Aftab Confession : श्रद्धा मर्डर के बाद आफताब ने सिर और धड़ को 4 महीने तक कमरे पर रखा, फिर गर्म टॉर्च से जलाया
Delhi Shraddha Murder case : श्रद्धा की हत्या को लेकर आफताब ने बड़ा बयान दे दिया है. उसके कबूलनामे में श्रद्धा मर्डर का एक-एक सच सामने आ गया.
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Aftab Confession : श्रद्धा की हत्या के बाद हाथ और पैर के टुकड़े टुकड़े कर आफताब ने महरौली के जंगलों में फेंक दिया था. लेकिन श्रद्धा के सिर और धड़ वाले पार्ट को 3 से 4 महीने तक कमरे पर रखा था. आफताब ने अपने कबूलनामे में कहा है कि ऐसा उसने श्रद्धा की हमेशा के लिए पहचान छुपाने के लिए किया था. असल में उसने कबूलनामे में कहा है कि चेहरे और धड़ वाले हिस्से को ब्लो टॉर्च से जलाता रहता था. ताकी किसी तरह से उसकी पहचान को हमेशा के लिए मिटाया जा सके. आखिर श्रद्धा की हत्या लेकर कबूलनामे में आफताब ने क्या कहा जानते हैं...
श्रद्धा के सिर और धड़ का क्या किया था
Aftab Confession : आफताब ने अपने कबूलनामे में कहा है कि उसने श्रद्धा के सिर और धड़ (Shraddha TORSO Part) दोनों ही हिस्से को मैंने उसकी पहचान होने के डर से अपने पास फ्रीज़र में रखा था और इसके बाद वारदात के करीब 3 से 4 महीनों बाद उसके सिर और चेहरे को ब्लो टॉर्च से बुरी तरह से खराब कर दिया था. इसक बाद उसके बाल को काटकर उसकी पहचान मिटाने के बाद उसके सिर दोनों Forearms और TORSO को वहीं छत्तरपुर एन्क्लेव के जंगल में फेंक दिया था और उसके बाल और कपड़ों को 60 फुटा रोड छतरपुर पहाड़ी के कोने पर रखे बड़े बड़े डस्टबीन में डाल दिया था। वारदात के बाद श्रद्धा का इंस्टाग्राम (ShraddhaInstagram account) मेरे फ़ोन में लॉगिन था. जिससे मैंने श्रद्धा ( Shraddha) बनकर उसके दोस्त लक्ष्मण नाडर (Laxman Nadar) को उसके मैसेज का इंस्टाग्राम पर रिप्लाई दिया था. उसको मारने वाले दिन मैंने उसके मोबाइल फ़ोन से अपने अकाउंट में 54000 रुपये दो बार में ट्रांसफर किए थे. इसके बाद मैं मुंबई में जून के पहले हफ्ते में अपने वसई वाले किराये के मकान से सामान लाने गया था. और मैं कहानी बनाने के लिए जानबूझकर 6 जून 2022 को क्रेडिट कार्ड में अपने अकाउंट से 600 रुपये ट्रांसफर किए थे। जिससे उसे बिल के लिए कॉल ना आए. इसके बाद मैं वापिस छत्तरपुर पहाड़ी आ गया था. जब मुझे महाराष्ट्र पुलिस ने श्रद्धा के बारे में पूछताछ करने के लिए बुलाया था तो वहां से वापस आते हुए मुझसे श्रद्धा का फोन कहीं गुम हो गया था. वारदात के बाद मैंने एक नया फ़ोन सैमसंग का खरीद लिया और एक्सचेंज ऑफर में अपना पहले वाला फ़ोन अमेज़न पर बेच दिया था.
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बता दें कि 19 मई 2022 को श्रद्धा की हत्या की गई थी. लिव इन पार्टनर आफताब ने हत्या की बात कबूल की है. उसने ये हत्या क्यों और कैसे की थी. इस बारे में उसन पूरी डिटेल में खुलासा किया है.
