ट्रिन...ट्रिन ...ट्रिन...हेलो, पुलिस कंट्रोल रूम...बस में अतीक की बीवी शाइस्ता बैठी है..!
Atiq Ahmed wife Shaista: दिल्ली पुलिस को एक कॉल मिली थी जिसमें दावा किया गया था कि अतीक की बीवी शाइस्ता बस में बैठी है। लेकिन वो कॉल कोरी अफवाह निकली
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सोमवार की रात अचानक दिल्ली पुलिस और दिल्ली से सटे गाज़ियाबाद की पुलिस और नोएडा की पुलिस अचानक अलर्ट मोड पर आ गई...क्योंकि उसके पास एक फोन आया था और फोन करने वाले शख्स ने सिर्फ एक नाम लिया था, शाइस्ता परवीन। जी हां ये किस्सा सोमवार की रात का है। यही कोई नौ बजे का वक्त होगा, दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम का एक फोन बजा और फोन उठाते ही दूसरी तरफ से एक शख्स की आवाज आई जिसमें उसने दावा किया था कि उसने अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन को देखा...बस ये सुनते ही पुलिस के सिपाहियों के कदम तेजी से जिप्सी की तरफ दौड़ने लगे, बिना इस बात को जाने समझे कि फोन करने वाला कौन है, उसने शाइस्ता को कहां देखा, कैसे देखा, और कब देखा...
अलबत्ता पुलिस ने दिल्ली से सटे सभी बॉर्डर पर तैनात सिपाहियों को अलर्ट भेज दिया और बॉर्डर सील करवा दिए...साथ ही गाजियाबाद और नोएडा की पुलिस की भी बैटरी चार्ज कर दी।
पुलिस की टीमें हाईवे पर चौकन्नी होकर तैनात हो गईं...और करीब ढाई घंटे तक हरियाणा से दिल्ली वाया यूपी आने वाली तमाम बसों और ट्रकों की तलाशी तेज कर दी। फोन करने वाले ने जो बस का नंबर दिया था उसको ट्रेस करने के लिए एक टीम लग गई। थोड़ी देर में पता चला कि जो बस नंबर पुलिस वालों को मिला है वो बस दिल्ली के बवाना से निकल गई। थोड़ी देर में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर पुलिस ने बस को ट्रेस कर लिया। बस की तलाशी ली गई मगर पुलिस खाली हाथ और मायूस चेहरे के साथ बस से उतर आई क्योंकि उस बस में शाइस्ता नहीं मिली।
पुलिस के भीतरी सूत्रों से पता चला है कि शाइस्ता की खबर मिलते ही पुलिस की पूरी टीम इस तरह से एक्टिव हुई थी मानों उसे खजाने की खबर मिल गई हो। कंट्रोल रूम में फोन करने वाले ने एक प्राइवेट नंबर दिया था। पुलिस ने उसी नंबर को ट्रेस किया तो उसे वो एक बस का नंबर मिला। इत्तेफाक से वो बस भी प्राइवेट ही थी। कई किलोमीटर पीछा करने के बाद भी पुलिस को कोई फायदा नहीं मिला। उसके बाद पुलिस ने उस नंबर को ट्रेस करना शुरू किया जिस नंबर से कॉल करके पुलिस को शाइस्ता के बारे में इत्तेला दी गई थी। वो नंबर बंद मिला। जिस बस का नंबर पुलिस को मिला था उस बस में एक महिला तो दिखी मगर वो शाइस्ता नहीं बल्कि कोई मजदूर थी जो पूर्वांचल की तरफ जा रही थी।
असल में अतीक की पत्नी शाइस्ता पिछले 67 दिनों से फरार है 24 फरवरी को हुए प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही यूपी पुलिस शाइस्ता परवानी की तलाश कर रही है। उसके ऊपर यूपी पुलिस ने इनाम पचास हजार भी रखा है। अब फिलहाल पुलिस उस कॉलर को ढूंढ़ रही है। आखिर वो कौन है, और क्यों उसने दिल्ली पुलिस के साथ ये मज़ाक किया। और सबसे बड़ा सवाल इस मज़ाक के लिए दिल्ली पुलिस को ही क्यों चुना?
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