शहजादी मामले में दुबई की सरकार ने लिया संज्ञान, डॉक्युमेंट भेजने के दिए निर्देश, तो क्या रुक जाएगी शहजादी की फांसी? Crime Tak की खबर का असर

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शहजादी मामले में दुबई की सरकार ने लिया संज्ञान, डॉक्युमेंट भेजने के दिए निर्देश, तो क्या रुक जाएगी शहजादी की फांसी?  Crime Tak की खबर का असर
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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शहजादी मामले में दुबई सरकार ने लिया संज्ञान

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डॉक्युमेंट भेजने के दिए निर्देश

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तो क्या रुक जाएगी शहजादी की फांसी?

सिद्धार्थ गुप्ता के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Banda News: बांदा में Crime Tak की खबर का बड़ा असर हुआ है। शहजादी को फांसी देने के मामले में दुबई की सरकार (Dubai) ने संज्ञान लिया है। दुबई सरकार ने ईमेल और नम्बर के जरिये सभी डॉक्यूमेंट भेजने के निर्देश दिए हैं। शहजादी के पिता आज सभी दस्तावेज भेजेंगे। दुबई के बादशाह ने इस मामले में संज्ञान लिया है। आपको बता दें कि 20 सितंबर के बाद किसी दिन भी शहजादी को फांसी दी जा सकती है। दुबई की कोर्ट ने उसे ये सजा दी है। दुबई से आये मैसेज में यह भी लिखा है कि डॉक्यूमेंट भेजने के एक दिन बाद मामले का निस्तारण किया जाएगा। साथ ही एक टोल फ्री नम्बर भी जारी किया गया है। 

दरअसल बांदा जिले के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली शहजादी को एक बच्चे के कत्ल के इल्जाम में दुबई की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी। उसके पिता के मुताबिक, शहजादी को 20 सितंबर के बाद किसी भी दिन दी जा सकती है। ऐसे में देखना होगा कि क्या वाकई दुबई सरकार ये फांसी के फैसले को पलटती है या नहीं? (Shahjadi Story Dubai government took cognizance of Shehzadi's case) 

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क्या था पूरा मामला?

बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव में सब्बीर खां रहते हैं। उनकी तीन बेटियां हैं, जिनमें सबसे छोटी बेटी का नाम शहजादी है। शहजादी जब 8 साल की थी तो खाना बनाने के दौरान उसका चेहरा जल गया था। उसके पिता ने बताया कि शहजादी बांदा में एक सामाजिक संस्था में काम करती थी। फेसबुक के जरिए उसकी दोस्ती आगरा के रहने वाले उजैल नाम के लड़के से हो गई थी। दोनों में बातचीत शुरू तो उजैल को शहजादी के जले हुए चेहरे के बारे में पता चला। बातों-बातों में उसने शहजादी से कहा कि उसके फूफा दुबई में रहते हैं। वो वहां उसका इलाज करा सकता है। ये सोचकर शहजादी तैयार हो गई।

2021 में शहजादी इलाज के लिए दुबई पहुंच गई। वो उजैल की बुआ के घर में रहने लगी। शहजादी के पिता का आरोप है कि उजैल ने अपनी बुआ से कहा कि शहजादी को आने नहीं देना। शहजादी जहां रहती थी, वहां एक और परिवार रहता था। फैज अपनी पत्नी नाजिया के साथ यहां रहता था। दोनों का एक 4 महीने का छोटा बच्चा था, जो दिन भर शहजादी के पास रहकर खेलता कूदता था। अचानक बच्चा बीमार हो गया। बीमारी की वजह से कुछ दिनों के बाद बच्चे की मौत हो गई और इसका इल्जाम लगा शहजादी पर। परिवार का आरोप है कि आरोपियों ने उसे 4 महीने के एक बच्चे की मौत के जुल्म में फंसा दिया। यहां तक शहजादी को डेढ़ लाख रुपए में बेच दिया गया। इसके बाद ये मामला कोर्ट में चला और दुबई कोर्ट में शहजादी को मौत की सजा सुना दी। शहजादी ने कोर्ट में अपील भी की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।

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इधर, भारत में पीड़िता के पिता सब्बीर ने कोर्ट में शिकायती पत्र देकर आरोपी युवक उजैर और उसके रिश्तेदारों सहित 4 लोगों के खिलाफ थाना मटौंध में मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। पुलिस ने इस बाबत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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क्या कहना है शहजादी के पिता सब्बीर का? 

इस संबंध में पीड़िता के पिता ने कोर्ट के अलावा पीएम मोदी और सीएम योगी से गुहार लगाई थी। सब्बीर ने कहा था - मेरी बेटी को फांसी होने वाली है। हम लोग विदेश मंत्रालय (दिल्ली) गए थे। हमें आश्वासन मिला है। बीते दिनों बेटी का फोन आया था। उसने बताया कि 20 सितंबर के बाद कभी भी फांसी दी जा सकती है। हम चाहते हैं कि सरकार इसमें हमारी मदद करे। अब सबकी निगाहें दुबई सरकार पर है।

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