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आफताब ने कहा है कि ….
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मैं श्रद्धा को लेकर बेहद पजेशिव (possessive) था और मैं उसके साथ मारपीट कर देता था। जिसकी उसने शिकायत मुंबई में पुलिस में भी की थी। हम दोनों ने अपने रिश्ते में सुधार करने के लिए ट्रिप का प्लान किया. उसी ट्रिप के लिए हम दोनों ट्रिप पर 28 मार्च 2022 को मुंबई से निकल गए और हरिद्वार पहुँच गए। फिर हरिद्वार ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी, मनाली और चंडीगढ़ घूमते हुए पार्वती वैली पहुंचे और जहाँ हमें बद्री नाम का लड़का मिला. जिससे हमारी Bumble App (बंबल ऐप) से दोस्ती हुई थी और उसने हमे अपने घर दिल्ली आने के लिए किया था।
हम करीब सवा महीने घूमने के बाद मई 2022 के पहले हफ्ते लगभग दिनांक 05/05/2022 को बद्री के घर छत्तरपुर पहाड़ी दिल्ली पर पहुंचे थे। हम उसके घर पर करीब आठ-दस दिन रुके थे और वहां भी मेरे और श्रद्धा वालकर (Shraddha Vikas Walkar) के बीच झगड़े हुए थे और इस कारण से हमारा ब्रेकअप हो गया था। मेरे और श्रद्धा (Shraddha) के बीच मे अक्सर झगड़े होने के कारण बद्री ने हमे अपने घर से जाने को कहा और इसके बाद करीब दो दिन बाद रुककर दिनांक 16 मई 2022 से हमदोनों ने ब्रोकर राहुल रॉय के जरिये रोहन कुमार नील के मकान H. No. 93, Gali No. 1. 60 Futa Road, Chattarpur Pahari, New Delhi पर 1st Floor को किराए पर ले लिया तथा रहने लगे।
दिल्ली आए तो जॉब नहींं थे, पैसे भी कम थे, शुरू हुई लड़ाई
Aftab Confession murder : उस समय हम दोनों की कहीं जॉब भी नहीं थी और ज्यादातर पैसा ट्रिप मे खर्च हो चुका थे तो यहाँ पर भी हम दोनों में छोटी छोटी बातों को लेकर काफी झगडा होने लगा और 18 मई 2022 को शाम करीब 6 से 6.30 बजे के बीच मुझे अपने किराए के घर वसई से जाकर घर का सामान लाने की बात कही. इसके साथ ही कहा कि वो टिकट भी बुक कराया था लेकिन मैंने उसे तबीयत खराब होना बतलाकर जाने से मना किया था. तो वह गुस्से में हो गई व कहने लगी कि दोनों के पास केवल दो बैग हैं और खाने पीने का कोई सामान नहीं है. और रोजाना मार्केट का खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है. ये कहकर जिद की तो मैंने उसे आधा पैसा खर्चे का देने की बात कही जिस पर श्रद्धा आग बबूला हो गयी और मुझे गाली देने लगी. मैं उससे झगडा करने लगा और गाली देने की हमेशा की आदत से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए उसको हमेशा के लिए अपने रास्ते से हटाने के लिए ठान कर उसको जान से मारने के लिए उसको पकड़ कर फर्श पर गिरा लिया और उसकी छाती पर बैठकर अपने दोनों हाथों से कसकर उसका गला तब तक दबाए रखा जब तक वह मर नहीं गयी. और उसकी डेड बॉडी को बाथरूम में छिपा दिया। फिर मैंने उसकी डेड बॉडी को डिस्पोज करने के लिए उसकी डेड बॉडी के छोटे छोटे टुकड़े करके किसी बड़े ब्रीफकेस में डालकर कहीं फेंक आने की प्लानिंग की थी. इसके बाद 60 फूटा रोड छत्तरपुर पहाड़ी से एक जंगल में फेंक दिया.
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