी को बचाने के लिए गाड़ी को कच्चे में उतार दिया। हादसे के दौरान गाड़ी के केवल दो एयरबैग खुले, पीछे के एयरबैग नहीं खुल पाए... इसलिए गाड़ी में पीछे की तरफ बैठे मानवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी को चोट आई, क्योंकि सभी लोग नींद में थे और अचानक गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया।

कार का बिगड़ा संतुलन

बताया जा रहा है कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर रसगन और खुशपुरी के बीच अचानक गाड़ी का संतुलन खराब हो गया। जिस वजह से उनकी कार पुलिया की दीवार से टकरा गई। इस हादसे में मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मानवेंद्र सिंह और उनके बेटे की गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत इलाज के लिए अलवर के सोलंकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। चित्रा सिंह का शव राजीव गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। जानकारी मिली है कि मानवेंद्र सिंह और उनके बेटे का अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा है। इस हादसे को लेकर एडिशनल एसपी तेजपाल सिंह का कहना है कि हादसे की वजह का पता लगाया जा रहा है।

हाईवे के स्पीडोमीटर खराब

इसी बीच इस दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे का एक और सच उजागर हो गया है। यहां लगे रफ्तार की जानकारी देने वाले स्पीडोमीटर खराब पड़े हैं। पुलिस अधिकारियों ने जब NHAI के अधिकारियों को फोन कर गाड़ी की स्पीड के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे के स्पीड की जानकारी देने वाली मशीन खराब है। कंस्ट्रक्शन कंपनी के सीनियर इंजीनियर राजेंद्र ने बताया कि गाड़ी की स्पीड तेज रहती है। एक्सप्रेसवे पर लोग 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी दौड़ते हैं। लगातार लोगों को आगाह किया जाता है। अभी तक करीब 10 हजार से ज्यादा वाहनों के चालान काटे जा चुके हैं और लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उसके बाद भी ओवर स्पीड में लोग गाड़ियां चलाते हैं। 

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