Nikki Murder Case: कारगिल की जंग के हीरो की भतीजी थी निक्की यादव, पिता को ऐसे मिला अपनी गुमशुदा बेटी का पता!
Nikki Murder Case: दिल्ली पुलिस जिस निक्की यादव की हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है उसकी एक और भी पहचान है। निक्की यादव कारगिल जंग के हीरो रहे भारतीय सेना के सिपाही प्रवीण यादव की भतीजी है। लेकिन इस किस्से का सबसे चौंकाने वाला पहलू तो ये है
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निक्की और साहिल की तस्वीर को देखकर कोई भी शायद यकीन नहीं कर सकता है कि पांच दिन पहले ही पांच साल के रिश्ते का ऐसा खौफनाक अंत हो सकता है...साहिल और निक्की की जान-पहचान जनवरी 2018 में हुई थी। साहिल ने SSC की तैयारी के लिए उत्तम नगर में एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में दाखिल लिया। जबकि निक्की भी मेडिकल की तैयारी के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ने लगी थी। दोनों एक ही बस में सफर किया करते थे और इसी दौरान दोनों की दोस्ती हो गई। कोचिंग क्लास से पहले और बाद मे दोनों की मुलाकातें होने लगीं। और धीरे धीरे ये दोस्ती प्यार में बदल गई। फरवरी 2018 में साहिल ने ग्रेटर नोएडा के एक कॉलेज में डी फार्मा में दाखिल लिया। उसी कॉलेज में निक्की ने बीए इंग्लिश ऑनर्स में एडमिशन लिया। उसके बाद दोनों ग्रेटर नोएडा में किराए के एक फ्लैट में साथ-साथ रहने लगे।
झज्जर की रहने वाली निक्की यादव के गांव में सन्नाटा है। कोई यकीन नहीं कर पा रहा है कि एक मासूम बच्ची को कितनी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। निक्की अपने घर में सबसे बड़ी थी। निक्की की एक बहन और एक भाई है। निक्की और उसकी बहन साथ पढ़ती हैं जबकि उसके भाई का नाम शुभम है। निक्की के पिता सुनील यादव गुरुग्राम में अपना एक वर्कशॉप चलाते हैं। और उनका परिवार चार साल पहले अपने माता पिता की सेवा की गरज से दिल्ली से गांव में आकर रहने लगा।
लेकिन ये तो निक्की यादव का आधा परिचय है। निक्की यादव की एक पहचान उसके चाचा के साथ जुड़ी हुई है जिनकी उनके गांव के साथ साथ पूरे इलाके में बड़ी इज्जत है। निक्की यादव के चाचा प्रवीण यादव कारगिल युद्ध के हीरो रहे हैं।
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प्रवीण यादव ने ऑपरेशन विजय में हिस्सा लिया था और पाकिस्तान के खिलाफ लड़ी गई उस जंग में प्रवीण यादव ने अपने दोनों हाथ गंवा दिए थे। जबकि उन्हें पैरों से चलने में भी तकलीफ होती है।
निक्की के घर वालों की बातों पर यकीन किया जाए तो निक्की को साहिल की दूसरी लड़की से शादी करने वाली बात पता भी नहीं थी....वो तो गोवा जाने की तैयारी में थी...लेकिन साहिल के गोवा जाने से इनकार करने के बाद निक्की को उसकी दूसरी लड़की से शादी की बात पता चली...
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निक्की के पिता सुनील यादव ने आजतक के साथ बातचीत में बताया था कि जब दो दिन तक उनकी निक्की से बात नहीं हुई तो उन्हें अपनी बेटी की फिक्र हुई। तब सुनील यादव ने अपनी दूसरी बेटी से निक्की के बारे में बात की तो उसने निक्की के दोस्त साहिल गहलोत का नंबर अपने पिता को दिया।
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इसी बीच सुनील यादव ने निक्की के फोन पर लगातार कॉल करते रहे। 10 तारीख को साहिल ने उनका फोन उठा लिया। तब सुनील यादव ने साहिल से पूछा कि क्या वो निक्की को जानता है तो साहिल का जवाब था कि हां वो निक्की को जानता है। जब सुनील ने निक्की के बारे में पूछा तो साहिल ने जवाब दिया कि निक्की तो ट्रिप पर घूमने चली गई है और अपना फोन यहीं भूल गई है जो उसके पास है। इसके बाद अगले रोज फिर फोन करके सुनील यादव ने निक्की के बारे में पूछा तो उसने वही बात दोहरा दी। इसी बीच सुनील यादव ने जब साहिल से ये जानने की कोशिश की कि वो निक्की के साथ क्यों नहीं गया तो साहिल ने सुनील यादव को बताया कि उसकी शादी थी इसलिए वो उसके साथ नहीं गया।
बस इसी बात ने सुनील यादव का माथा ठनका। दरअसल जब निक्की से उसके घर वालों की बात नहीं हुई तो निक्की के पिता ने क्राइम ब्रांच में मौजूद अपने एक जानने वाले पुलिसकर्मी को इत्तिला दी। क्राइम ब्रांच ने निक्की के फोन को सर्विलांस पर डाला और टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस मित्राऊं गांव के ढाबे तक पहुंची, जहां निक्की यादव पुलिस को डीप फ्रीजर से बरामद हुई और वो भी लाश की शक्ल में...
इससे पहले 9 फरवरी को फोन पर निक्की की साहिल से बातचीत हुई थी। साहिल ने उससे कहा कि आओ घूमने चलते हैं। दोनों साहिल की सफेद रंग की इस वरना कार में निकले और फिर राजधानी की सड़कों पर ये कार घूमती रही...जिसमें निक्की भी थी लेकिन लाश की शक्ल में..
देश की राजधानी दिल्ली में श्रद्धा मर्डर पार्ट टू में जिस निक्की यादव नाम की लड़की का कत्ल किया गया और उसकी लाश को बाहिरी दिल्ली के मित्राऊं गांव के पास ढाबे के फ्रिज में छुपा कर रखा गया था, उसका पूरा परिचय आखिर है क्या।
हरियाणा के झज्जर में रहने वाले निक्की यादव डॉक्टर बनने की गरज से दिल्ली आई थी। और डॉक्टरी की तैयारी के दौरान ही उसकी बस स्टॉप साहिल गहलोत से मुलाकात हुई और यही मुलाकात बाद में दोस्ती और फिर प्यार में तब्दील हो गई।
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