अडानी सीमेंट फैक्ट्री में मिली Engineer की लाश, खून के एक कतरे से 24 घंटे में पुलिस ने ऐसे सुलझाई Murder की गुत्थी

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अडानी सीमेंट फैक्ट्री में मिली Engineer की लाश, खून के एक कतरे से 24 घंटे में पुलिस ने ऐसे सुलझाई Murder की गुत्थी
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Durg, Chhattisgarh: सिर्फ 24 घंटे पहले ही दुर्ग की अडानी सीमेंट फैक्टरी में एक इंजीनियर की लाश मिली थी। लाश मिलते ही फैक्ट्री में हड़कंप मच गया था क्योंकि वो लाश फैक्ट्री में इंजीनियर और HOD आर बाला राजू की थी। खून से लथपथ मिली उस लाश के बाद कयास लगाए जा रहे थे लेकिन 24 घंटे बीतते बीतते पुलिस इंजीनियर की हत्या के सच के खुलासे के साथ सामने आ गई। जो सच सामने आया वो वाकई फैक्ट्री वालों के लिए हैरानी वाला था। क्योंकि हत्या का आरोपी कोई और नहीं मरने वाले इंजीनियर के मातहत काम करने वाला एक कर्मचारी ही निकला। लेकिन इस खुलासे का सबसे रोचक पहलू ये है कि खून के एक कतरे ने इस राज को फाश करने में पुलिस की मदद क्योंकि वो कतरा खुद आरोपी के घर से मिला था। 

Adani Cement के जामुल प्लांट में हत्या

असल में दुर्ग जिले के ACC अडानी सीमेंट जामुल प्लांट में सोमवार को एक इंजीनियर और HOD आर बाला राजू की हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक ड्यूटी के दौरान ही इंजीनियर बाला राजू के अधीन काम करने वाले आरोपी संजय तिवारी ने ही हत्या की वारदात अंजाम दी। पुलिस का खुलासा है कि ये हत्या दरअसल दो दिन पहले हुए एक झगड़े का नतीजा थी। 

मातहत ने की HOD की हत्या

जामुल में मौजूद अडानी ACC सीमेंट फैक्ट्री में कोल हैंडलिंग प्लांट जिसे लोग CPC के नाम से जानते हैं। उसी प्लांट के HOD 50 साल के बालराजू राव की खून से लथपथ लाश मिली थी। वारदात की खबर मिलते ही जामुल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। दुर्ग के SP जितेंद्र शुक्ल ने खुद क्राइम सीन यानी मौका-ए-वारदात पर पहुंचे थे। मरने वाले इंजीनियर के घरवालों का आरोप था कि उनकी हत्या सीपीसी के इंचार्ज संजय तिवारी ने की है। 

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फुटपाथ पर मिला घायल इंजीनियर

तब इस आरोप की रोशनी में जामुल पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर मामले की जांच की और पूछताछ शुरू की। पुलिस ने बताया कि 3 जून को एसीसी एडमिन की तरफ से खबर मिली थी कि सुबह के करीब लगभग 9:30 बजे फैक्ट्री के पावर प्लांट का HOD आर बाला राजू प्लांट के बाहर फुटपाथ में संदिग्ध हालत में जख्मी हालत में है। इंजीनियर को एसीसी जामुल की मेडिकल टीम ने अस्पताल पहुँचाया लेकिन तब तक उनके प्राण पखेरू हो चुके थे। लिहाजा डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

Action में पुलिस

इस मामले की इत्तेला मिलते ही पुलिस फौरन एक्शन में आई और एक टीम तैयार की। पुलिस की टीम ने मौका मुआयना किया। शुरुआती तफ्तीश से ये पता चला कि आर. बाला राजू को किसी भारी चीज से हमला करके मारा गया है। आर. बालाराजू के सिर के पीछे दाहिने कान, नाक के ऊपर गंभीर चोट के निशान से ये भी साफ हो गया कि यही जख्म जानलेवा बन गए। 

