किसानों के पहुँचने से पहले दिल्ली की सीमाएं सील, तलवार, त्रिशूल और लाठी के साथ एंट्री बैन

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किसानों के पहुँचने से पहले दिल्ली की सीमाएं सील, तलवार, त्रिशूल और लाठी के साथ एंट्री बैन
किसानों को दिल्ली पहुँचने से रोकने के लिए पुलिस ने सीमाएं सील कीं
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Delhi Farmers Protest: किसान एक बार फिर दिल्ली की सीमाओं पर इकट्ठा होने के लिए निकल पड़े हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP की गारंटी और कुछ दूसरे मुद्दों को लेकर किसान एक बार फिर सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए दिल्ली घेरने आ रहे हैं। किसानों को दिल्ली से बाहर रोकने के लिए पुलिस ने भी चौकस बंदोबस्त कर लिए हैं। लिहाजा दिल्ली में किसानों के जत्थे और उनके ट्रैक्टर दाखिल न हो सकें इसके लिए दिल्ली पुलिस ने तमाम तैयारी कर ली हैं। दिल्ली के कई हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई और पाबंदियों का ऐलान कर दिया गया है। 

 दिल्ली कूच की ठानी

किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच की ठानी है। बड़ी संख्या में आ भी रहे हैं और किसानों का जत्था ऐसा भी है जो कूच की तैयारी कर रहा है। ऐसे में हरियाणा से दिल्ली तक में उन्हें रोकने की तैयारी की जा रही है। अमृतसर व्यास में बताया जा रहा है कि किसानों का बड़ा जत्था दिल्ली कुच करने के लिए तैयार है और ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार कतार में खड़े हैं। 

सिंधु बॉर्डर पर धारा 144 लागू

सिंधु बॉर्डर पर धारा 144 लागू कर दी गई है और किसी भी तरह की भीड़ जुटाने पर पाबंदी लगाई गई है। बाहरी दिल्ली के ही औचन्दी बॉर्डर पर भी 144 धारा लगाई गई है, जो दिल्ली से हरियाणा और पंजाब को जोड़ते हैं। दिल्ली पुलिस ने कुछ इलाके में 11 फरवरी से 11 मार्च तक के लिए धारा 144 लगाई है, जहां लोगों के इकट्ठा होने पर रोक होगी। दिल्ली पुलिस ने साफ कर दिया है कि प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर, ट्रॉली, बस, ट्रक,कमर्शियल वाहन, घोड़े के साथ दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। 

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तलवार, त्रिशूल, लाठी के साथ प्रवेश नहीं

इनके अलावा हथियार, तलवार, त्रिशूल, लाठी या रॉड  के साथ दिल्ली में प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है। किसानों के जत्थे को देखते हुए नॉर्थ ईस्ट दिल्ली और शाहदरा इलाके में भी पाबंदियां लगाई गई है। मसलन शाहदरा, फर्श बाजार, गांधी नगर, विवेक विहार, सीमापुरी जैसे इलाके शाहदरा जिले में आते हैं, जहां भीड़ जुटाने पर रोक लगाई गई है।

कृषि संगठनों का समर्थन

किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर दिल्ली पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं। इसके जरिए उनकी कोशिश सरकार पर दबाव बनाने की होगी। किसान मोर्चा की मानें तो विरोध-प्रदर्शनों को 200 से ज्यादा कृषि संगठनों का समर्थन है, जो 13 फरवरी को दिल्ली कूच की तैयारी में हैं। अंबाला के पास शिंघू बॉर्डर पर, अधिकारियों ने सड़क पर कंक्रीट ब्लॉक, रेत की बोरियां, कंटीले तार और दंगा-रोधी वाहन तैनात कर दिए हैं।

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सड़क के किनारे लोहे की शीट्स

ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में किसी भी तरह के प्रदर्शन या मार्च पर प्रतिबंध रहेगा। किसानों के मार्च को रोकने के लिए घग्गर फ्लाईओवर पर सड़क के दोनों किनारे पर लोहे की शीट्स लगाई गई हैं। नदी के तल को भी खोद दिया गया है, ताकि वे कोई और रास्ता ना ले सकें।

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