जहर वाली फिश और खौफनाक प्लानिंग, दिल्ली की ये कहानी रौंगटे खड़े कर देगी!
Delhi Slow Postion Deaths: आरोपी वरुण को सद्दाम हुसैन की किताब से ये आडिया आया था। उसने सोचा कि वो ऐसा कर देगा और किसी को शक नहीं होगा।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
दिल्ली का जहर वाला फिश कांड!
दामाद ने सबको खिलाया थैलियम जहर
आरोपी जेल में
Delhi Slow Postion Deaths: एक शख्स इंटरनेट पर सद्दाम हुसैन को लगातार पढ़ रहा है। उसकी अच्छाई, बुराई, सब कुछ। अचानक उसने पढ़ा कि किस तरह से सद्दाम ने अपने राजनीतिक विरोधियों को मारने के लिए 'थैलियम' नाम के जहर का इस्तेमाल किया था। बस, उसे आइडिया मिल गया, लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत ये थी कि ये जहर कैसे खरीदा जाए और ये मिलता कहां है? उसने इंटरनेट पर कोशिश की कि कहीं से पता चल सके कि ये जहर किस दुकान से मिलता है? इस दौरान उसने डार्क नेट (Dark Net) का इस्तेमाल किया और आखिरकार उसे इस सवाल का जवाब मिल ही गया। उसने इस जहर की Online Delivery करवा ली। अब उसके पास ये जहर आ चुका था। लेकिन ये जहर वो किसको खिलाना चाहता और क्यों? इस बात को आगे बढ़ाए, इससे पहले एक हंसते-खेलते परिवार के बारे में आपको बताते हैं।
पति-पत्नी में होता था विवाद, कभी पैसा तो कभी किसी और बात पर!
वरुण अरोड़ा वेस्ट दिल्ली में रहता था। वो रियल एस्टेट का बिजनेस करता था। उसकी शादी दिव्या शर्मा से 2009 में हुई थी। दिव्या का मायका इंद्रपुरी इलाके में था। शुरुआत में सब कुछ ठीक-ठाक चला, लेकिन धीरे-धीरे विवाद शुरू हो गए। कभी बच्चे को लेकर तो कभी पैसों को लेकर। वरुण की कोई औलाद नहीं थी। इसको लेकर वो बेहद परेशान रहता था। कई डॉक्टरों से सलाह ली और आखिर में ये तय कि IVF तकनीक का सहारा लिया जाए। आखिरकार उसके दो जुड़वां बच्चे हुए। दिव्या के पिता का नाम देवेंद्र मोहन शर्मा है। देवेंद्र मोहन 3 इंद्रपुरी में परिवार के साथ रहते थे। उनकी होम्योपैथिक मेडिसन की फैक्ट्री नारायणा इंडस्ट्रियल इलाके में है। परिवार में दो बेटियां व उनकी पत्नी थी। बड़ी बेटी दिव्या की शादी वरुण से हुई थी।
पूरे परिवार से बदला लेने की ठानी
इस बीच 2020 में वरुण के पिता चल बसे। वरुण की बीवी दोबारा प्रेगनेंट हो गई। वरुण इससे बेहद खुश था। उसे लगा कि उसके पिता वापस आ रहे हैं, लेकिन इसके साथ एक बुरी खबर आई। डॉक्टरों ने बताया कि अगर दिव्या बच्चा पैदा करती है तो उसकी जान को खतरा है। लिहाजा गर्भपात कराना सही होगा। इस बात को लेकर घर में बवाल मच गया। वरुण और उसकी मां जिया ने इसका विरोध किया। आखिरकार दिव्या ने गर्भपात करा दिया। इसके बाद वो अपने घर इंद्रपुरी आ गई। इस बात से वरुण बेहद आहत हो चुका था। उसके अंदर मानो आग लग गई थी। वो अब बदला लेना चाहता था। बदला पूरे परिवार से। जी हां, दिव्या के पूरे परिवार से।
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जहर वाली फिश
