अब 'त्रिवेदी' भी नहीं बचेगा! सबको होगा ओमिक्रॉन

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अब 'त्रिवेदी' भी नहीं बचेगा! सबको होगा ओमिक्रॉन
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देश में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी, रोज़ाना लाखों की तादाद में मामले दर्ज किए जा रहे हैं। हालांकि जानकारों का कहना है कि कोरोना की ये तीसरी लहर अब डराने वाली बीमारी नहीं रही, क्‍योंकि कोरोना का नया स्‍ट्रेन काफी हल्‍का है। इससे अस्‍पताल में भर्ती होने की नौबत भी कम ही आ रही है। ओमिक्रॉन डेल्‍टा वेरिएंट के मुकाबले काफी हल्‍का है, हालांकि ये ओमिक्रॉन संक्रमण सबको होगा और बूस्‍टर डोज भी इसे नहीं रोक पाएगी। दावा है कि कोरोना वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या प्रीकॉशन डोज भी इस पर काम नहीं करेंगी, ओमिक्रॉन खुद को सर्दी जुकाम की तरह पेश कर रहा है।

इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ने ओमिक्रॉन संक्रमण को लेकर कई चौंकाने वाले दावे किए हैं, उन्‍होंने जोर देते हुए क‍हा कि अब कोविड 19 डराने वाली बीमारी नहीं रही। क्‍योंकि कोरोना का नया स्‍ट्रेन काफी हल्‍का है, इससे अस्‍पताल में भर्ती होने की नौबत भी कम आ रही है। ओमिक्रॉन ऐसी बीमारी है जिससे निपटा जा सकता हैं, हम लोगों में से बहुत तो ये भी नहीं जान पाएंगे कि वो संक्रमित हो गए हैं। 80 फीसदी से ज़्यादा लोगों को ये पता भी नहीं चलेगा कि ये उन्‍हें कब हुआ? यही वजह है कि भारत ज़्यादा बुरी तरह से इससे प्रभावित नहीं हुआ है।

तीसरी लहर में कोरोन वायरस का संक्रमण महज दो दिन में दोगुना हो रहा है, ऐसे में जब तक कोरोना टेस्‍ट से इसके बारे में पता चलेगा तब तक संक्रमित व्‍यक्ति पहले ही कई अन्‍य को इससे संक्रमित कर चुका होगा। वहीं लॉकडाउन पर उन्‍होंने कहा कि हम लंबे समय तक घर में बंद नहीं रह सकते, इस बात को समझने की जरूरत है कि ओमिक्रॉन डेल्‍टा वेरिएंट को देखते हुए काफी हल्‍का है।

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