दिल्ली के ACP के वकील बेटे के मर्डर के आरोपी ने उगली ये बात! क्या सिर्फ पैसों को लेकर था विवाद? अभिषेक क्यों शामिल हुआ हत्याकांड में?

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मृतक लक्ष्य चौहान
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Delhi Police: दिल्ली पुलिस के एक एसीपी के वकील बेटे लक्ष्य चौहान की हत्या को लेकर नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि लक्ष्य चौहान ने विकास से कर्ज ले रखा था। वो रुपए वापस नहीं कर रहा था। पैसे मंगाने पर वो दुर्व्यवहार भी करता है। इसी बात को लेकर विकास ने उसकी हत्या करने का प्लान बना लिया था। इस साजिश में उसने अभिषेक को शामिल किया। अब सवाल ये है कि अभिषेक इस साजिश में क्यों शामिल हुआ? डीसीपी आउटर-नार्थ (Outer-North) रवि सिंह के मुताबिक, आरोपी 1 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर है। उनसे पूछताछ जारी है। 

पहले भी एक मामला दर्ज है आरोपी पर

आरोपी विकास भारद्वाज किसी वकील के पास क्लर्क था, जब कि दूसरा आरोपी अभिषेक विकास का दोस्त था। दोनों आरोपी नरेला के रहने वाले हैं। लक्ष्य का शव और कार बरामद कर ली गई है। पुलिस पुख्ता तौर पर एक-एक सबूत इकट्ठा कर लेना चाहती है ताकि आरोपियों को अदालत में सख्त सजा दिलाई जा सके। पुलिस के मुताबिक, एसीपी (आपरेशन्स, आउटर-नार्थ जिला) यशपाल चौहान का 26 साल का बेटा लक्ष्य चौहान 22 जनवरी की शाम से लापता था। गिरफ्तार आरोपी के एक दोस्त का दावा है कि उसने 22 जनवरी की रात को लक्ष्य चौहान को नहर में फेंक दिया था। लक्ष्य तीस हजारी कोर्ट में बतौर वकील प्रैक्टिस करता था। 23 जनवरी को लक्ष्य के पिता ने शिकायत दी थी। पुलिस ने 23 जनवरी की देर रात को मुकदमा दर्ज कर लिया था।  सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच 30 हजार रुपए का विवाद था, लेकिन आरोपी बार-बार बयान पलट रहा है, लिहाजा पुलिस इसके हरेक बयां की गहनता से जांच कर रही है। आरोपी विकास के खिलाफ पहले एक जबरन वसूली का एक केस भी दर्ज है।  

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वकील ने कर्ज लिया था, नहीं लौटाने पर हत्या कर दी?

क्या बोला आरोपी अभिषेक?

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आरोपी अभिषेक ने पूछताछ में बताया कि 22 जनवरी की दोपहर उसके दोस्त विकास (दूसरा आरोपी) ने उसे फोन किया था। वे हरियाणा के सोनीपत में एक शादी में एक साथ गए थे। अभिषेक की मुलाकात विकास से मुकरबा चौक पर हुई थी। विकास ने अभिषेक को बताया कि तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील लक्ष्य ने उससे कर्ज लिया है और उसे वापस नहीं कर रहा है। पैसे मांगने पर वह दुर्व्यवहार भी करता है। आरोपी ने खुलासा किया कि उसने और विकास ने लक्ष्य को मारने की योजना बनाई और शव को मुनक नहर में फेंकने का फैसला किया। 22 जनवरी को दोपहर करीब 3.30 बजे वह मुकरबा चौक पहुंचा, जहां लक्ष्य उसे काली ईकोस्पोर्ट कार में मिला। तीनों एक-साथ गए। देर रात तीनों सोनीपत पहुंचे। वहां तीनों शादी में शामिल हुए।

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लक्ष्य को नहर में धक्का दिया गया, पुलिस शव की तलाश कर रही है

लक्ष्य को मारने के बाद उसकी कार लेकर भागे आरोपी

प्लान के मुताबिक, आरोपियों ने लौटते समय बहाने से पानीपत में कार रुकवाई और सभी कार से बाहर आ गए। जब लक्ष्य नहर के पास खड़ा था तो अभिषेक और विकास ने उसे नहर में धक्का दे दिया और दोनों लक्ष्य की कार लेकर वहां से भाग गये। विकास ने उसे नरेला छोड़ दिया। अब पुलिस ने जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर आरोपी अभिषेक को धारा 302 और 201 आईपीसी के तहत गिरफ्तार कर लिया था। नरेला से कार बरामद की। दोनों आरोपियों को टेकनिक्ल सर्विलांस और अन्य सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया।

आरोपी पुलिस को दिए बयान बार-बार बदल रहा है। इस केस को लेकर अभी भी कई सवालों का जवाब नहीं मिला है। मसलन

विकास कब से लक्ष्य को जानता था?

कितने रुपए ले रखे थे लक्ष्य ने , किस उद्देश्य के लिए?

क्यों रुपए नहीं दे रहा था?

क्या प्रेम प्रसंग का भी कोई एंगल है?

क्या बोलता था लक्ष्य विकास को?

अभिषेक क्यों शामिल हुआ?

शादी से पहले क्या-क्या किया आरोपियों और लक्ष्य ने?

हालांकि समयपुर बादली पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है। 

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