दिल्ली में दो छात्रों के यौन शोषण मामले में CM ने स्कूल टीचर व उप प्रधानाचार्य को सस्पेंड करने का दिया आदेश
delhi sexual exploitation students : दिल्ली में दो लड़कों के यौन शोषण मामले में स्कूल वाइस प्रिंसिपल व टीचर होंगे सस्पेंड.
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Delhi News : दिल्ली में दो लड़के के साथ उनके ही साथियों द्वारा यौन उत्पीड़न किए जाने के मामले पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने गंभीरता दिखाई है. सीएम ने कहा है कि इस मामले में सरकारी स्कूल के टीचर और वाइस प्रिंसिपल ने मामले की सूचना भी नहीं दी. इसलिए सीएम अरविंद केजरीवाल ने दोनों सरकारी अधिकारियों को भी सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं. आखिर क्या है ये पूरा मामला. आइए जानते हैं..
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दो लड़कों का उनके सहपाठियों द्वारा यौन शोषण किए जाने की घटना की सूचना पुलिस को कथित तौर पर न देने को लेकर उत्तर पश्चिमी दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के शिक्षकों तथा उप प्रधानाचार्य को निलंबित करने का मंगलवार को आदेश दिया। उन्होंने शिक्षा निदेशालय से सभी शिक्षकों तथा प्रधानाचार्य के संदर्भ के लिए उच्च गुणवत्ता की सामग्री तैयार करने तथा बच्चों से दुर्व्यवहार के मामलों से निपटने के लिए अनुकूल माहौल बनाए जाने के वास्ते स्कूलों को दिशा निर्देश जारी करने का भी निर्देश दिया।
POCSO एक्ट कानून के तहत ट्रेनिंग भी दी जाएगी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बाल यौन अपराध संरक्षण कानून के प्रावधानों पर सभी प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाए। गौरतलब है कि 12 और 13 वर्ष के दो छात्रों ने पुलिस में अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई है कि पांच से छह सहपाठियों ने उनका यौन उत्पीड़न किया। पुलिस ने बताया कि यह कथित घटना अप्रैल में स्कूल के ‘समर कैंप’ (ग्रीष्मकालीन शिविर) के दौरान हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि आठवीं कक्षा के 13 वर्षीय छात्र ने आरोप लगाया कि अप्रैल में ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान उसके सहपाठी उसे जबरदस्ती एक पार्क में ले गए और उसका यौन उत्पीड़न किया। साथ ही उन्होंने उसे यह बात किसी को न बताने की धमकी भी दी।
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अधिकारियों के अनुसार, कुछ दिन पहले उन लड़कों ने छात्र को परेशान करना शुरू कर दिया तो उसने अपने शिक्षकों को पूरी घटना की जानकारी दी। इस पर शिक्षकों ने उसे यह बात किसी को भी नहीं बताने को कहा। उन्होंने बताया कि इसके बाद छात्र ने अपने अभिभावकों को घटना की जानकारी दी और फिर अभिभावकों ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन कर इस बारे में सूचित किया। मामला रविवार को दर्ज किया गया।
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