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कपड़ों पर खून के छींटे

पुलिस ने मौके पर डॉग स्कॉड और फॉरेसिंक की टीम को भी बुलाया। इसके अलावा इंजीनियर के मातहत काम करने वालों से लंबी पूछताछ शुरू हुई। इसी पुछताछ के दौरान में प्लांट के एक कर्मचारी ने बताया कि घटना के फौरन बाद कोल्ड हैंडलिंग प्लाट का इंचार्ज संजय तिवारी उसके पास आकर अपने शर्ट में लगे किसी दाग को मिटाने की बात कह रहा था। गेट रजिस्टर की जाँच करने पर यह बात भी सामने आई कि घटना के फौरन बाद संजय तिवारी अपने घर जाकर कपडे बदलने आया था। पुलिस की टीम ने फौरन संजय तिवारी के घर का रुख किया और वो कपड़े बरामद कर लिए जिन पर खून के छींटे थे। 

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ऐसे किया गुनाह कबूल

इस बरामदगी से पुलिस के सामने ये बात साफ हो गई कि इस वारदात से संजय तिवारी का गहरा नाता है। पूछताछ के दौरान आरोपी हर बार अपने बयान बदल रहा था। तब पुलिस आरोपी संजय तिवारी को थाने ले आई और वहां जब पुलिस ने उसे अपनी असली सूरत दिखाई तो वो फौरन रट्टू तोते की तरह गुनाह कुबूल करने लगा। आरोपी ने बताया कि सुबह 09.00 बजे CHP यानी कोल्ड हॅडलिंग प्लांट में ब्रीफिंग के दौरान आर बालाराजू ने उसके काम काज पर उंगली उठाते हुए उस पर खूब जमकर चिल्लाए थे। वो डांट फटकार असल में कोयले की लगातार आपूर्ति न होने को लेकर थी। क्योंकि कोयले की आपूर्ति सही ढंग से न होने की वजह से प्लांट में पहले भी एक बार ब्रेक डाउन हो गया था और उसके लिए भी इंजीनियर ने संजय तिवारी को जिम्मेदार ठहराया था। लेकिन उसी बात को लेकर इंजीनियर बाला राजू बार बार संजय तिवारी को नौकरी से निकलवाने की धमकी देने लगे थे। इस बात को लेकर संजय तिवारी ने खुन्नस पाल ली थी। 

हथौड़े से वार करके मार डाला

वारदात वाले रोज बाला राजू जायजा लेने के लिए कोल अनलोडिंग एरिया में फुटपाथ से होते हुए पैदल ही जा रहे थे। संजय तिवारी ने उनका पीछा किया और सूनसान जगह पर हथौड़े से वार करके उनकी हत्या कर दी। पुलिस का खुलासा है कि हथौड़े के वार की वजह से बेहोश होकर गिरे बाला राजू पर संजय ने ताबड़तोड़ वार किए। बाला राजू को मौत के घाट उतारने के बाद संजय ने पहले तो उस हथौड़े को कोल एरिया में ही छुपा दिया और वापस अपना काम करने लगा।  इसी दौरान उसे अपने कपड़ों पर खून के छींटे नज़र आए तो लंच करने की बात कहकर कपड़े बदलने घर चला गया और यूनिफॉर्म बदलकर वापस आ गया। 

इंजीनियर की बेटियां हुईं अनाथ

पुलिस ने संजय तिवारी की निशानदेही पर ही हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा भी बरामद कर लिया और हत्या के मुकदमे में संजय को जेल भेज दिया। बालराजू राव की पत्नी की कैंसर की वजह से दो साल पहले ही मौत हो चुकी थी। उनकी दो बेटियां हैं। उनकी परवरिश वही कर रहे थे। उनकी दोनो बेटियां मां की मौत के सदमें से अभी पूरी तरह उबरी भी नहीं थीं कि पिता का साया भी उनके सिर से छिन गया।

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