ये दिल्ली जल बोर्ड में चल क्या रहा है! संयुक्त निदेशक की गिरफ्तारी के बाद अब रिटायर्ड चीफ इंजीनियर और ठेकेदार गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली जल बोर्ड की निविदा प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में एक सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता और एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया है।
ADVERTISEMENT
Delhi Jal Board ED Latest News: ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में एक सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता और एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया है। ईडी ने अलग से इस सिलसिले में मुकदमें दर्ज किए थे।
एक अधिकारी और ठेकेदार नपे!
सूत्रों ने बताया कि सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा और ठेकेदार अनिल कुमार अग्रवाल को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
ADVERTISEMENT
पीटीआई के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में पिछले साल जुलाई में छापे मारे थे।
ईडी दिल्ली जल बोर्ड की निविदा प्रक्रिया में कथित अनियमितता के दो अलग-अलग मामलों की जांच कर रही है। यह आपराधिक मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक प्राथमिकी और दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की शिकायत से जुड़ा है।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
क्या आरोप है जल बोर्ड के अधिकारियों पर?
सीबीआई ने दर्ज किया था मुकदमा!
सीबीआई की प्राथमिकी में आरोप लगाया था कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर ‘इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक फ्लो मीटर’ की आपूर्ति, उनको लगाने और परीक्षण करने के लिए कंपनी को टेंडर जारी करते समय ‘एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड’ को ‘‘अनुचित लाभ’’ पहुंचाया।
सवाल यहां ये उठता है कि अधिकारियों को क्या अनुचित लाभ प्राप्त हुआ?
क्या ये दोनों किसी और अधिकारी या नेता के कहने पर ये काम कर रहे थे?
अगर ऐसा है तो उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं की गई?
ACB ने दर्ज की थी FIR
दूसरा आरोप नवंबर 2022 में दर्ज कराई गई एसीबी की शिकायत से जुड़ा है। यह दिल्ली जल बोर्ड द्वारा उपभोक्ताओं को बिल भुगतान की सुविधा देने के लिए अपने विभिन्न कार्यालयों में स्वचालित बिल भुगतान संग्रह मशीन (कियोस्क) स्थापित करने के लिए टेंडर प्रदान करने के मामले से संबंधित है। इस सिलसिले में चार गिरफ्तारियां हो चुकी है, जिसमें जल बोर्ड के एक ज्वाइंट डायरेक्टर का नाम भी शामिल है।
इस केस में कैसे घपला हुआ?
इसके लिए इन दोनों के अलावा और कौन जिम्मेदार हैं?
इन तमाम एंगल से मामले की जांच की जा रही है। एक तरफ सीबीआई जांच कर रही है तो दूसरी ओर एसीबी भी मामले की जांच में जुटी है।
ADVERTISEMENT