वो दिन था 31 जनवरी 2021 का है। जगह थी दिल्ली का इंद्रपुरी इलाका। वरुण का दिव्या के फोन पर एक कॉल आया। वरुण ने कहा कि आज वो अपने घर से सब के लिए स्पेशल फिश बनाकर ला रहा है। दिव्या ने ऐसा करने से मना किया लेकिन वरुण जोर देकर कहता रहा कि मैं आज स्पेशल फिश बनाकर ला रहा हूं। वो दिन में करीब 3-3.30 बजे वरुण घर आ गया और कुछ देर बाद उसने पूरे परिवार को फिश खिलाई, लेकिन अपने दोनों बच्चों को फिश नहीं खिलाई और खुद भी नहीं खाई ये कहकर कि उसके दांतों में दर्द है। लेकिन इस फिश में उसने वो ही जहर मिला दिया था, जो उसने डार्क नेट के जरिए मंगवाया था। फिश उसके ससुर देवेंद्र शर्मा, बेटी दिव्या शर्मा, दिव्या की मां और उनकी दूसरी बेटी ने खाई। उसने मछलियों के साथ थैलियम खिला दिया। इसका असर दिखना शुरू होने लगा।
जनवरी से लेकर मार्च तक तीन मौतें
31 जनवरी को करीब 8.30 बजे वरुण अपनी पत्नि दिव्या व बच्चों को लेकर अपने घर चला गया था। अगले ही दिन 1 फरवरी को प्रियंका की तबियत खराब होने लगी और 2 फरवरी 2021 को APOLLO क्रेडल अस्पताल में टेस्ट कराए, लेकिन प्रियंका की तबियत और ज्यादा खराब होने लगी। 3 फरवरी को प्रियंका को BLK अस्पताल में दाखिल करा दिया गया, जहां उसका इलाज चलता रहा लेकिन 15 फरवरी को प्रियंका (27 साल) की अस्पताल में ही मौत हो गई। परिवार सदमे में चला गया, लेकिन अभी तो बहुत कुछ होना बाकी था।
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क्या सिर्फ बच्चे वाली बात की वजह से वरुण ने पूरे परिवार को खत्म करने की प्लानिंग रच डाली?
मार्च महीने में वरुण की पत्नी, सास और ससुर बीमार पड़ गए। 3 मार्च को दिव्या की तबियत भी खराब होने लगी। अगले दिन वरुण दिव्या को गाड़ी की पिछली सीट पर लेटाकर इंद्रपुरी ले आया। बाद में दिव्या को गंगा राम अस्पताल ले गये। दिव्या का इलाज चलता रहा। इस बीच दिव्या की मां अनिता शर्मा को भी अस्पताल में दाखिल करना पड़ा। साथ-साथ दिव्या के पिता देवेंद्र मोहन के बाल उड़ने लगे। अब देवेंद्र शर्मा को समझ में आ गया था कि ये साजिश के तहत हो रहा है। पहले बेटी की मौत और फिर एक के बाद एक परिवार के दूसरे लोगों का बीमार होने, ये दिखा रहा था कि कहीं न कहीं कोई साजिश हुई है। इस बीच अनिता शर्मा की 21 मार्च को मौत हो गई, जब कि दिव्या भी कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रही और उसने भी दम तोड़ दिया। इसके बाद उसके ससुर देवेंद्र शर्मा ने पुलिस को सारी बात बताई।
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क्या वरुण की इस प्लानिंग के बारे में किसी और भी पता था?
डॉक्टरों ने बताया था कि अनीता शर्मा और दिव्या के ब्लड टेस्ट में थैलियम विषाक्त जहर पाया गया है। इन्हें काफी मात्रा में विषाक्त पदार्थ दिया गया था। पुलिस ने जब मृतक सास का पोस्टमार्टम कराया तो मृतक महिला के शरीर में थैलियम की भारी मात्रा मिली। इससे साजिश साफ हो गई। पुलिस ने वरुण को गिरफ्तार किया। उसने अपना जुर्म कुबूल कर दिया। अब वरुण के दो बच्चे हैं। बच्चों की मां नहीं है, जब कि पिता जेल में है। बच्चों का पोषण उसके दादा देवेंद्र शर्मा कर रहे हैं। देवेंद्र शर्मा आज तक ये सोचते हैं कि उन्होंने ऐसा कौन सा गुनाह किया था, जिसकी सजा उन्हें मिली। उनकी पत्नी नहीं रही, दो बेटियों की मौत हो गई। उनके पोता-पोती अब उनका सहारा है।
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